Last Updated:December 25, 2025, 12:05 IST
India 5 Unique Airport: भारत सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र है. यहां एक साथ कई संस्कृतियां साथ-साथ सदियों से चली आ रही हैं. दक्षिण भारत से लेकर उत्तर, पश्चिम और पूर्वी भारत के स्थापत्य कला में वहां की स्थानीय संस्कृति और सभ्यता की झलक देखने को मिलती है. नवी मुंबई एयरपोर्ट से लेकर लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक के निर्माण में स्थापत्य कला की मिसाल को देखा जा सकता है. निर्माण शैली और आधुनिकता के मामले में ये एयरपोर्ट अपने आप में बेजोड़ और यूनिक हैं.

India 5 Unique Airport: भारत प्राचीन सभ्यताओं वाला देश है. यहां एक समय में ही कई तरह की संस्कृतियां पली और आगे बढ़ी हैं. दक्षिण में चोल, पल्लव जैसे राजवंश हुए तो उत्तर भारत में मौर्य और गुप्त राजवंश का शासनकाल रहा. पश्चिम भारत में माराठाओं का वर्चस्व रहा. पूरीब में पाल से लेकर अन्य क्षेत्रीय लोकप्रिय राजवंशों का शासनकाल रहा. हर डायनेस्टी की अपनी अलग पहचान, कला और संस्कृति रही है. निर्माण शैली पर भी इसका असर पड़ा है. एयरपोर्ट के निर्माण में भी स्थानीय स्थापत्य कला का समावेश रहा है. असम के गुवाहाटी का बोरदोलई एयरपोर्ट इसकी मिसाल है. इसमें बांस का इस्तेमाल किया गया है. (फोटो: PTI)

India 5 Unique Airport: पहले बात करते हैं नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जहां 25 दिसंबर 2025 से कमर्शियल फ्लाइट की शुरुआत हुई. यह एयरपोर्ट मुंबई में बढ़ती डिमांड को पूरा करने में सक्षम होगा. इस एयरपोर्ट को अनोखे अंदाज में बनाया गया है. नवी मुंबई एयरपोर्ट का खास डिज़ाइन कमल यानी लोटस से प्रेरित टर्मिनल पर आधारित है, जो भारतीय संस्कृति और प्रगति का प्रतीक है. इसमें भविष्यवादी घुमावदार संरचना बनाई गई है, जिससे हवा और बारिश जैसी प्राकृतिक स्थितियों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके और कामकाज अधिक प्रभावी हो. इस टर्मिनल में प्राकृतिक रोशनी का भरपूर उपयोग किया गया है. इसका डिज़ाइन प्रसिद्ध ज़ाहा हदीद आर्किटेक्ट्स (ZHA) ने तैयार किया है, ताकि यह एक पहचान बनाने वाला लैंडमार्क बने. एयरपोर्ट में डिजिटल तकनीक के बेहतर इस्तेमाल से यात्रियों का अनुभव आसान और आधुनिक होगा. साथ ही यह मुंबई के बढ़ते हवाई यातायात का बोझ कम करने में भी मदद करेगा. (फोटो: PTI)

India 5 Unique Airport: बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को इस तरह से बनाया गया है, जैसे बगीचे में सैर करना है. टर्मिनल-2 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. यह सिर्फ देखने में ही सुंदर नहीं है, बल्कि यात्रियों को आने और जाने के दौरान आसान और सुचारु सुविधाएं भी देता है. इसे सही मायनों में बगीचे जैसा टर्मिनल कहा जाता है. यह टर्मिनल सिर्फ नए विचारों का बगीचा नहीं है, जो यहां काम करने वाले लोगों को अलग-अलग गंतव्यों से जोड़ता है, बल्कि यह कर्नाटक की खास संस्कृति को भी दर्शाता है. हरे-भरे और भव्य इस टर्मिनल में यात्रियों के लिए बहुत कुछ है. यहां फूलों का पूरा संग्रह है. यहां का खास अनुभव प्रवेश करते ही शुरू हो जाता है. अच्छी हवा वाले आगमन क्षेत्र में ईंटों के प्राकृतिक रंग, नाशपाती के आकार की लटकती रोशनियां और पास में बहते पानी की मधुर आवाज मिलकर टर्मिनल-2 में पहुंचने को एक बेहद खास और यादगार अनुभव बना देते हैं. (फोटो: News18)
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India 5 Unique Airport: त्रिची हवाई अड्डे के नए इंटीग्रल टर्मिनल बिल्डिंग का डिज़ाइन त्रिची और उसके आसपास के ऐतिहासिक स्मारकों के साथ-साथ पोंगल जैसे त्योहारों और रंगोली से प्रेरित है. हवाई अड्डा प्राधिकरणों के अनुसार, इसका खास और आकर्षक रूप दक्षिण भारतीय वास्तुकला के गोपुरम की सजी-धजी छत से लिया गया है. इसमें चोल राजवंश की झलक भी मिलती है. करीब 1,000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस टर्मिनल पर अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है. हवाई अड्डे पर यात्रियों का स्वागत श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर के गोपुरम जैसी दिखने वाली एक बड़ी मंदिरनुमा संरचना करती है. नया टर्मिनल हर साल 45 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है, जो मौजूदा टर्मिनल से लगभग तीन गुना अधिक है. दो मंज़िला, एसी और मॉड्यूलर इस भवन का कुल क्षेत्रफल 75,000 वर्ग मीटर है. ग्राउंड अराइवल लाउंज और ऊपर की मंज़िल पर प्रस्थान (डिपार्चर) की व्यवस्था है. अधिकारियों के अनुसार, यह टर्मिनल व्यस्त समय में घरेलू यात्रियों सहित एक घंटे में करीब 3,900 यात्रियों को संभाल सकेगा. (फोटो: News18)

India 5 Unique Airport: पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल में ही असम में एक यूनिक एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. इसका नाम लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है. गुवाहाटी में स्थित इस एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन को राष्ट्र को समर्पित किया गया. नया टर्मिनल लगभग 1.4 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे प्रतिवर्ष 1.3 करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इससे हवाई अड्डे की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इसे बांस से बनाया गया है, जिसे एक अनूठी कलाकृति में ढाला गया है. उद्घाटन के बाद से ही यह एयरपोर्ट लोगों के जेहन में बस गया है. (फोटो: PTI)

India 5 Unique Airport: लेह कुशोक बकुला रिम्पोची एयरपोर्ट (IXL) लद्दाख का मुख्य हवाई अड्डा है, जो समुद्र तल से 3,256 मीटर (10,682 फीट) की ऊंचाई पर स्थित भारत का सबसे ऊंचा कमर्शियल एयरपोर्ट है. यह चुनौतीपूर्ण लेकिन खूबसूरत लैंडिंग के लिए जाना जाता है. यह एयपोर्ट भारतीय वायु सेना और सिविल दोनों कार्यों के लिए उपयोग होता है और दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों से जुड़ा है. अब यहां एक नया सौर ऊर्जा से संचालित भवन और टर्मिनल बनाया जा रहा है.
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1 hour ago
