Last Updated:November 08, 2025, 16:18 IST
Mitti Cafe at Rashtrapati Bhavan: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में खुले मिट्टी कैफे की वीडियो शेयर कर सराहना की है. उन्होंने इसे “समावेशन और समानता का प्रतीक” बताया. यहां का हर कप चाय और हर मुस्कान समाज में बदलाव का संदेश देती है. आइए जानते हैं इस खबर में राष्ट्रपति भवन में खुला मिट्टी कैफे क्यों इतना खास है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में खुले मिट्टी कैफे को “समानता और समावेशन का प्रतीक” बताया. (फोटो PTI)नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के शांत और ऐतिहासिक परिसर में अब एक ऐसी खुशबू तैर रही है जो सिर्फ कॉफी की नहीं, बल्कि समावेशन (Inclusion) की है. यहां खुला है ‘मिट्टी कैफे’, जहां खाना, बर्तन और यहां तक कि काम करने वाले लोग सब कुछ स्पेशल है. यह कैफे न सिर्फ स्वाद परोसता है, बल्कि आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता और अपनापन भी परोसता है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को इस कैफे की सराहना करते हुए इसे “समानता, समावेशन और असीम संभावनाओं का प्रतीक” बताया. उन्होंने कहा कि यह पहल दिव्यांगजन के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरक कदम है. राष्ट्रपति ने X पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति भवन में मिट्टी कैफे गर्व की बात है. यह दिव्यांगजन और उनके परिवारों के लिए प्रेरणा है और सभी आगंतुकों का मुस्कान के साथ स्वागत करता है.”
The Mitti Café at Rashtrapati Bhavan stands as a symbol of inclusion, equality, and limitless possibilities. A matter of pride for all, especially Divyangjan and their families, the Café welcomes visitors with warmth and smiles. It inspires everyone to build a more inclusive and… pic.twitter.com/Uvc76VFRqh
मिट्टी कैफे: जहां सेवा है आत्मसम्मान की पहचान
मिट्टी कैफे की खासियत यह है कि यहां काम करने वाले सभी कर्मचारी शारीरिक, बौद्धिक रूप से दिव्यांग हैं. वे न सिर्फ अपने हुनर से भोजन तैयार करते हैं, बल्कि अपने आत्मविश्वास से समाज को यह सिखा रहे हैं कि “क्षमता किसी सीमा की मोहताज नहीं होती.” यह पहल न केवल रोजगार देती है बल्कि इन कर्मचारियों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी देती है. यहां आने वाला हर व्यक्ति सिर्फ ग्राहक नहीं, बल्कि बदलाव का साक्षी बनता है.
राष्ट्रपति भवन में अनुभव का नया स्वाद
राष्ट्रपति भवन परिसर में बना यह कैफे अब आगंतुकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बन गया है. यहां मिलने वाली हर कप कॉफी और हर प्लेट स्नैक एक सकारात्मक सोच का प्रतीक है. राष्ट्रपति मुर्मू ने लोगों से अपील की “जब भी राष्ट्रपति भवन आएं, मिट्टी कैफे जरूर जाएं.” यह संदेश दर्शाता है कि समावेशिता सिर्फ नीति नहीं, बल्कि जीवन का नजरिया है.
‘मिट्टी कैफे’ की कहानी: स्वाद के साथ संवेदना
मिट्टी कैफे नेटवर्क भारतभर में कई स्थानों पर काम कर रहा है. इसका उद्देश्य है दिव्यांगजन को रोजगार और सम्मान का मंच देना. यह कैफे दिखाता है कि जब संवेदना और अवसर एक साथ आते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव है. राष्ट्रपति भवन का यह कैफे अब “सामाजिक बदलाव का प्रतीक” बन गया है- एक ऐसी जगह जहां स्वाद के साथ संवेदनशीलता भी परोसी जाती है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
November 08, 2025, 16:15 IST

4 hours ago
