जन्नत में जाएंगे ट्रंप! समर्थकों से दान में क्यों मांगे 15 डॉलर; अभियान के पीछे की बताई वजह

5 hours ago

दुनिया में कई लोगों का ये मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार के लिए दुनिया के कई देशों से लॉबिंग कर रहे हैं. कुछ लोग भारत के खिलाफ टैरिफ वॉर के पीछे की वजह भी इसी बात को मानते हैं. इन सब के बीच ट्रंप एक बड़े पुरस्कार की तलाश में दिखाई दे रहे हैं. ट्रंप को अब स्वर्ग का द्वार दिखाई दे रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सेहत की अटकलों और उनकी मौत की अफवाहों के बीच ट्रंप ने अपने समर्थकों से 15 डॉलर डोनेशन की अपील की है ताकि वो स्वर्ग जा सकें.

डोनाल्ड ट्रंप ने इस मिशन के लिए कथित तौर पर एक फंडरेजर अभियान शुरू किया है. इस अभियान के लिए किए गए मेल का विषय था, 'मैं स्वर्ग में पहुंचने की कोशिश करना चाहता हूं'. 23 अगस्त 2025 को शुरू हुए इस ईमेल अभियान ने प्रत्येक समर्थक से 24 घंटे ट्रंप फंडरेजिंग ब्लिट्स के हिस्से के तौर पर 15 डॉलर का योगदान देने की अपील की है.

जानिए क्या है इस अभियान के पीछे की वजह
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुपर पीएसी, नेवर सरेंडर इंक. ने इस अभियान को 2024 में तब शुरू किया था, जब राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था. इस अभियान के पीछे की वजह इस हमले में ट्रंप का मौत के मुंह से बाल-बाल बच जाना था. नेवर सरेंडर इंक ने इसे 'दैवीय हस्तक्षेप' रूप से जिंदा बच जाना द्वारा शुरू किए गए इस ईमेल अभियान ने 2024 में पेनसिल्वेनिया के बटलर में हत्या के प्रयास में उनकी जीवित रहने को 'दैवीय हस्तक्षेप' बताया. ट्रंप ने अभियान के लिए किए गए ईमेल में लिखा है, 'पिछले साल, जब गोली मेरे कान के निचले हिस्से की त्वचा को छूते हुए निकली थी तब मैं मौत से कुछ ही मिलमीटर की दूरी पर था. अगर ऐसा होता तो व्हाइट हाउस पर मेरी विजयी वापसी कभी नहीं होनी थी!'

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ट्रंप को यकीन कि उन्हें स्वर्ग में जगह मिलेगी
मेल में लिखए गए आगे के संदेश में आगे कहा गया, 'लेकिन मुझे विश्वास है कि भगवान ने मुझे किसी वजह से बचाया: वो वजह है अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए!' 19 अगस्त को फॉक्स एंड फ्रेंड्स के साथ साक्षात्कार के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी आध्यात्मिक चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि 'हर सप्ताह 7,000 लोग मारे जाने से बचें, मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा है'- उन्हें यकीन है कि इससे उन्हें स्वर्ग में जगह मिलेगी.

बीते कुछ सप्ताह से ट्रंप की सार्वजनिक गतिविधियों में आई कमी
बीते कुछ सप्ताह से डोनाल्ड ट्रंप की सार्वजनिक गतिविधियां शिथिल पड़ गईं थीं जिसकी वजह से उनकी सेहत को लेकर सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गईं थीं. सोशल मीडिया पर कई नकारात्मक बातें फैलाईं जा रहीं थीं जिसमें उनकी गंभीर बीमारी और उनकी मौत तक की झूठी खबरें तक फैलाईं जाने की कोशिशें की गईं. इस बीच, व्हाइट हाउस ने उनके हाथों पर चोट और टखनों में सूजन को बिना किसी बीमारी का जिक्र कि एक नॉन-कॉग्निटिव कंडीशन के रूप में बताया है. ऐसा एहसास हो रहा है कि ये सब बातें बताकर ट्रंप को अल्जाइमर, डिमेंशिया या अन्य मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों से अलग करने की कोशिश की जा रही है.

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