Last Updated:December 23, 2025, 09:07 IST
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अचानक से सनसनी फैल गई. यहां मवेशी तस्करों का पीछा करते हुए बीएसएफ का एक जवान घने कोहरे की वजह से अनजाने में बांग्लादेश की सीमा में चला गया और वहां तस्करों ने उसे कथित तौर पर अगवा कर लिया. इस घटना से जवान की जान खतरे में पड़ गई.
मवेशी तस्करों का पीछा करते हुए बीएसएफ का एक जवान घने कोहरे की वजह से अनजाने में बांग्लादेश की सीमा में चला गया. (प्रतीकात्मक तस्वीर)पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले से सटे भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर रविवार सुबह अचानक से सनसनी फैल गई. यहां मवेशी तस्करों का पीछा करते हुए बीएसएफ का एक जवान घने कोहरे की वजह से अनजाने में बांग्लादेश की सीमा में चला गया और वहां तस्करों ने उसे कथित तौर पर अगवा कर लिया. इस घटना से जवान की जान खतरे में पड़ गई.
बीएसएफ के अनुसार, 174वीं बटालियन में तैनात कांस्टेबल वेद प्रकाश रविवार सुबह करीब 4:45 बजे मेखलीगंज इलाके में संदिग्ध मवेशी तस्करी की सूचना पर अपनी टीम के साथ गश्त पर थे. सीमा का यह इलाका बिना बाड़ का है और उस समय घना कोहरा छाया हुआ था. इसी का फायदा उठाकर तस्कर मवेशियों के एक झुंड को बांग्लादेश की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे थे.
तस्करों का पीछा करते हुए वेद प्रकाश अपनी टीम से आगे निकल गए और घने कोहरे के कारण उनका संपर्क टूट गया. इसी दौरान वह अनजाने में सीमा रेखा पार कर 50 से 100 मीटर अंदर बांग्लादेशी क्षेत्र में चले गए. वहां बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) की 51वीं बटालियन के गश्ती दल ने उन्हें देख लिया और अपनी चौकी पर ले गया.
घटना बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले के पटग्राम क्षेत्र में दांगापारा इलाके के पास सीमा स्तंभ DAMP 1/7S के पास हुई. बीजीबी ने जवान को अंगारपोता सीमा चौकी पर सुरक्षित रखा. उनके पास मौजूद सर्विस हथियार, गोलियां, वायरलेस सेट और मोबाइल फोन भी बीजीबी के कब्जे में थे.
जवान के बांग्लादेशी क्षेत्र में पकड़े जाने की सूचना मिलते ही बीजीबी ने तुरंत बीएसएफ से संपर्क किया. बीएसएफ ने जवान की गलती स्वीकार करते हुए खेद जताया और उसकी सुरक्षित वापसी का अनुरोध किया. इसके बाद दोनों देशों के सीमा बलों के बीच तय प्रोटोकॉल के तहत फ्लैग मीटिंग का फैसला किया गया.
रविवार दोपहर 3:30 बजे टिन बीघा कॉरिडोर क्षेत्र में बटालियन स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई. इस बैठक में दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के करीब 10 अधिकारी और जवान शामिल हुए. यह बैठक बांग्लादेश-भारत संयुक्त सीमा समझौता 1975 और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हुई. इसमें बीएसएफ ने घटना पर खेद जताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने का भरोसा दिया. वहीं बीजीबी ने भी मांग की कि यदि कोई बांग्लादेशी नागरिक गलती से भारतीय सीमा में प्रवेश करे, तो उसे बिना गोलीबारी के बीजीबी को सौंपा जाए, जिस पर बीएसएफ ने सहमति जताई.
फ्लैग मीटिंग के बाद कांस्टेबल वेद प्रकाश को सुरक्षित भारत वापस सौंप दिया गया. जवान की सकुशल वापसी के बाद बीएसएफ अधिकारियों और परिजनों ने राहत की सांस ली. यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि घने कोहरे और बिना बाड़ वाले सीमावर्ती इलाकों में गश्त के दौरान जरा सी चूक भी बड़े खतरे में बदल सकती है, हालांकि दोनों देशों के सीमा बलों के बीच बेहतर तालमेल से स्थिति को समय रहते संभाल लिया गया.
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An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
December 23, 2025, 09:07 IST

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