Last Updated:November 27, 2025, 11:41 IST
Indian Army Knowledge: सेना में सेक्शन, प्लाटून, कंपनी, बटालियन और ब्रिगेड के बीच क्या अंतर है. भारतीय सेना से इसका स्ट्रक्चर कैसा होता है. जिसकी अगुवाई कौन करता है और किसकी पास कौन सी जिम्मेदारियां होती हैं? इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए पढ़ें आगे...
Indian Army: 1997 में आई सनी देओल की सुपरहिट फिल्म ‘बार्डर’ आज भी लोगों को रोमांचित कर देती है इस फिल्म में दो सीन हैं पहले सीन में मेजर कुलदीप सिंह चंदपुरी सनी देओल अपने जवानों से कहते हैं, जवानों… दुश्मन सामने खड़ा है… हम 120 हैं और उसके पास पूरी टैंक रेजीमेंट है! कुछ ही पलों के बाद दूसरा सीन आता है इस सीन में पाकिस्तान सेना का अफसर हैरानी से कहता है- लगता है हमारी खुफिया जानकारी गलत थी… यहां 120 आदमियों की कंपनी नहीं, 600 आदमियों की पूरी बटालियन है
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 30-35 | प्लाटून कमांडर | सूबेदार या नायब सूबेदार |
कंपनी भारतीय सेना की अहम युद्धक इकाई है, जो तीन प्लाटून और उनके सपोर्ट स्टाफ को मिलाकर बनती है. इसमें लगभग 120–150 सैनिक होते हैं. इसका नेतृत्व एक मेजर या कभी-कभी कैप्टन करता है, जिसे कंपनी कमांडर कहा जाता है. कंपनी लेवल पर होने वाले ऑपरेशन्स में गांव, चौकी, पोस्ट, या किसी रणनीतिक स्थान को कब्जे अपने में रखना या उसकी रक्षा करना शामिल होता है. कंपनी के पास अपना कम्युनिकेशन सिस्टम, हथियार, मेडिक और सपोर्ट टीमें होती हैं. युद्ध में यह एक मजबूत सामरिक इकाई होती है, जो प्लाटून की तुलना में बड़े मिशन को पूरा कर सकती है.
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 120–150 | कंपनी कमांडर | मेजर या कैप्टन |
बटालियन इन्फैंट्री की सबसे महत्वपूर्ण सामरिक इकाई होती है, जिसमें करीब 800–900 सैनिक शामिल होते हैं. इसकी कमान एक लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अफसर के हाथ में होती है, जिसे कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) कहा जाता है. बटालियन के अंतर्गत कई कंपनियां होती हैं. बटालियन में इनके अलावा, सिग्नल, मेडिकल, लॉजिस्टिक्स, मॉर्टार प्लाटून और प्रशासनिक टीमें जैसी सपोर्ट यूनिटें भी होती है. बटालियन को एक पूर्ण युद्ध इकाई माना जाता है, जो स्वतंत्र रूप से किसी सेक्टर की सुरक्षा संभाल सकती है. सीमा पर तैनाती, आतंकवाद-रोधी ऑपरेशन, युद्ध और प्राकृतिक आपदा में राहत कार्य में बटालियन की मुख्य भूमिका होती है.
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 800–900 | कमांडिंग ऑफिसर (सीओ | लेफ्टिनेंट कर्नल |
ब्रिगेड तीन बटालियनों का समूह होती है, जिसमें लगभग 3,000–3,500 सैनिक होते हैं. इसका नेतृत्व एक ब्रिगेडियर करता है. ब्रिगेड बड़े भू-भाग को संभालती है और किसी क्षेत्र के आर्मी ऑपरेशन का कॉर्डिनेशन करती है. इसके पास अपनी आर्टिलरी, इंजीनियर, सिग्नल और लॉजिस्टिक सपोर्ट इकाइयां होती हैं. युद्ध में ब्रिगेड आक्रामक या रक्षात्मक दोनों भूमिका निभाती है और एक साथ कई दिशाओं में कार्रवाई करने की क्षमता रखती है. सीमाई चौकियों, फॉरवर्ड पोस्ट और हाई-रिस्क क्षेत्रों का ऑपरेशन भी ब्रिगेड संभालती है.
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 3,000–3,500 | ब्रिगेडियर | ब्रिगेडियर |
डिवीजन सेना का बड़ा फॉर्मेशन होता है, जिसमें लगभग 15,000–18,000 सैनिक शामिल होते हैं. इसका नेतृत्व एक मेजर जनरल करता है. इसमें कई ब्रिगेड, आर्टिलरी ब्रिगेड, इंजीनियर यूनिट, सिग्नल यूनिट, मेडिकल सर्विसेज और अन्य सपोर्ट फॉर्मेशन शामिल होते हैं. डिवीजन का उद्देश्य बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाना होता है, जैसे बड़े इलाके पर कंट्रोल, कई दिशाओं से एक साथ हमला, व्यापक रक्षा व्यवस्था आदि. डिवीजन स्तर पर रणनीतिक युद्ध योजना बनाई जाती है. यह किसी बड़े सेक्टर की सुरक्षा और युद्ध प्रबंधन का संपूर्ण कंट्रोल रखता है.
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 15,000–18,000 | जनरल ऑफिसर कमांडिंग | मेजर जनरल |
कोर भारतीय सेना का बहुत बड़ा युद्ध फॉर्मेशन होता है, जिसमें लगभग 40,000–45,000 सैनिक शामिल होते हैं. इसका नेतृत्व एक लेफ्टिनेंट जनरल करता है, जिसे जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीसीओ) कहा जाता है. कोर में कई डिवीजन शामिल होते हैं, जिनमें इन्फैंट्री, आर्मर्ड, आर्टिलरी, इंजीनियरिंग फॉर्मेशन शामिल होती हैं. कोर बड़े भूभाग में रणनीतिक सैन्य कार्रवाई, गहराई तक आक्रमण, सीमाई सुरक्षा और निर्णायक बढ़त हासिल करने का काम करता है.
| सैनिकों की संख्या | कौन करता है नेतृत्व | अधिकारी का रैंक |
| 40,000–45,000 | कोर कमांडर | लेफ्टिनेंट जनरल |
भारतीय सेना में छह ऑपरेशनल कमांड हैं, जिनमें नार्दन, वेस्टर्न, ईस्टर्न, साउदर्न, साउथ वेस्टर्न, और सेंट्रल कमांड शामिल हैं. प्रत्येक कमांड का नेतृत्व एक लेफ्टिनेंट जनरल करते हैं, जिसे आर्मी कमांडर कहा जाता है. कमांड बड़े भूभाग, कई कोर और उनकी डिवीजनों का कंट्रोल संभालता है. यह रणनीतिक युद्ध योजना, तैनाती, प्रशिक्षण, लॉजिस्टिक्स और सभी सैन्य संचालन का निर्देशन करता है. आर्मी हेडक्वार्टर (Army Headquarters)
आर्मी हेडक्वार्टर नई दिल्ली में स्थित भारतीय सेना का सर्वोच्च मुख्यालय है. इसका नेतृत्व चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ (सीओएएस) करते हैं, जो चार-सितारा जनरल होते हैं. इनके तहत वाइस चीफ, कई डेप्युटी चीफ्स और विभिन्न मिलिट्री ब्रांच काम करती हैं. इनमें ऑपरेशन्स, इंटेलिजेंस, ट्रेनिंग, मॉडर्नाइजेशन, लॉजिस्टिक्स, पर्सनल मैनेजमेंट ब्रांच शामिल हैं. यहां देश की सैन्य नीति, युद्ध योजनाएं, हथियार खरीद, मॉर्डनाइजेशन और बॉर्डर सिक्योरिटी की दिशा तय होती है. आर्मी हेडक्वार्टर पूरे भारतीय सेना का सर्वोच्च संचालन केंद्र है.
Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
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First Published :
November 27, 2025, 11:41 IST

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