Last Updated:March 22, 2025, 09:22 IST
Ajit Pawar on Muslims: अजित पवार ने रमजान के मौके पर शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इस दौरान मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है. औरंगजेब विवाद के बीच एनसीपी चीफ के इस बयान के मायने क्या...

अजित पवार ने रमजान की इफ्तार पार्टी में मुस्लिमों को लेकर बड़ा बयान दिया है.
हाइलाइट्स
अजित पवार ने रमजान की इफ्तार पार्टी में मुस्लिमों को लेकर बड़ा बयान दिया है.उन्होंने मुसलमानों को धमकाने की किसी भी कोशिश के खिलाफ चेतावनी दी.पवार ने कहा कि मुस्लिम भाई-बहनों को आंख दिखाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.महाराष्ट्र में इन दिनों मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गर्माया हुआ है. इसी विवाद की वजह से नागपुर में पिछले दिनों भड़क गई थी. हालांकि इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एनसीपी चीफ अजित पवार ने मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल पवार ने रमजान के मौके पर शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जहां उन्होंने भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति पर जोर दिया और मुसलमानों को धमकाने की किसी भी कोशिश के खिलाफ चेतावनी दी.
मुंबई के मरीन लाइन्स में इफ्तार आयोजित पार्टी के दौरान बोलते हुए अजित पवार ने कहा, ‘भारत विविधता में एकता का प्रतीक है. हमें किसी भी विभाजनकारी ताकतों के जाल में नहीं फंसना चाहिए.’
अजित पवार ने मुसलमानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा, ‘हमने अभी होली मनाई है, गुड़ी पड़वा और ईद आ रही है – ये सभी त्योहार हमें एक साथ रहना सिखाते हैं. हमें इसे एक साथ मनाना चाहिए क्योंकि एकता ही हमारी असली ताकत है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपका भाई अजित पवार आपके साथ है.’
पवार ने आगे कहा कि रमजान केवल एक धर्म तक सीमित नहीं है और यह मानवता, त्याग और आत्म-अनुशासन का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि यह पवित्र महीना लोगों को जरूरतमंदों की पीड़ा को समझने के लिए प्रेरित करता है और न केवल शरीर बल्कि मन और आत्मा को भी शुद्ध करता है.
‘माफ नहीं किया जाएगा…’
अजीत पवार ने कार्यक्रम के दौरान आगे कहा, ‘मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आपका भाई अजित पवार आपके साथ है. जो कोई भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आंख दिखाएगा, अगर कोई भी दो गुटों में झगड़ा कराकर अमन-शांति को भंग करेगा और कानून को अपने हाथ में लेता है, चाहे वह कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा…’
महाराष्ट्र में ‘छावा’ फिल्म की रिलीज के बाद औरंगजेब विवाद फिर से भड़क गया है. हिंदू संगठनों ने मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को गिराने की मांग की है. ‘छावा’, जो छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, ने उनकी छवि एक शहीद के रूप में और मजबूत कर दी है, जिससे महाराष्ट्र में औरंगजेब विरोधी भावनाएं तेज हो गई हैं.
नागपुर में हिंसा, कई पुलिसकर्मी घायल
इस विवाद ने तब और तूल पकड़ लिया जब नागपुर, जो आरएसएस का मुख्यालय है, वहां चिटनिस पार्क, महल क्षेत्र में दो समूहों के बीच झड़प हो गई. यह हिंसा कुछ धार्मिक चीज़ों को जलाने की कथित घटना के बाद हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
अजित पवार ने नितेश राणे को लगाई फटकार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इससे पहले मंत्री नितेश राणे की उस टिप्पणी को फटकार लगाई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुसलमान छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का हिस्सा नहीं थे. पवार ने कहा कि ऐसे बयान महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत और साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए हानिकारक हैं.
अजित पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज ने कभी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया. उन्होंने सभी को समान रूप से अवसर दिए. पवार ने आगे कहा, ‘सरकार हो या विपक्ष, सभी राजनीतिक नेताओं को बयान देते समय सतर्क रहना चाहिए ताकि समाज में सांप्रदायिक तनाव न फैले. महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में देशभक्त मुस्लिम रहते हैं. ऐतिहासिक प्रमाण बताते हैं कि छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन में कई मुस्लिमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.’
Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
March 22, 2025, 09:13 IST
'जो मुस्लिमों को आंख दिखाएगा...' अजित पवार ने दी वॉर्निंग, ईद पर भी संदेश