Mausam News: उत्तर भारत में मौसम रौद्र रूप ले चुका है. मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है. सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों, तेज उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के संयुक्त असर से पहाड़ी राज्यों में बारिश-बर्फबारी तेज होगी. वहीं मैदानी इलाकों में कोहरा, शीत दिवस और शीतलहर लोगों की मुश्किलें बढ़ाएगी. दिल्ली-NCR से लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार तक अगले सात दिन ठिठुरन भरे रहने वाले हैं.
यह स्थिति सिर्फ ठंड बढ़ने तक सीमित नहीं है. दृश्यता 50 मीटर से नीचे जाने, हवाई व रेल यातायात प्रभावित होने और दिन के तापमान के सामान्य से नीचे खिसकने के संकेत भी मिले हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह कोल्ड अटैक चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा. पहले पहाड़ों में बर्फ, फिर मैदानी इलाकों में घना कोहरा और शीत दिवस की चपेट.
क्यों बदला मौसम का मिजाज?
उत्तर भारत के ऊपर उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम बेहद सक्रिय है. जिसकी कोर पवन गति 100 नॉट से अधिक बताई गई है. इसके साथ निचले और मध्य क्षोभमंडल में पश्चिमी विक्षोभों की श्रृंखला और दक्षिण भारत के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन मिलकर बड़े पैमाने पर ठंडी हवा को खींच रहे हैं. यही वजह है कि पहाड़ों में नमी बढ़ रही है और मैदानी इलाकों में ठंडी, स्थिर हवा फंसकर कोहरे को जन्म दे रही है.
फोटो-PTI
कैसे असर डालेगा पश्चिमी विक्षोभ
पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में पहुंचते ही बादल, बारिश और बर्फबारी को बढ़ावा देता है. बर्फ से ढकी चोटियों के कारण ठंडी हवाएं मैदानों की ओर बहती हैं. जब ये हवाएं पहले से ठंडी और नमी-भरी सतही हवा से मिलती हैं, तो कोहरा गहराता है. और दिन का तापमान गिरकर शीत दिवस की स्थिति बनाता है खासतौर पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में.
कहां-कहां बारिश और बर्फबारी?
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई दौर में हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी होगी. एक-दो दिन कहीं-कहीं भारी बर्फबारी के संकेत हैं. इससे पहाड़ी सड़कों पर फिसलन और यातायात बाधित हो सकता है.
मैदानी इलाकों में क्या होगा हाल
दिल्ली-NCR, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी-पूर्वी उत्तर प्रदेश में सुबह-शाम घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है. कुछ इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से नीचे जा सकती है. दिन का तापमान सामान्य से नीचे रहने से शीत दिवस और कहीं-कहीं गंभीर शीत दिवस की स्थिति बनेगी. बिहार, झारखंड, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के हिस्सों में भी सुबह का कोहरा चिंता बढ़ाएगा.
दिल्ली की सर्दी वाली की झलक. (PTI)
तापमान का ट्रेंड क्या कहता है
उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान फिलहाल स्थिर रह सकता है. लेकिन बाद में धीरे-धीरे उतार-चढ़ाव दिखेगा. अधिकतम तापमान कई राज्यों में गिरकर ठंड का एहसास बढ़ाएगा. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में तापमान अपेक्षाकृत ऊंचा-नीचा रहेगा, जबकि मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के कारण ठिठुरन बनी रहेगी.
ट्रैवल और रोजमर्रा पर असर
घने कोहरे के कारण हवाई अड्डों और रेलवे सेक्शनों पर देरी की आशंका है. खासकर उत्तर प्रदेश और पंजाब के कुछ एयरपोर्ट्स पर दृश्यता बेहद कम रहने की चेतावनी दी गई है. सड़क पर वाहन चलाते समय फॉग-लाइट्स और सीमित गति की सलाह दी गई है.

2 hours ago
