Last Updated:August 01, 2025, 18:36 IST

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की विचारधारा का प्रचार करने और उसकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विदेशी व अन्य स्रोतों से धन जुटाने की साजिश रचने के आरोप में हिज़्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के तीन आतंकवादी गुर्गों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है.
कबीर अहमद अलियार उर्फ कबीर अहमद, अज़ीज़ अहमद उर्फ अज़ीज़ अहमद उर्फ जलील अज़ीज़ अहमद और बावा बहरुदीन उर्फ मन्नई बावा पर आरसी-01/2024/एनआईए/सीएचई मामले में आईपीसी और यूए(पी) अधिनियम, 1967 की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
आरोपियों ने भारत विरोधी ताकतों से सैन्य सहायता प्राप्त करके और एचयूटी के संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी द्वारा लिखित संविधान को लागू करके भारत में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए एचयूटी के पदाधिकारियों के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी. जाँच से पता चला कि तीनों ने हज और उमराह यात्रियों के माध्यम से पाकिस्तानी सेना से समर्थन हासिल करने की भी योजना बनाई थी.
आरोपी एचयूटी के गुप्त बयान कक्षाओं में कमजोर युवाओं की भर्ती करने में लगे हुए थे और उन्हें एचयूटी की विचारधारा में कट्टरपंथी बनाया गया था, जिसे पिछले साल अक्टूबर में भारत सरकार ने अपने सभी स्वरूपों और प्रमुख संगठनों के साथ प्रतिबंधित कर दिया था. आरोप पत्र में शामिल आरोपियों ने ईरान, तुर्की, मिस्र और पाकिस्तान जैसे इस्लामी देशों की सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की थी, जिसका उद्देश्य उन्हें हिंसक जिहाद और युद्ध के माध्यम से भारत की वैध रूप से स्थापित सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आमंत्रित करना था.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 01, 2025, 18:36 IST