देश में एक ओर जहां सरकारी महकमे सरकार के राजस्व की आमदनी के बड़े स्रोत होते हैं, वहीं सरकारी अधिकारी भी घूसखोरी करके अपनी इनकम बढ़ाने के मामले में कहीं भी पीछे नहीं रहते है. देश में एक नहीं बल्कि अनेकों मामले हैं, जहां सरकारी अधिकारियों ने घूस की लूट से माल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सबसे ताजा मामला नोएडा अथॉरिटी के ओएडी रविंद्र सिंह यादव का है. यादव की संपत्ति अरबों रुपये आंकी जा रही है.
News18 हिंदीLast Updated :December 17, 2024, 16:58 ISTWritten byRakesh Singh
01
रविंद्र सिंह यादव: नोएडा अथॉरिटी में ओएसडी रविंद्र सिंह यादव को पिछले साल फरवरी में निलंबित किया गया था. उसके पास से एक अरब रुपये से ज्यादा की संपत्ति के कागजात मिले हैं.
02
संजीव हंस: आईएएस अधिकारी संजीव हंस और उनसे जुड़े करीबी लोगों की करोड़ों रुपये की अचल संपत्तियों को ईडी ने जब्त किया है. बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव रहे संजीव हंस के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बिहार पुलिस की विशेष सतर्कता इकाई की एफआईआर से जुड़ा है.
03
यादव सिंह: नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर यादव सिंह का मामला भी एक समय में काफी ज्यादा चर्चित रहा है. यादव सिंह के परिसरों पर इनकम टैक्स की छापेमारी में 10 करोड़ कैश और 100 करोड़ रुपये कीमत की डायमंड ज्वेलरी जब्त की गई थी.
04
पूजा सिंघल: झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी रहीं पूजा सिंघल को मनरेगा के फंड में हेराफेरी करने के कारण ईडी का निशाना बनना पड़ा. करप्शन के आरोप में वो करीब 28 महीने तक जेल में रहीं.
05
नीरा यादव: यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी रहीं नीरा यादव को भी भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाना पड़ा था. उनके ऊपर अरबों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था.
06
अरविंद जोशी-टीनू जोशी: मध्यप्रदेश कैडर के दो आईएसएस अरविंद जोशी और उनकी पत्नी टीनू जोशी के पास से भी करोड़ों रुपये की संपत्ति मिली थी. 2011 में आयकर विभाग ने भोपाल स्थित इनके घर पर छापा मारा और तीन करोड़ रुपये नकद और करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए थे. दोनों को राज्य सरकार ने बर्खास्त कर दिया था. उनके पास से 350 करोड़ रूपये की बेनामी संपत्ति मिली थी.
07
सजल चक्रवर्ती: बिहार कैडर के ही आईएएस अधिकारी सजल चक्रवर्ती का नाम बदनाम चारा घोटाला में आया था. जिसमें उनको निचली कोर्ट से सजा भी सुनाई गई थी.
08
ए मोहन: आंध्र प्रदेश कैडर के अफसर ए मोहन की अरबों रुपये की संपत्ति का पता तब चला था, जब एंटी करप्शन ब्यूरो ने 2016 में छापेमारी की थी. उनके पास कई राज्यों में 800 करोड़ रूपये की चल-अचल संपत्ति थी.
09
गौतम गोस्वामी: बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी गौतम गोस्वामी पर बाढ़ राहत में घोटाले का आरोप लगाया गया था. उनको जेल जाना पड़ा था. बाद में उनकी मौत हो गई.
10
बाबूलाल अग्रवाल: छत्तीसगढ़ कैडर के बाबूलाल अग्रवाल को साल 2010 में राज्य सरकार ने पद से बर्खास्त कर दिया था. उस दौरान वो कृषि विभाग के सचिव के पद पर थे. इनकम टैक्स विभाग के छापे में उनके पास से 500 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति के बारे में पता चला था. ईडी ने उनकी 27.86 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर दिया था.