Last Updated:April 20, 2025, 15:48 IST
Viral News, Delhi University Student: इन दिनों आईआईटी, आईआईएम, दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे नामी संस्थानों से पासआउट स्टूडेंट्स भी नौकरी के लिए भटकते हुए नजर आ रहे हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज की टॉपर स्ट...और पढ़ें

Viral News, Delhi University Student: बिस्मा फरीद इंग्लिश ऑनर्स कर रही हैं
हाइलाइट्स
दिल्ली यूनिवर्सिटी की टॉपर को नहीं मिल रही इंटर्नशिप.बिस्मा फरीद ने लिंक्डइन पर दर्द बयां किया, पोस्ट वायरल.स्किल्स की कमी के कारण नहीं मिल रही इंटर्नशिप.नई दिल्ली (Viral News, Delhi University Student). एक जमाने में कई तरह के सर्टिफिकेट और टॉपर होने से ही स्टूडेंट की काबिलियत मापी जाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं है. यह स्किल्स का जमाना है और इसमें सिर्फ डिग्री होना भर काफी नहीं है. बिस्मा फरीद नामक एक लिंक्डइन यूजर ने इंटर्नशिप नहीं मिलने का दर्द शेयर किया है. बिस्मा फरीद दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से इंग्लिश ऑनर्स की पढ़ाई कर रही हैं (Bisma Fareed LinkedIn).
बिस्मा फरीद कॉलेज की टॉपर भी हैं. परीक्षाओं में अच्छे मार्क्स लाने के बाद भी उन्हें कहीं इंटर्नशिप नहीं मिल पा रही है. इसी से परेशान होकर उन्होंने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर किया, जोकि देखते ही देखते वायरल हो गया. फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हॉट्सऐप पर भी लोग उस पोस्ट के लिंक शेयर कर रहे हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा ने पोस्ट में लिखा, ‘मैं टॉपर हूं. लेकिन मुझे इंटर्नशिप नहीं मिल रही है.’ उन्हें समझ में आ गया है कि सिर्फ नंबर हासिल करने से कुछ नहीं होगा, असल फर्क स्किल से पड़ता है.
इंटरव्यू में क्या पूछा गया?
बिस्मा फरीद ने अपने पोस्ट में लिखा कि उनके प्रोफेसर्स, टीचर्स और रिश्तेदारों ने हमेशा पढ़ाई पर फोकस करने के लिए कहा. सब कहते रहे कि अंत में मार्क्स ही मायने रखते हैं. लेकिन बिस्मा ने जब असल दुनिया में कदम रखा तो उन्हें समझ में आया कि कंपनियां उन लोगों को नहीं ढूंढतीं जो सिर्फ अच्छे नंबर लाएं, बल्कि उन्हें ऐसे लोग चाहिए, जो असल में कुछ काम भी कर सकें. उन्होंने इंटर्नशिप के लिए जहां भी इंटरव्यू दिया, वहां उनसे उनके मार्क्स नहीं पूछे गए, बल्कि स्किल्स के बारे में पूछा गया.
वक्त रहते समझें हकीकत
बिस्मा फरीद स्टूडेंट्स को दुनिया की हकीकत समझने के लिए कह रही हैं. उन्होंने आगे लिखा कि वह आपसे किताबें साइड में रखने के लिए नहीं कह रही हैं. पढ़ाई करना जरूरी है और उसे करते रहिए. लेकिन सिर्फ किताबों में घुसे रहने के बजाय कोई स्किल डेवलप करने पर फोकस करें. इससे आपको कॉलेज के बाहर की दुनिया में सर्वाइव करने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी लिखा कि उनके पास 50 से ज्यादा सर्टिफिकेट, 10 मेडल और 10 ट्रॉफी हैं, लेकिन उनसे इंटर्नशिप में कोई मदद नहीं मिल रही है.
यह भी पढ़ें- स्कूल में टॉपर, IIT से बीटेक, खूब पढ़े-लिखे हैं अरविंद केजरीवाल के बेटी-दामाद
First Published :
April 20, 2025, 15:48 IST