Last Updated:December 26, 2025, 13:49 IST
Bengaluru Murder: बेंगलुरु में यूनियन बैंक की असिस्टेंट मैनेजर भुवनेश्वरी की हत्या के मामले में एक हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. आरोपी पति बालामुरुगन का दावा है कि उसने पत्नी द्वारा भेजे गए तलाक के नोटिस से गुस्सा होकर गोली चलाई, लेकिन पुलिस को अब तक ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है. न डिजिटल सबूत मिले और न ही कागजी. पुलिस अब इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है कि क्या यह महज आरोपी का बहाना है या फिर इस खौफनाक वारदात के पीछे की असली वजह कुछ और ही है.
बेंगलुरु में पति ने क्यों की पत्नी की हत्याबेंगलुरु. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीते मंगलवार को यूनियन बैंक की असिस्टेंट मैनेजर भुवनेश्वरी की हत्या उसके पति ने कर दिया था. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, कहानी और भी पेचीदा होती जा रही है. इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी और भुवनेश्वरी के पति बालामुरुगन ने पुलिस के सामने दावा किया था कि उसने यह खौफनाक कदम इसलिए उठाया क्योंकि उसकी पत्नी ने उसे ‘तलाक का नोटिस’ भेजा था. लेकिन अब बेंगलुरु पुलिस की जांच में एक ऐसा मोड़ आया है जिसने पति बालामुरुगन के दावों पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. पुलिस को अब तक उस कथित ‘ तलाक नोटिस’ का कोई सुराग नहीं मिला है, जिसने कथित तौर पर इस पूरी वारदात को अंजाम देने के लिए ‘ट्रिगर’ का काम किया था.
जांच अधिकारियों के अनुसार, बालामुरुगन ने पूछताछ के दौरान बार-बार यह दोहराया कि वह अपनी पत्नी द्वारा तलाक मांगे जाने से बेहद आहत और गुस्से में था. उसने बताया कि नोटिस मिलने के बाद उसके भीतर बदले की भावना पैदा हुई और उसने गोली मारकर भुवनेश्वरी की हत्या कर दी. हालांकि, जब मगदी रोड पुलिस ने भुवनेश्वरी और बालामुरुगन के घर की तलाशी ली, तो उन्हें कागजी तौर पर कोई भी कानूनी नोटिस नहीं मिला. पुलिस को लगा कि शायद यह नोटिस डिजिटल माध्यम जैसे ईमेल, व्हाट्सएप या किसी अन्य मैसेजिंग ऐप के जरिए भेजा गया होगा, लेकिन डिजिटल फॉरेंसिक जांच में भी अब तक कुछ हाथ नहीं लगा है.
बेंगलुरु मर्डर मिस्ट्री में नया खुलासा
पुलिस ने आरोपी बालामुरुगन के मोबाइल फोन की गहन जांच की है. विशेषज्ञों ने उसके डिलीट किए गए डेटा को भी रिकवर करने की कोशिश की, लेकिन वहां भी किसी ऐसे आधिकारिक कानूनी दस्तावेज का प्रमाण नहीं मिला जो तलाक की प्रक्रिया की पुष्टि करता हो. पुलिस अब इस संभावना पर विचार कर रही है कि क्या बालामुरुगन को किसी दोस्त या रिश्तेदार के जरिए यह ‘गलत सूचना’ मिली थी कि उसकी पत्नी तलाक की योजना बना रही है या फिर उसने खुद ही इस कहानी को गढ़ा है ताकि अपनी क्रूरता को भावनात्मक गुस्से का रंग दे सके.
क्या महज एक ‘स्क्रिप्ट’ है तलाक का दावा?
बेंगलुरु पुलिस का एक धड़ा यह मान रहा है कि बालामुरुगन एक पूर्व टेक प्रोफेशनल है और वह जानता है कि कानून में ‘गंभीर और अचानक उकसावे’ के आधार पर सजा में रियायत मिल सकती है. हो सकता है कि उसने खुद को बचाने के लिए तलाक के नोटिस की झूठी कहानी रची हो. हालांकि, भुवनेश्वरी के करीबियों और सहकर्मियों से पूछताछ में यह जरूर सामने आया है कि दोनों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं थे और अक्सर विवाद होता था. लेकिन क्या भुवनेश्वरी ने वास्तव में कानूनी कार्यवाही शुरू की थी? यह सवाल का पुलिस अभी भी जवाब तलाश रही है.
भुवनेश्वरी के संपर्क में कौन-कौन थी?
पुलिस अब उन वकीलों के नेटवर्क की भी जांच कर रही है जिनसे भुवनेश्वरी संपर्क में रही हो सकती हैं. अगर उसने वास्तव में कोई नोटिस तैयार करवाया था, तो वह किसी न किसी कानूनी कार्यालय के रिकॉर्ड में जरूर होगा. पुलिस का कहना है कि जब तक वह नोटिस या उसकी कोई कॉपी बरामद नहीं हो जाती, तब तक बालामुरुगन के बयान को केवल एक ‘दावा’ ही माना जाएगा.
एक होनहार अफसर का दर्दनाक अंत
भुवनेश्वरी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में एक समर्पित असिस्टेंट मैनेजर थीं. उनके सहकर्मियों का कहना है कि वह एक शांत और पेशेवर महिला थीं. मंगलवार की उस काली शाम को जब वह अपने घर के पास पहुंचीं तो उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि जिस शख्स के साथ उन्होंने जिंदगी बिताने की कसमें खाई थीं, वही उनके खून का प्यासा बन जाएगा. बालामुरुगन, जो पहले एक नामी आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था, उसने अपना करियर और परिवार दोनों ही अपने सनकीपन की भेंट चढ़ा दिए.
पुलिस की आगे की कार्रवाई
इस मामले ने बेंगलुरु जैसे आधुनिक शहर में शिक्षित परिवारों के बीच बढ़ती घरेलू हिंसा और असुरक्षा की भावना को फिर से उजागर कर दिया है. पुलिस अब हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार के स्रोत का भी पता लगा रही है कि आखिर एक पूर्व टेक प्रोफेशनल के पास अवैध पिस्तौल कहां से आई.
मगदी रोड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वे बालामुरुगन की रिमांड बढ़ाने की मांग करेंगे ताकि इस ‘गायब नोटिस’ की गुत्थी को सुलझाया जा सके. इसके साथ ही, भुवनेश्वरी के बैंक ट्रांजैक्शन और कानूनी परामर्श से जुड़े किसी भी भुगतान की जांच की जा रही है. अगर यह साबित हो जाता है कि ऐसा कोई नोटिस था ही नहीं, तो बालामुरुगन का मामला और भी कमजोर हो जाएगा और उसे ‘कोल्ड ब्लडेड मर्डर’ के लिए कड़ी से कड़ी सजा मिलने की संभावना बढ़ जाएगी.
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रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
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Bengaluru,Bengaluru,Karnataka
First Published :
December 26, 2025, 13:49 IST

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