Last Updated:September 04, 2025, 18:49 IST
Lalu Yadav News: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बिहार बंद के दिन एक बार फिर से पीएम मोदी को निशाना बनाकर तीखा हमला बोला है. क्या लालू के इस बयान के बाद 'मां की गाली' से विवाद बढ़कर बिहार बनाम गुजरात हो जाएगा?

पटना. पीएम मोदी की ‘मां की गाली’ को लेकर बीजेपी का बिहार बंद कितना असरदार रहा, यह आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के एक बयान से झलकता है. लालू यादव ने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट लिखा है. इस पोस्ट में लालू यादव ने जिस तरह के लहजे का इस्तेमाल किया है, इससे क्या बिहार में आरजेडी का खेल और बिगड़ जाएगा? इधर, आरजेडी के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने भी बोल दिया है कि बिहार में बीजेपी का बंद फेल हो गया है. इन दोनों बयाानों के क्या मायने हैं? लालू का यह बयान कि ‘गुजराती लोग बिहारियों को हल्के में ना लें…’ के मायने क्या है? लालू यादव के इस बयान के बाद क्या तेजस्वी यादव का सियासी गणित और फंस जाएगा?
बता दें कि बिहार की राजनीति एक बार फिर उस मोड़ पर पहुंच गई है जहां एक बयान पूरे सियासी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में ना लें? यह बिहार है. बीजेपी के गुंडे-मव्वाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे है, उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे है? क्या यह उचित है? शर्मनाक!.’
लालू यादव ने क्यों गुजराती वाला बयान दिया?
अब उनके इस बयान ने न सिर्फ राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी, बल्कि तेजस्वी यादव की ‘नरम हिंदुत्व’ और विकास केंद्रित राजनीति की राह को भी उलझा दिया है. पीएम मोदी की ‘मां की गाली’ पर बीजेपी का बिहार बंद कितना सफल हुआ या कितना असफल हुआ यह बाद की बात है. लेकिन जिस तरह से वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के मंच से पीएम मोदी की गाली दी गई, वह निंदनीय ही नहीं बर्दाश्त से फाजिल था.
क्या बिहार चुनाव अब गुजरात बनाम बिहार होने वाला है?
प्रधानमंत्री मोदी ने भी चीन से लौटने के बाद आरोप लगाया गया कि विपक्षी दलों ने उनकी मां को गाली दी है. इसके विरोध में बीजेपी ने बिहार में बंद का आह्वान किया, जिसे तेजस्वी यादव अब ‘पूरी तरह फ्लॉप शो’ बताया. तेजस्वी ने कहा कि ‘बिहार की जनता अब बीजेपी की झूठी भावनात्मक राजनीति में नहीं आने वाली है.’ तेजस्वी यादव अभी तक लगातार एक संतुलित राजनीतिक लाइन पर चलने की कोशिश कर रहे थे. विकास, युवा, रोजगार और सोशल इंजीनियरिंग की बातें वो अक्सर करते थे. लेकिन लालू यादव का सीधा हमला, जिसमें ‘गुजराती बनाम बिहारी’ जैसी भावनात्मक लकीर खींच कर वह इस विवाद को और बढ़ा दिया है.
हालांकि, बीजेपी नेताओं ने तुरंत पलटवार करते हुए इसे क्षेत्रीय द्वेष फैलाने वाला बयान बताया और सवाल उठाया कि क्या तेजस्वी अपने पिता के इस बयान से सहमत हैं? बीजेपी की रणनीति है कि वह बिहारी स्वाभिमान बनाम जातीय ध्रुवीकरण कर आऱजेडी को जमीन पर ला दें. बीजेपी अब इस बयान को ‘बिहारी स्वाभिमान’ और ‘मोदी अपमान’ से जोड़कर भुनाने में जुट गई है. नीतीश कुमार भले चुप हों, लेकिन एनडीए के अन्य घटक दल इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में हैं.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
First Published :
September 04, 2025, 18:49 IST