बड़े भुलक्‍कड़ हैं रेल यात्री, इतना सामान भूलते हैं कि रोज बेचकर कार आ जाए

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Last Updated:November 12, 2025, 20:18 IST

Indian Railway- ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री इतने भुलक्‍कड़ हैं कि इसे बेचकर रोजाना एक नई कार खरीदी जा सकती है.आरपीएफ के ऑपरेशन ‘अमानत’ के तहत सामान को उनके असली मालिकों तक वापस पहुंचाना है. इस यात्रियों की छूटी हुई चीजें मिलीं हैं.

बड़े भुलक्‍कड़ हैं रेल यात्री, इतना सामान भूलते हैं कि रोज बेचकर कार आ जाएसांकेतिक फोटो

नई दिल्‍ली. ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री इतने भुलक्‍कड़ हैं कि इसे बेचकर रोजाना एक नई कार खरीदी जा सकती है.आरपीएफ के ऑपरेशन ‘अमानत’ के तहत सामान को उनके असली मालिकों तक वापस पहुंचाना है. इस यात्रियों की छूटी हुई चीजें मिलीं हैं. जनवरी और अक्टूबर 2025 के बीच कुल 42,210 छूटे हुए सामान बरामद किए गए, जिनका अनुमानित मूल्य 70.66 करोड़ रुपये था, जबकि अकेले अक्टूबर 2025 में 7,894 सामान बरामद किए गए, जिनका मूल्य लगभग 8.65 करोड़ रुपये था.

रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्रों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दायित्व संभाल रहा रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित और आरामदायक यात्रा के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है.

ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’

आरपीएफ ने उन बच्चों को उनके परिवारों से पुनर्मिलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो विभिन्न कारणों से अपने परिजनों से बिछड़ गए थे या खो गए थे. इस प्रयास को मजबूत करने के लिए भारतीय रेलवे में ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’ शुरू किया गया, जो देखभाल और सहायता की आवश्यकता वाले संवेदनशील बच्चों के बचाव और संरक्षण पर केंद्रित था. इस पहल के अंतर्गत, जनवरी से अक्टूबर 2025 तक कुल 16,450 बच्चों को बचाया गया, जिनमें 11,543 लड़के, 4,906 लड़कियां और एक अन्य शामिल हैं. अकेले अक्टूबर 2025 में 1,586 बच्चों को बचाया गया, जिनमें 1,085 लड़के और 501 लड़कियां शामिल थीं.

ऑपरेशन ‘जीवन रक्षा’

रेलवे पटरियों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समर्पित जीवन रक्षक मिशन ‘जीवन रक्षा’ संकट में फंसे व्यक्तियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. जनवरी और अक्टूबर 2025 के बीच कुल 2,658 लोगों की जान बचाई गई, जिनमें 1,757 पुरुष और 901 महिलाएं शामिल थीं. अकेले अक्टूबर 2025 में 296 लोगों को बचाया गया, जिनमें 191 पुरुष और 105 महिलाएं शामिल थीं.

ऑपरेशन ‘नार्कोस’

अप्रैल 2019 से आरपीएफ को नारकोटिक्स ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत अभियान चला रहा है. एनडीपीएस की तस्करी के खिलाफ जारी कार्रवाईऑपरेशन नार्कोसके अंतर्गत आरपीएफ को महत्वपूर्ण सफलता मिली है. जनवरी से अक्टूबर 2025 तक कुल 1,794 मामलों का पता चला, जिसके परिणामस्वरूप 197.19 करोड़ रुपये मूल्य की एनडीपीएस बरामद हुई और 1,450 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई. अकेले अक्टूबर 2025 में 140 मामलों का पता चला, जिसके परिणामस्वरूप 14.68 करोड़ रुपये मूल्य की एनडीपीएस बरामद हुई और 133 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई. ये आंकड़े प्रत्येक नागरिक के लिए अधिक सुरक्षित यात्रा अनुभव बनाने के आरपीएफ और भारतीय रेलवे के समर्पण को दर्शाते हैं.

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 12, 2025, 20:18 IST

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