Last Updated:June 18, 2025, 21:00 IST
5th GEN FIGHTER AMCA: चीन, अमेरिका और रूस के पास पांचवीं पीढ़ी के विमान हैं, जो उनकी ताकत को दर्शाते हैं. पाकिस्तान भी चीन से 40 पांचवीं पीढ़ी के फाइटर J-35 खरीद रहा है. वहीं, भारत अपने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर क...और पढ़ें

पहली उड़ान की तय डेडलाइन
हाइलाइट्स
2033 में भारत का पहला 5वीं पीढ़ी का फाइटर AMCA भर सकता है उड़ान.AMCA का डिजाइन ऐसा है कि दुश्मन के रडार इसे नहीं पकड़ पाएंगे.AMCA का वजन 25 टन होगा और यह 1.2 से 1.8 मैक की स्पीड से उड़ सकेगा.5th GEN FIGHTER AMCA: दुनिया 5G के दौर में तेजी से आगे बढ़ रही है. पांचवीं पीढ़ी के आधुनिक हथियारों ने मौजूदा जंग में अपना लोहा मनवाया है. इजरायल के F-35 ने ईरान में गदर मचा रखा है. हालत यह हो गए कि ईरान के पास इनका कोई तोड़ ही नहीं. उसी तरह से रूस के Su-57 का भी यूक्रेन के साथ जंग में इस्तेमाल किया गया. भारत ने भी बड़ी अपने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर प्रोग्राम AMCA की रफ्तार को तेज कर चुका है. 27 मई को ही AMCA यानी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम अपने अगले चरण पर पहुंचाया गया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने निजी कंपनियों के साथ इसके एग्जिक्यूशन मॉडल के विकास की मंजूरी दे दी थी. महज बीस दिन में ही AMCA के डेवलपमेंट के लिए निजी कंपनियों के लिए EOI यानी एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट मांगे गए हैं.
2033 में पहली उड़ान की डेडलाइन
एरोनॉटिकल डिवेलपमेंट एजेंसी (ADA) की तरफ से कहा गया है कि EOI का मकसद स्वदेशी कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करना है जिनके पास AMCA प्रोजेक्ट के डेवलपमेंट के लिए तकनीकी तौर पर, प्रोटोटाइप के निर्माण, सपोर्टिंग फ्लाइट टेस्ट और सर्टिफिकेशन के लिए पूरी तरह से सक्षम हो. इसमें भारतीय कानून और रेगुलेशन के तहत आने वाली सिंगल कंपनी, ज्वाइंट वेंचर या कंपनियों के कंसोर्टियम आवेदन कर सकती हैं. खास बात यह है कि शॉर्टलिस्ट की गई कंपनी को कांट्रैक्ट साइन होने के बाद 8 साल में ही AMCA के डेवलपमेंट, प्रोटोटाइपिंग, फ्लाइट टेस्ट और सर्टिफिकेशन को पूरा करना होगा. जुलाई के पहले सप्ताह में एक प्री-EOI बैठक आयोजित की जाएगी. 2025 तक EOI के बारे में किसी भी तरह की क्लेरिफिकेशन लिया जा सकेगा.
स्वदेशी AMCA की स्वदेशी ताकत
भारत ने स्वदेशी तकनीक से तेजस बनाकर एक इको सिस्टम तैयार कर लिया है और अब भविष्य के हाईटेक स्टील्थ फाइटर एयरक्राफ्ट की तैयारी में जुटा है. एरोनॉटिकल डिवेलपमेंट एजेंसी (ADA) इस एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (AMCA) को तैयार कर रही है. इस जेट की सबसे खास बात यह है कि यह पहला स्वदेशी दो इंजन वाला फाइटर जेट होगा और इसका डिजाइन ऐसा है कि दुश्मन के रडार भी इसे नहीं पकड़ पाएंगे. यह 10 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकेगा और इसमें पायलटों को इतनी लंबी उड़ान में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कई बदलाव भी किए जाएंगे. यही नहीं, इस स्टील्थ जेट में हथियारों और मिसाइलों के लिए खास इंतजाम किया गया है. आमतौर पर फाइटर में मिसाइल और हथियार विंग और बेली में लगे होते हैं. इस स्टील्थ जेट में मिसाइल जेट के निचले हिस्से में अंदर लगे होंगे, जिससे मिसाइल के इलेक्ट्रॉनिक रडार सिग्नेचर भी कम होंगे. इस एयरक्राफ्ट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि दुश्मन के रडार को आसानी से चकमा दे सकेगा. AMCA फाइटर 1.2 से 1.8 मैक की स्पीड से उड़ान भर सकेगा.
वजन में होगा हल्का लेकिन घातक
रूस, अमेरिका और चीन के पास जो पांचवीं पीढ़ी के विमान हैं, वे हेवि वेट कैटेगरी यानी 30 से 35 टन के हैं. भारत ने अपनी जरूरतों के हिसाब से अपना पांचवीं पीढ़ी का जेट तैयार किया है. AMCA मीडियम वेट कैटेगरी का फाइटर होगा. इसका कुल वजन 25 टन के करीब होगा. इसका डिजाइन तैयार है और साल 2033 तक इसका पहला प्रोटोटाइप मिल सकता है. माना जा रहा है कि 2035 तक भारतीय वायुसेना में इसे शामिल करना टार्गेट रखा गया है.