लखनऊ. इंडियन रेलवे का नेटवर्क दुनिया के बड़े रेल नेटवर्क में से एक है. देशभर में फैली रेलवे प्रॉपर्टी और लाखों पैसेंजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना बड़ी चुनौती रहती है. भारतीय रेल से रोजाना लाखों की तादाद में लोग सफर करते हैं, जिनकी जिम्मेदारी भी रेलवे पर होती है. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेल पुलिस (GRP) की इसमें अहम भूमिका होती है. ट्रेनों के जरिये अवैध गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश को जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर नाकाम कर दिया है. रेलवे सिक्योरिटी फोर्स ने तकरीबन 2 करोड़ रुपये मूल्य का ड्रग्स बरामद किया है. ड्रग्स स्मगलिंग के आरोप में दो लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार, छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन (गाड़ी संख्या 15053) के जरिये बड़ी मात्रा में ड्रग्स ले जाने की गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद आरपीएफ और जीआरपी की टीमें चौकस हो गईं. रेलव पार्सल के जरिये प्रतिबंधित ड्रग्स को ले जाने की बात सामने आई थी. ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची और उससे ड्रग्स की खेप को रेलवे पार्सल हउस भी पहुंचा दिया गया. पार्सल हाउस में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान GRP-RPF ने 1,93,73,904 रुपये मूल्य का ड्रग बरमाद किया. जीआरपी ने बताया कि प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन को ट्रेन के जरिये लाया गया था.
एक के बाद एक मिले 38 पैकेट
GRP और RPF की टीमों ने छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन की तलाशी लेनी शुरू कर दी. रेलवे पार्सल हाउस की भी तलाशी ली गई, जहां से एक के बाद 38 पैकेट बरामद किए गए. इस बाबत जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि चारबाग रेलवे स्टेशन पर इसको लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. जानकारी के अनुसार, बिहार के छपरा के टेल्पा निवासी संतोष सिंह और सीतापुर (उत्तर प्रदेश) के चांडी निवासी रामलोटन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अब इन दोनों के खिलाफ छानबीन शुरू की गई है, ताकि पता लगाया जा सके कि इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित ड्रग्स को कहां ले जाना था.
रैकेट में और लोगों के होने का भी संदेह
जीआरपी के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस प्रकाश डी. के निर्देश पर संदिग्ध स्मगलरों की धड़-पकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है. दिलचस्प बात यह है कि ड्रग्स के पैकेट्स को ट्रेन की पार्सल वैन से उतारा गया और फिर उसे पार्सल हाउस तक ले जाया गया. इसके बाद रेलवे के उच्चाधिकारियों को ड्रग्स की बड़ी खेप आने की सूचना मिली. गुप्त सूचना मिलते ही छानबीन शुरू कर दी गई और ऑक्सीटॉसिन को बरामद कर लिया गया. बाजार में इसकी कीमत तकरीबन 2 करोड़ रुपये आंकी गई है. पुलिस को इस रैकेट में और भी लोगों के शामिल होने का संदेह है. इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED :
November 17, 2024, 16:06 IST