Last Updated:October 31, 2025, 11:08 IST
DGCA FDTL Rules, Air India & Pakistani Connection: डीजीसीए ने एयर इंडिया को यूरोप जाने वाली बी-787 फ्लाइट्स को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. यह फैसले एक नवंबर से लागू होने वाले एफडीटीएल और पाकिस्तान से जुड़ा हुआ है. क्या है पूरा मामला, जानने के लि पढ़ें आगे...
 
  DGCA FDTL Rules, Air India & Pakistani Connection: डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने एयर इंडिया को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. यह फैसला एक नवंबर से लागू हो रहे फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (एफडीटीएल) से जुड़ा हुआ है और इसका सीधे तौर पर पाकिस्तान से कनेक्शन है. जी हां, डीजीसीए ने सर्दियों के मौसम में यूरोप जाने वाली एयर इंडिया की कुछ बोइंग-787 फ्लाइट्स को लेकर डीजीसीए ने एयरलाइन को स्पेशल छूट दी है. यह छूट उन फ्लाइट्स पर लागू होगी, जिनका रूट पाकिस्तान के एयरस्पेस बंद होने की वजह से लंबा हो गया है.
डीजीसीए के मुताबिक, एयर इंडिया को यह छूट सिर्फ कुछ लिमिटेड यूरोप सेक्टर फ्लाइट्स के लिए है, जो बोइंग बी-787 एयरक्राफ्ट से ऑपरेट की जाती हैं. असल में सर्दियों में हवा के रुख (विंड पैटर्न) बदलने से कुछ सेक्टरों में फ्लाइट टाइम थोड़ा बढ़ सकता है. ऊपर से पाकिस्तान के एयरस्पेस बंद होने के कारण एयर इंडिया को फ्लाइट्स के लिए लंबा रास्ता लेना पड़ रहा है, जिससे ट्रैवल टाइम और ड्यूटी पीरियड दोनों बढ़ जाते हैं. इन ऑपरेशनल वजहों से डीजीसीए ने यह छूट देने का फैसला किया है. खासतौर एयर इंडिया को मिलने वाली यह स्पेशल छूट पहली नवंबर से लागू हो जाएगी.
इस स्थिति में पुराने रूल ही होंगे लागू
अब इस स्पेशल छूट के तहत, अगर फ्लाइट के टेकऑफ के बाद उसकी अवधि बढ़ती है, तो एयरलाइन को 30 मिनट तक की फ्लाइट टाइम और 1 घंटे तक के फ्लाइट ड्यूटी पीरियड (एफडीपी) की एक्सटेंशन की परमिशन दी गई है. हालांकि डीजीसीए ने साफ कहा है कि यह छूट फ्लाइट प्लानिंग के लिए लागू नहीं होगी. यानी प्लानिंग के टाइम पर पुरानी लिमिट ही माननी होगी. साथ ही, दो पायलटों वाले ऑपरेशन में 10 घंटे की फ्लाइट और 13 घंटे का एफडीपी लिमिट पहले जैसा ही रहेगी. डीजीसीए ने एयर इंडिया से यह भी कहा है कि जिन उड़ानों पर यह छूट लागू होगी, उन पर किसी भी तरह का ट्रेनिंग सेशन नहीं किया जाएगा.
साथ ही, जिन क्रू मेंबर्स की ड्यूटी इन लंबी फ्लाइट्स में लगेगी, उन्हें एक घंटे का एक्स्ट्रा रेस्ट दिया जाएगा ताकि फटीग (fatigue) यानी थकान की स्थिति से बचा जा सके. डीजीसीए के अनुसार, यह छूट सिर्फ 9 फ्लाइट्स पर दी गई है, जो बी-787 यूरोप सेक्टर में ऑपरेट होंगी. यह एक बार की एक्सेप्शन है, जिसे सेफ्टी रूल्स और सभी ऑपरेशनल पहलुओं पर विचार करने के बाद अप्रूव किया गया है.
ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी के साथ सेफ्टी होगी बैलेंस
एविएशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की छूट तब दी जाती है जब हालात असामान्य हों और एयरलाइन की सेफ्टी या रूल्स से कोई समझौता न हो. डीजीसीए ने इस पूरी प्रोसेस को सेफ्टी ओवरसाइट के तहत रखा है ताकि किसी भी तरह की गलती की गुंजाइश न रहे. फिलहाल एयर इंडिया को इस राहत से थोड़ी आसानी जरूर मिलेगी, क्योंकि यूरोप जाने वाली फ्लाइट्स सर्दियों में पहले से ही लंबे रूट्स से जानी पड़ती हैं. ऐसे में डीजीसीए की यह छूट ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी देने के साथ-साथ पैसेंजर्स और क्रू की सेफ्टी को भी बैलेंस करती है.
Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
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First Published :
October 31, 2025, 11:08 IST

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