दो खंभों पर टिका है दुनिया का सबसे छोटा 'देश', समंदर में चलती है खुद की करंसी और सरकार

4 weeks ago

World Smallest State: पूरी दुनिया में 195 देश हैं. हर देश की अपनी भौगौलिक स्थिति, भाषा, वेशभूषा, सरकार, नियम-कानून और परंपराएं हैं. कोई देश चारों तरफ नेपाल की तरह लैंडलॉक है. जबकि किसी देश के चारों और सिर्फ समंदर है. 

लेकिन अगर हम आपको बताएं कि पूरी दुनिया में एक ऐसा भी ''देश" है, जो दो मोटे खंभों पर टिका है और वहां महज 27 लोग (2002 के मुताबिक) रहते हैं तो आप यकीन नहीं कर पाएंगे. और यह समंदर के बीचोबीच है. दुनिया के नक्शे पर हथेली जितने छोटे इस माइक्रो नेशन का क्षेत्रफल महज 100 स्क्वेयर किलोमीटर है और इसका कोई पड़ोसी देश नहीं है. सबसे करीब अगर कोई देश है तो वह ब्रिटेन है.

सीलैंड के पास नहीं है कोई सेना

इस माइक्रो नेशन का नाम है सीलैंड (Sealand), जो उत्तरी सागर में स्थित है. यह इंग्लैंड के सफोक तट से लगभग 12 किलोमीटर दूर है. इस देश के पास अपनी कोई सेना नहीं है. लेकिन सीलैंड के संविधान में सीलैंड गार्ड का जिक्र है. 

यह एक पुराना ऑफशोर प्लेटफॉर्म है, जिसे दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जर्मन बॉम्बर्स से तट की रक्षा के लिए 1942 में बनाया गया था. संप्रभुता के मामले में सीलैंड की स्थिति विवादित है. क्योंकि ना तो यूनाइटेड किंगडम और ना ही कोई अन्य देश सीलैंड को देश के रूप में मान्यता देता है. लेकिन इसका अपना झंडा, मुद्रा और सरकार है. 

यूके की सेना के अधिकारी ने खरीदा था

दरअसल, साल 1967 में, ब्रिटिश सेना के पूर्व मेजर रॉय बेट्स ने सीलैंड को खरीदा और इसे एक स्वतंत्र संप्रभु राज्य घोषित कर दिया. उन्होंने खुद को प्रिंस रॉय ऑफ सीलैंड नाम दिया और अपने पासपोर्ट और टिकट जारी कर दिए.

पिछले कुछ वर्षों में जाकर इतिहास के पन्ने पलटें तो सीलैंड कई घटनाओं का गवाह रहा है. जैसे 1978 में डच कमांडो के एक समूह ने सीलैंड पर कब्ज़ा करने की कोशिश की थी, लेकिन वे नाकाम रहे. 1990 में ब्रिटिश पुलिस ने सीलैंड पर छापा मारा और रॉय बेट्स के बेटे माइकल को गिरफ़्तार कर लिया था.

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लेकिन विवादित इतिहास के बावजूद सीलैंड टूरिस्ट्स के लिए एक मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. लोग नाव पर बैठकर यहां घूमने आते हैं. 

हैकर्स और डाकुओं का अड्डा?

दरअसल सीलैंड पर ये आरोप भी लगे हैं कि यह डाकुओं और हैकर्स का गढ़ है. साल 2000 में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सीलैंड को हैकर्स सरकारी वेबसाइट्स को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. साल 2012 में डाकुओं के एक समूह ने सीलैंड का इस्तेमाल जहाजों पर हमले के लिए किया था. 

लेकिन सीलैंड की सरकार ने इन तमाम आरोपों का खंडन किया था. लेकिन आरोपों का दौर फिर भी नहीं थमा. कुछ लोगों का मानना है कि सीलैंड समंदर में स्थित है और यहां सरकारी नियम-कानूनों उतने सख्त नहीं हैं. इसलिए यहां अपराधी अपना अड्डा बना लेते हैं.

दुनिया से दूर लेकिन आधुनिक है सीलैंड

दरअसल सीलैंड एक परिवार के द्वारा चलाए जाने वाला माइक्रो नेशन है. साल 2012 में जब प्रिंस रॉय की मौत हो गई तो उनका बेटा माइकल के हाथों में बागडोर आ गई. भले ही इस देश का साइज छोटा हो लेकिन सीलैंड डिजिटल दुनिया में जी रहा है. भले ही यह 4000 स्क्वेयर फीट में हो लेकिन इसके दो टावर्स डेक से कनेक्ट हैं और यहां रहने के लिए क्वॉटर्स, पावर जनरेटर और बुनियादी सुविधाएं हैं. सीलैंड की आबादी के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं हैं लेकिन यहां कुछ लोग रहते हैं. 

आर्थिक रूप से खुद को चलाने के लिए सीलैंड ने कई क्षेत्रों में हाथ आजमाए हैं, जिसमें ऑनलाइन डेटा सेंटर, लोगों को टाइटल देना, स्टैंप और सिक्के जारी करना शामिल है. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सीलैंड की थीम वाले मर्जेंटाइज भी बेचे जा रहे हैं. 

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