Last Updated:May 23, 2025, 17:53 IST
GK General Knowledge: कैलाश पर्वत को चीन में "कांगरिनबोके" कहा जाता है, जिसका मतलब "बर्फ का अनमोल रत्न" है. यह पर्वत हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों के लिए पवित्र माना जाता है.

GK General Knowledge: कैलाश पर्वत को चीन में इस नाम से जाना जाता है.
हाइलाइट्स
कैलाश पर्वत को चीन में "कांगरिनबोके" कहा जाता है.यह नाम तिब्बती शब्द "गंग रिनपोछे" से आया है.कैलाश पर्वत हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों के लिए पवित्र है.GK General Knowledge: आपमें से अधिकांश लोग कैलाश पर्वत के बारे में जरूर सुन चुके होंगे और इसकी तस्वीर भी देखी होगी. यह पर्वत हमारे देश से लगती हुई सीमा के पास पड़ोसी देश चीन में भी फैला हुआ है. लेकिन शायद ही कई लोग जान पाते हों कि चीन में इस पर्वत को किस नाम से जाना जाता है. अगर आप भी इसके बारे में नहीं जानते, तो नीचे इसके बारे में विस्तार से जानकारी पढ़ सकते हैं.
चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कैलाश पर्वत को आधिकारिक तौर पर “कांगरिनबोके” कहा जाता है. यह नाम तिब्बती शब्द “गंग रिनपोछे” से आया है, जिसका मतलब होता है “बर्फ का अनमोल रत्न”. यह नाम इस पर्वत की बर्फ से ढकी चोटियों की खूबसूरती और उसकी गहरी आध्यात्मिकता को दिखाता है.
कैलाश पर्वत अपनी खूबसूरती के साथ-साथ कई धर्मों के लिए बहुत पवित्र माना जाता है, जैसे कि हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और तिब्बती बोन धर्म. चीनी भाषा में तिब्बती नाम का इस्तेमाल इस पर्वत की सांस्कृतिक और धार्मिक अहमियत को दर्शाता है.
विविध धर्मों में आध्यात्मिक प्रतीक
कैलाश पर्वत केवल एक भौगोलिक स्थल नहीं, बल्कि चार प्रमुख धर्मों का पवित्र केंद्र भी है.
हिंदू धर्म: इसे भगवान शिव का निवास माना जाता है.
बौद्ध धर्म: इसे चक्रसंवर (Demchok) के साथ जोड़ा जाता है, जो आनंद और तंत्र के देवता हैं.
जैन धर्म: विश्वास है कि पहले तीर्थंकर ऋषभनाथ ने यहीं मोक्ष प्राप्त किया.
बॉन धर्म: तिब्बत की प्राचीन परंपरा में यह पर्वत विशेष आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है.
नाम में छिपी विरासत
कांगरिनबोके, केवल एक नाम नहीं, बल्कि तिब्बती पहचान, आध्यात्मिक विरासत और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है. इसका इस्तेमाल चीन में यह दर्शाता है कि कैसे स्थानीय परंपराओं और बहु-धार्मिक श्रद्धा को सम्मान के साथ समाहित किया जा सकता है.
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पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin...और पढ़ें
पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin...
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