Last Updated:May 23, 2025, 10:47 IST
जल्द ही एफिल टॉवर देखने के लिए आपको पेरिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. देश के अंदर ही इसी तरह का एक टॉवर बनाया जा रहा है, जिसका नाम ऑब्जर्वेटरी टॉवर होगा और यह गोवा में बनाया जा रहा है. इसका आज भूमि पूजन है.

दो साल में बनकर होगा तैयार.
नई दिल्ली. जल्द ही एफिल टॉवर देखने के लिए आपको पेरिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. देश के अंदर ही इसी तरह का एक टॉवर बनाया जा रहा है, जिसका नाम ऑब्जर्वेटरी टॉवर होगा और यह गोवा में बनाया जा रहा है. इस तरह आप मामूली खर्च में ऑब्जर्वेटरी टॉवर और व्यूइंग गैलरी का मजा लिया जा सकेगा. न्यू जुआरी ब्रिज पर एफिल टॉवर से प्रेरित एक टॉवर बनाया जा रहा है. इसका भूमिपूजन शुक्रवार को नितिन गडकरी करेंगे.
इस परियोजना की लागत 270.07 करोड़ रुपये है. इसमें एक ऑब्जर्वेटरी टॉवर, घूमने वाला रेस्तरां और आर्ट गैलरी होगी, जो गोवा को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनाएगी. यह टॉवर गोवा के पर्यटन में नया आयाम जोड़ेगा. यह परियोजना डीबीएफओटी मॉडल पर आधारित है, जिसमें एक निजी कंपनी 50 साल तक इसका संचालन करेगी. इससे सरकार पर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा.
टॉवर दो मजबूत नींव पर बनेगा, जिसमें व्यूइंग गैलरी, कैफेटेरिया और पर्यटक सुविधाएं होंगी. न्यू जुआरी ब्रिज पर टॉवर की ऊंचाई 125 मीटर होगी. इसका आधार 8.50 मीटर x 5.50 मीटर होगा, और ऊपरी हिस्से में दो बड़े तल होंगे, जिनका आकार 22.50 मीटर x 17.80 मीटर होगा. पर्यटकों के लिए कैप्सूल लिफ्ट होगी. टॉवर तक पहुंचने के लिए समुद्र के दोनों ओर 7.50 मीटर चौड़े वॉकवे ब्रिज बन रहे हैं. पुल के दोनों छोर पर पार्किंग की सुविधा भी होगी.
यह परियोजना गोवा में पर्यटन और रोजगार को बढ़ाएगी. इससे आतिथ्य, परिवहन और रिटेल क्षेत्रों में विकास होगा. स्थानीय व्यापारियों को भी फायदा होगा. यह टॉवर गोवा को विश्व स्तर पर आर्किटेक्चरल और अनुभव आधारित पर्यटन के लिए एक खास गंतव्य बनाएगा. कम खर्च में पर्यटक एफिल टॉवर जैसा अनुभव ले सकेंगे, जिससे गोवा का आकर्षण बढ़ेगा.
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