Last Updated:December 16, 2025, 07:19 IST
Pahalgam Terror Attack News: संयुक्त राष्ट्र में आयोजित ओपन डिबेट 'लीडर फॉर पीस' में भारतीय राजदूत ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी. इस हमले में धर्म के आधार पर चुन-चुनकर 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की गई. उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के रवैये का ताजा उदाहरण है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुई खुली बहस के दौरान भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को उसके दोगले रवैये पर करारा जवाब दिया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुई खुली बहस के दौरान भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को उसके दोगले रवैये पर करारा जवाब दिया. संयुक्त राष्ट्र में आयोजित ‘लीडर फॉर पीस’ डिबेट में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत हरीश परवथनेनी ने पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने साफ कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं. वे पहले भी भारत का हिस्सा थे, आज भी हैं और भविष्य में भी रहेंगे.
राजदूत हरीश पी. ने कहा, ‘आज की बहस में पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया जाना इस बात का प्रमाण है कि वह हर अंतरराष्ट्रीय मंच का इस्तेमाल भारत और उसके नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के अपने जुनूनी एजेंडे के लिए करता है.’ उन्होंने कहा कि जो देश संयुक्त राष्ट्र के हर मंच पर विभाजनकारी राजनीति करता है, उससे सुरक्षा परिषद के एक जिम्मेदार गैर-स्थायी सदस्य की भूमिका निभाने की उम्मीद नहीं की जा सकती.
पहलगाम हमले पर क्या बोले भारतीय राजदूत?
भारत ने सिंधु जल संधि का भी जिक्र करते हुए पाकिस्तान की पोल खोली. भारतीय राजदूत ने कहा कि भारत ने 65 साल पहले इस संधि पर अच्छे विश्वास और दोस्ती की भावना से हस्ताक्षर किए थे, लेकिन पाकिस्तान ने इस दौरान भारत पर तीन युद्ध थोपे और हजारों आतंकी हमले कराए. उन्होंने बताया कि पिछले चार दशकों में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के कारण हजारों भारतीयों की जान गई है.
भारतीय राजदूत ने अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस हमले में धर्म के आधार पर चुन-चुनकर 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की गई. उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के रवैये का ताजा उदाहरण है. इसी पृष्ठभूमि में भारत ने फैसला किया है कि सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखा जाएगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद समेत हर तरह के आतंकवाद को विश्वसनीय और स्थायी रूप से समाप्त नहीं करता.
इमरान का नाम और पाकिस्तान पर ताना
राजदूत हरीश पी. ने पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति पर भी तीखा तंज कसा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जनता की इच्छा का सम्मान करने का तरीका यह है कि वहां एक प्रधानमंत्री को जेल में डाला जाता है, सत्तारूढ़ पार्टी पर प्रतिबंध लगाया जाता है और सेना 27वें संशोधन के जरिये संवैधानिक तख्तापलट कर अपने प्रमुख को आजीवन प्रतिरक्षा दे देती है.
अपने संबोधन के अंत में भारत ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हर रूप और हर स्तर पर पूरी ताकत से मुकाबला करेगा. भारत का यह कड़ा और स्पष्ट संदेश अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की नीतियों को बेनकाब करने और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जीरो टॉलरेंस का संकेत माना जा रहा है.
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An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
December 16, 2025, 07:19 IST

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