Last Updated:November 13, 2025, 18:39 IST
What is Expressway : बिहार की एक सड़क को हाल में ही नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा दिया गया है. आखिर यह नेशनल एक्सप्रेसवे होता क्या है और कब किसी सड़क को यह दर्जा दिया जाता है. देश में अभी कितनी सड़कों को नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिल चुका है.
एनएचएआई के हाई स्टैंडर्ड को पूरा करने पर ही नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिलता है. Expressway : पटना से पूर्णिया जिलों के बीच जाने वाली बिहार की एकमात्र सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा दिया है. आपने भी हाईवे और एक्सप्रेसवे के बारे में तो खूब सुना होगा, लेकिन यह नेशनल एक्सप्रेसवे क्या होता है. कब किसी सड़क को यह दर्जा मिलता है और देश में कितने नेशनल एक्सप्रेसवे चल रहे हैं या फिर बिहार में स्थित यही एक नेशनल एक्सप्रेसवे है. हाईवे, एक्सप्रेसवे और नेशनल एक्सप्रेसवे में आखिर क्या अंतर होता है.
राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे ( Expressway) का दर्जा देश में उन सड़कों को दिया जाता है, जिनके मानक काफी हाई होते हैं. यह एक्सप्रेसवे हाई स्पीड होने के साथ-साथ एक्सेस कंट्रोल्ड से भी लैस होता है. इन सड़कों को खासतौर से लंबी दूरी के लिए और तेज स्पीड से चलने के लिए बनाया जाता है. अमूमन एक्सप्रेसवे की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है, लेकिन नेशनल एस्सप्रेसवे की स्पीड 120 किलोमीटर से भी ज्यादा होती है. कई नेशनल एक्सप्रेसवे की स्पीड 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास होती है.
नेशनल एक्सप्रेसवे की क्या खासियत
नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा उन्हीं एक्सप्रेसवे को मिलता है, जिनकी औसत स्पीड 120 किमी प्रति घंटे या उससे ज्यादा होती है. यह एक्सप्रेसवे कम से कम 6 लेन का होता है, जो भविष्य में 8 लेन का भी हो सकता है. इस तरह के एक्सप्रेसवे पर कोई साइड एंट्री नहीं होती है, सिर्फ पूरी तरह इंटरचेंज अथवा एक्सेस कंट्रोल वाली एंट्री ही मिलती है. इस तरह की सड़कों पर किसी तरह की क्रॉसिंग नहीं होती, सिर्फ फ्लाईओवर और अंडरपास ही रहता है. इस तरह की सड़कोंपर कोई स्लो व्हीकल लेन जैसे ट्रैक्टर, बाइक या साइकिल का लेन नहीं होता है.कैसे मिलता है नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा
जब कोई सड़क भारतीय सड़क कांग्रेस या सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मानकों पर खरी उतरती है, तभी उसे नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा दिया जाता है. ऐसी सड़कों को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए बनाया जाता है. यह सड़कें सामान्य तौर पर दो या अधिक राज्यों को जोड़ती हैं और काफी ट्रैफिक वाली होती हैं. इन सभी मानकों को पूरा करने पर ही राजमार्ग मंत्रालय और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण किसी सड़क को नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा देता है.पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे की खासियत
पटना से पूर्णिया तक करीब 282 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया गया है, जिसे अगस्त में ही नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिल गया है. इसे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-9 या NE-9 का दर्जा दिया गया है. यह बिहार का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे है, जो पूरी राज्य की सीमाओं के भीतर बना है और हाई स्टैंडर्ड पर खरा उतरता है. यह एक्सप्रेसवे सीमांचल जिलों जैसे पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया को राजधानी पटना से जोड़ता है. इससे पूर्णिया और पटना के बीच लगने वाला समय भी 7-8 घंटे से घटर महज 3 घंटे का रह गया है. इसे तैयार करने में करीब 18 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आया है.
देश में अभी कितने नेशनल एक्सप्रेसवे
1,386 किलोमीटर के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिल चुका है. दिल्ली से कटना तक बन रहे 650 किलोमीटर की सड़क को भी नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिल चुका है. मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे 594 किमी के गंगा एक्सप्रेसवे को भी यह उपलब्धि मिल चुकी है. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जो 210 किलोमीटर लंबा है, इसे भी नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिल चुका है. बैंगलुरु से चेन्नई तक बन रहे 262 किमी के एक्सप्रेसवे को भी नेशनल एक्सप्रेसवे का दर्जा मिला है. 701 किलोमीटरी के समृद्धि एक्सप्रेसवे को भी यह उपलब्धि मिल चुकी है, जो नागपुर से मुंबई तक जाता है.प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 13, 2025, 18:39 IST

1 hour ago
