Last Updated:December 10, 2025, 19:36 IST
लोकसभा में SIR पर बहस के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने इतिहास की वो फाइलें खोल दीं, जिनसे कांग्रेस असहज हो गई. नेहरू के प्रधानमंत्री बनने को 'देश की पहली वोट चोरी' बताने से लेकर सोनिया गांधी की नागरिकता और इंदिरा गांधी की 'इम्युनिटी' तक... शाह ने गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों को कटघरे में खड़ा कर दिया. 70 साल का सियासी इतिहास सुनाते हुए उन्होंने विपक्ष को ऐसा आईना दिखाया कि सदन में हंगामा बरपा हो गया.
गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में बहस के दौरान.लोकसभा में चुनाव सुधार और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर चल रही बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को इतिहास के पन्ने पलट दिए. उन्होंने न केवल विपक्ष के आरोपों को खारिज किया, बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी तक के कार्यकाल का जिक्र करते हुए ‘वोट चोरी’ और ‘लोकतंत्र के हनन’ की 70 साल पुरानी कहानी सुना दी. अमित शाह का तेवर इतना आक्रामक था कि उन्होंने सीधे तौर पर गांधी परिवार को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले पहले अपने गिरेबां में झांकें.
नेहरू का पीएम होना पहली वोट चोरी
अमित शाह ने कहा, नेहरू का पीएम होना पहली वोट चोरी थी. आजादी के बाद देश का प्रधानमंत्री तय होना था. उस समय 28 वोट सरदार पटेल जी को मिले और 2 वोट जवाहरलाल नेहरू जी को मिले, और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी बने. शाह का इशारा आजादी के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की उस बैठक की ओर था, जिसमें कथित तौर पर सरदार पटेल को बहुमत मिलने के बावजूद पंडित नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया गया था. शाह ने कहा कि जब जनमत किसी और के साथ था और गद्दी किसी और को मिली, तो लोकतंत्र की हत्या की शुरुआत वहीं से हो गई थी.
इंदिरा गांधी का चुनाव दूसरी वोट चोरी
गृहमंत्री ने कहा, इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनी गईं. राज नारायण इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे और कहा कि यह चुनाव नियमों के अनुसार नहीं हुआ है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निर्णय दिया कि यह चुनाव सही तरीके से नहीं जीता गया है, इसलिए इसे रद्द किया जाता है. उसके बाद इस वोट चोरी को ढकने के लिए संसद में कानून लाया गया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई केस ही नहीं हो सकता.
इंदिरा गांधी ने तो खुद को इम्युनिटी दे दी
चुनाव आयोग की नियुक्तियों और स्वायत्तता पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह ने इंदिरा गांधी के दौर की याद दिलाई. शाह ने कहा, विपक्ष के नेता ने कहा कि आपने चुनाव आयुक्तों को इम्यूनिटी (सुरक्षा) दे दी. मान लो हमने तो चुनाव आयुक्त को दी, लेकिन इंदिरा गांधी ने तो खुद को इम्युनिटी दे दी थी. 2-3-4 नंबर के जज को बाइपास करके चौथे नंबर के जज को चीफ जस्टिस बनाया और अपना केस भी जीत लिया. ये तो इतिहास है, कौन झुठला सकता है? गृहमंत्री ने आपातकाल और इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद हुए संविधान संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि जिन्होंने न्यायपालिका और संविधान के साथ खिलवाड़ किया, वे आज लोकतंत्र बचाने की बात कर रहे हैं.
सोनिया गांधी नागरिक बनने से पहले वोटर बन गईं
अमित शाह ने सोनिया गांधी की नागरिकता और वोटर लिस्ट में नाम को लेकर भी सवाल किया. शाह ने कहा, अभी अभी दिल्ली की सिविल अदालत में एक वाद पहुंचा है कि सोनिया गांधी जी इस देश की नागरिक बनने से पहले मतदाता बनीं. यह सुनते ही विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. शोर-शराबे के बीच अमित शाह ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, विपक्ष के सांसद सवाल उठा रहे हैं, लेकिन अब जवाब तो उन्हें अदालत में देना है. हमें जवाब नहीं देना है.
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
December 10, 2025, 19:19 IST

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