नई दिल्ली (Himanshu Tyagi IFS). आईएफएस हिमांशु त्यागी भारतीय वन सेवा में सरकारी अफसर हैं. उन्होंने काफी मुश्किल हालात और गरीबी से जूझते हुए यह मुकाम हासिल किया है. उत्तराखंड के रहने वाले हिमांशु त्यागी ने जेईई, यूपीएससी और गेट परीक्षाएं पास की हैं. वह सोशल मीडिया साइट एक्स पर काफी लोकप्रिय हैं. हिमांशु त्यागी आईएफएस जिंदगी से मिला अनमोल ज्ञान वहां शेयर करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने इंट्रोवर्ट होने के 5 फायदे बताए हैं.
किसी भी व्यक्ति की पर्सनालिटी को कई टाइप्स में बांटा जाता है (Personality Types). कोई इंट्रोवर्ट होता है यानी कम बोलता है, कोई एक्सट्रोवर्ट होता है यानी सामाजिक होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है. कई लोग मिक्सड पर्सनालिटी वाले भी होते हैं. आईएफएस हिमांशु त्यागी ने खुद को इंट्रोवर्ट वाली कैटेगरी में रखा है. अगर आपको अपने इंट्रोवर्ट होने की वजह से परेशानी उठानी पड़ती है तो अब इसके फायदे जानकर आप खुद पर गर्व करेंगे. जानिए आईएफएस अफसर के हिसाब से इंट्रोवर्ट होने के 5 फायदे.
Benefits of being an introvert: इंट्रोवर्ट होने के 5 फायदे
1- खुद के साथ बिता सकते हैं ज्यादा समय
आप किसी भी चीज को पहले अपने मन में सुलझाने की कोशिश करते हैं, फिर बोलते हैं. इससे आप आत्म-जागरूकता यानी सेल्फ अवेयरनेस ज्यादा विकसित करते हैं.
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2- आप कई समस्याओं से बचे रहते हैं
आईएफएस हिमांशु त्यागी ने लिखा- मैंने देखा है कि जरूरत से ज्यादा बोलने पर हम कई समस्याओं में फंस जाते हैं. उदाहरण के लिए, अनजाने में दूसरों को दुख पहुंचाने वाली कोई बात कहना आपको भी दुख पहुंचाता है. ज्यादा बोलना तनाव और चिंता का कारण बनता है.
3- मौन शक्ति है
कठिन परिस्थितियों में भी कम बोलना आंतरिक शक्ति का प्रतीक है. हर चीज को हमेशा व्यक्त करने की जरूरत नहीं है. कभी-कभी आप चीजों को समझकर आगे बढ़ जाते हैं.
4- आप दूसरों को आंकना बंद कर देते हैं
जब आप कम बोलते हैं तो कभी भी दूसरों को आंकने में जल्दबाजी नहीं करते. आप चीजों को वैसे ही स्वीकार करते हैं, जैसी वो हैं क्योंकि आपको हर चीज को शब्दों में साबित करने की जरूरत नहीं है.
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5- आप सुकून में रहते हैं
जब आप डिजाइन से इंट्रोवर्ट होते हैं और न कि आत्मविश्वास की कमी से तो आपका आंतरिक अस्तित्व हमेशा सुकून और शांति में रहता है. आप बाहरी आलोचनाओं को अस्वीकार कर सकते हैं क्योंकि आपका आंतरिक स्व हमेशा शांत रहता है और बोलने में जल्दबाजी नहीं करता है.
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FIRST PUBLISHED :
September 30, 2024, 14:28 IST