क्राइम पर 360 डिग्री प्रहार की तैयारी, खालिस्तानियों-गैंगस्टर्स की अब खैर नहीं

2 hours ago

Last Updated:December 26, 2025, 21:09 IST

क्राइम पर 360 डिग्री प्रहार की तैयारी, खालिस्तानियों-गैंगस्टर्स की अब खैर नहींआतंकवाद रोधी सम्मेलन में गृह मंत्री अमित शाह.

नई दिल्ली. देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अब तक का सबसे बड़ा और कड़ा संदेश दिया है. नई दिल्ली में आयोजित ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन’ में शिरकत करते हुए उन्होंने साफ कर दिया है कि मोदी सरकार आतंकवाद और संगठित अपराध (Organised Crime) के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चलते हुए एक व्यापक और घातक ‘360 डिग्री एक्शन प्लान’ लाने जा रही है. इस प्लान के निशाने पर मुख्य रूप से खालिस्तानी अलगाववादी, नशीले पदार्थों के तस्कर और विदेशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले गैंगस्टर्स होंगे. गृह मंत्री ने देश की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए सभी राज्यों की पुलिस के एंटी टेरर स्क्वायड (ATS) को मिलाकर एक ‘कॉमन स्ट्रक्चर’ बनाने का भी ऐलान किया, जिसकी कमान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हाथों में होगी.

गृह मंत्री ने सम्मेलन में स्पष्ट किया कि जल्द ही सरकार संगठित अपराध के खिलाफ एक ठोस रणनीति लेकर आ रही है. यह एक्शन प्लान सिर्फ कागजी नहीं होगा, बल्कि जमीन पर इसका असर दिखेगा. इसमें खालिस्तानी आतंकियों, ड्रग तस्करों और विदेशों में सक्रिय गैंग्स के खिलाफ ‘थ्री सिक्स्टी डिग्री’ कार्रवाई की जाएगी. इसका मतलब है कि अपराधी दुनिया के किसी भी कोने में छिपा हो, कानून का हाथ उस तक पहुंचेगा. अमित शाह ने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ऐसा अभेद्य और मजबूत ‘आतंकवाद निरोधी ग्रिड’ बनाना है, जो हर तरह की चुनौती का सामना कर सके और देश को सुरक्षित रख सके.

राज्यों के ATS का होगा एक कॉमन स्ट्रक्चर: सुरक्षा ढांचे में बड़े बदलाव का संकेत देते हुए अमित शाह ने कहा कि देशभर की पुलिस का एक कॉमन ATS स्ट्रक्चर होना बहुत जरूरी है. उन्होंने सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (DGPs) को निर्देश दिया कि वे जल्द से जल्द इसका अनुपालन करें. यह पूरा स्ट्रक्चर NIA की अगुवाई में काम करेगा. गृह मंत्री का मानना है कि ‘ऑपरेशनल यूनिफॉर्मिटी’ यानी कामकाज में एकरूपता होने से ही खतरे का सही आंकलन हो पाएगा. इससे इंटेलिजेंस शेयरिंग का सही उपयोग होगा और सुरक्षा एजेंसियां ‘कोऑर्डिनेटेड काउंटर एक्शन’ ले सकेंगी. अब राज्यों की पुलिस अलग-थलग काम नहीं करेगी, बल्कि एक साथ मिलकर वार करेगी.

ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव की सफलता: सम्मेलन में सुरक्षा बलों की पीठ थपथपाते हुए अमित शाह ने दो बड़े ऑपरेशन्स का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि पहली बार सुरक्षा बलों ने आतंकी घटनाओं की साजिश रचने वालों और उसे अंजाम देने वालों, दोनों पर अलग-अलग तरह से नकेल कसी है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी घटनाओं की प्लानिंग करने वालों को दंडित किया गया, जबकि ‘ऑपरेशन महादेव’ के जरिए हमले को अंजाम देने वालों को न्यूट्रलाइज (ढेर) किया गया. यह रणनीति बताती है कि सरकार अब सिर्फ आतंकियों को ही नहीं, बल्कि उनके दिमाग यानी मास्टरमाइंड्स को भी खत्म करने पर जोर दे रही है.

तकनीक से दो कदम आगे रहने की चुनौती: अमित शाह ने माना कि आतंकी घटनाओं में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिससे आतंकवाद का परिदृश्य बदल गया है. उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को आगाह किया कि हमें आतंकियों से दो कदम आगे रहना होगा. सभी एजेंसियों को देश और दुनिया में हुई आतंकी घटनाओं का विश्लेषण करना चाहिए और अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए. इस मौके पर गृह मंत्री ने NIA द्वारा अपडेट किए गए ‘अपराध मैनुअल’ का विमोचन भी किया. साथ ही हथियारों के ई-डेटाबेस और संगठित अपराध नेटवर्क पर एक व्यापक डेटाबेस की शुरुआत की, ताकि अपराधियों की कुंडली एक क्लिक पर मिल सके. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एजेंसियां और राज्यों की पुलिस को मिलकर एक ‘टीम इंडिया’ बनना होगा.

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Rakesh Ranjan Kumar

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें

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New Delhi,Delhi

First Published :

December 26, 2025, 21:09 IST

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