Last Updated:December 31, 2025, 19:26 IST
Electronics Star Rating : सरकार ने 1 जनवरी, 2026 से सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर स्टार रेटिंग को अनिवार्य कर दिया है. सभी मतलब एसी-फ्रिज, टीवी और गैस चूल्हा आदि शामिल हैं. इसका फायदा ग्राहकों को भी मिलेगा.
सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर स्टार रेटिंग 1 जनवरी से अनिवार्य कर दिया है. नई दिल्ली. 1 जनवरी, 2026 यानी नए साल में अगर आप भी टीवी, फ्रिज, एसी और गैस चूल्हा आदि खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए है. सरकार ने अब इन सभी चीजों के स्टैंडर्ड को बदल दिया है. नए नियम अब कंपनियों के लिए तो जरूरी होंगे ही, ग्राहकों को भी इसके लिए जागरुक रहने की जरूरत है. आइये समझते हैं कि आखिर किस तरह का स्टैंडर्ड आगे लागू होगा और इसका ग्राहकों व कंपनियों पर क्या असर होगा.
बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) की गजट अधिसूचना के मुताबिक, सरकार ने एक जनवरी से रेफ्रिजरेटर, टीवी, एलपीजी गैस चूल्हा और कूलिंग टॉवर जैसे कई उपकरणों पर ऊर्जा दक्षता वाली स्टार रेटिंग को अनिवार्य कर दिया है. इस नए नियम का विस्तार डीप फ्रीजर, वितरण ट्रांसफॉर्मर और ग्रिड से जुड़े सोलर इनवर्टर पर भी होगा. उल्लेखनीय है कि बीईई का स्टार रेटिंग ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है. इसके तहत उपकरणों पर एक से पांच स्टार की रेटिंग दी जाती है, जो बताता है कि संबंधित उपकरण कितनी बिजली खपत करेगा.
अभी तक क्या था नियम
अभी तक फ्रॉस्ट-फ्री और डायरेक्ट कूल रेफ्रजरेटर, डीप रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर (कैसेट, फ्लोर स्टैंडिंग टॉवर, सीलिंग, कॉर्नर एसी), रंगीन टीवी और अल्ट्रा एचडी टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर स्टार रेटिंग को दर्शाना स्वैच्छिक था. मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि स्टार-रेटिंग वाले उपकरणों की सूची समय-समय पर अपडेट की जाती है. जुलाई 2025 में इन उपकरणों के लिए मसौदा नियम जनता से सुझाव लेने के लिए जारी किए गए थे और नए बदलाव इन्हीं सुझावों पर आधारित हैं.
किन चीजों पर अनिवार्य थी रेटिंग
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की ओर से पहले भी कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर स्टार रेटिंग अनिवार्य थी. इसमें रूम एयर कंडीशनर, इलेक्ट्रिक सीलिंग फैन, इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर, वॉशिंग मशीन, ट्यूबलर फ्लोरसेंट लैंप और सेल्फ-बैलास्टेड एलईडी लैंप जैसे उपकरण शामिल थे. मामले से जुड़े अधिकारी का कहना है कि अब इन उपकरणों के लिए नियम पहले से अधिक ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करने के लिए अपडेट किए गए हैं. लिहाजा अब ज्यादा से ज्यादा उपकरणों पर इस तरह की स्टार रेटिंग को अनिवार्य कर दिया गया है.
स्टार रेटिंग से कितनी बिजली की बचत
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर स्टार रेटिंग उसकी बिजली बचाने की क्षमता को दिखाता है. इसे ऐसे समझते हैं कि अगर आपने 5 स्टार वाला एसी या फ्रिज खरीदा है तो वह 3 स्टार वाले इसी तरह के उपकरण की तुलना में 25 से 30 फीसदी ज्यादा बिजली बचा सकता है. इस तरह, आप देखेंगे कि सालाना इससे आपको हजारों रुपये की बिजली बिल में बचत हो सकती है. सीधे शब्दों में कहें तो 5 स्टार वाले एसी से आपको साल भर में करीब 4 हजार रुपये की बिजली बिल में बचत हो संभव है.
स्टार रेटिंग से और क्या फायदे
पर्यावरण की सुरक्षा : बिजली उपकरणों पर स्टार रेटिंग से कार्बन उत्सर्जन को घटाने में मदद मिलती है, जो जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग को घटाने में भी मददगार होता है और ऊर्जा संरक्षण से देश की बिजली की डिमांड भी घटाई जा सकती है. उपकरण खरीदने में मददगार : जब आप बिजली उपकरणों को खरीदने जाते हैं तो स्टार रेटिंग के जरिये आसानी से जान सकते हैं कि कौन सा उपकरण ज्यादा बिजली बचाएगा और बीईई लेबल को देखकर ऐसे उपकरणों की पहचान भी आसानी से कर सकते हैं. पहले महंगा और बाद में सस्ता पड़ेगा : जब आप 5 स्टार वाले किसी उपकरण को खरीदते हैं तो शुरुआत में यह भले ही आपको महंगे लगते हों, लेकिन लंबी अवधि में देखेंगे तो यही उपकरण आपको सस्ता लगने लगेगा. सरकारी इंसेंटिव : सरकार भी कंपनियों को ऐसे उपकरणों को बनाने और बेचने पर सब्सिडी देती है, जो देश की ऊर्जा नीति का हिस्सा है और इसका फायदा ग्राहकों को भी मिलता है.About the Author
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
December 31, 2025, 19:26 IST

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