How owner of 6.2 billion dollars suddenly become bankrupt: कहते हैं कि चकाचौंध भरी जिंदगी हमेशा से वैसी खुशहाल नहीं होती, जैसा कि लोग उनके बारे में सोचते हैं. एक समय अमेरिकाके लॉस एंजेलिस के सबसे अमीर आदमी माने जाने वाले गैरी विनिक की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उनकी जिंदगी बाहर से जितनी शाही दिखती थी, अंदर से उतनी ही उलझी हुई निकली. उनकी मौत के बाद सामने आए कोर्ट के कागजात और लोन से जुड़े मामले पहली बार दुनिया के सामने आए हैं. जिन्होंने उनकी असली आर्थिक हालत उजागर कर दी है.
एक कंपनी से बने दुनिया के सबसे अमीर आदमी
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, गैरी विनिक लॉस एंजेलिस के सबसे अमीर आदमी थे. वे ग्लोबल क्रॉसिंग नाम की कंपनी के फाउंडर थे. यह कंपनी दुनिया भर में समुद्र के नीचे फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क बिछाने का काम करती थी. वर्ष 1990 के दशक में जब टेलिकॉम सेक्टर बूम पर था तो उन्होंने करीब 6.2 अरब डॉलर की दौलत इकट्ठा कर ली थी. इसी कंपनी ने उन्हें कुछ समय के लिए अमेरिका के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में पहुंचा दिया था.
उनकी दौलत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2000 में उन्होंने बेल-एयर की मशहूर हवेली कासा एनकैंटाडा को 94 मिलियन डॉलर में खरीदा था. यह उस समय अमेरिका के इतिहास में घर की सबसे महंगी डील थी. उनके पास मालिबू में बीच हाउस और न्यूयॉर्क में एक लग्जरी अपार्टमेंट भी था.
अपनी दरियादिली के लिए मशहूर थे विनिक
विनिक की अमीरी का आलम ये था कि उन्होंने अपने घर में लंबे समय से काम करने वाली जिस मेड को अपनी नई कंपनी के शेयर दिए थे. वह आज खुद करोड़पति बन चुकी हैं. विनिक अपनी दरियादिली और राजनीतिक पहुंच के लिए भी जाने जाते थे. उन्होंने लॉस एंजेलिस जू जैसी संस्थाओं को लाखों डॉलर दान दिए.उनके अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से उनके अच्छे रिश्ते थे.
शानदार जीवन जीने के बाद नवंबर 2023 में 76 साल की उम्र में निधन हो गया. इसके बाद संपत्ति को लेकर हुए कानूनी झगड़ों से जो खुलासे हुए, उसने दुनिया को हैरान कर दिया. पता चला कि उन्होंने भारी-भरकम कर्ज लेने के लिए अपनी कई प्रॉपर्टी और संपत्तियों को गिरवी रखा हुआ था. उनकी पत्नी करेन विनिक के मुताबिक उन्हें इस कर्ज और आर्थिक दबाव की असली सच्चाई का अंदाजा ही नहीं था.
फिर एकाएक कैसे हो गए कंगाल?
करेन ने कोर्ट को बताया, घर का पूरा फाइनेंस गैरी ही संभालते थे. इसलिए मुझे पता ही नहीं चला कि उनकी मौत से पहले के सालों में वे इतने भारी आर्थिक दबाव में थे. गैरी के गुजरने के बाद ही मुझे पता चला कि हम जरूरत से ज़्यादा खर्च कर चुके थे. इसलिए कर्ज चुकाने और अपनी लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए पैसों की जरूरत थी.”
उन्होंने खुलासा किया कि 2002 में टेलिकॉम सेवाओं की मांग उम्मीद से कहीं कम हो गई. जिसके चलते उनकी ग्लोबल क्रॉसिंग कंपनी ढह गई. कंपनी के फेल होने के बावजूद उनकी लाइफस्टाइल में खास फर्क नहीं दिखा. वे समाजसेवा करते रहे, हाई-प्रोफाइल लोगों के बीच उठते-बैठते रहे. साथ ही टेक्नोलॉजी और मीडिया से जुड़े नए बिजनेस में पैसा लगाते रहे.
संपत्ति गिरवी रखकर लेते रहे लोन
ज़िंदगी के आखिरी सालों में वे कई महंगे कानूनी मामलों में फंस गए. इन मुकदमों का खर्च और कर्ज की किश्तों ने उनकी हालत और बिगाड़ दी. उन्होंने अदालत को बताया कि साल 2020 में विनिक ने रियल एस्टेट कंपनी CIM ग्रुप से 100 मिलियन डॉलर का लोन लिया. इस लोन के बदले कासा एनकैंटाडा, मालिबू वाला घर और दूसरी निजी संपत्तियों को गिरवी रखा गया. वे बैंक की किश्तें नहीं चुका सके, इसलिए कर्ज बढ़कर 155 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
क्या कंपनी ने बिछाया 'लोन-टू-ओन' जाल?
जून 2023 में विनिक दंपती ने अपनी कासा एनकैंटाडा संपत्ति को बेचने का विज्ञापन दिया. उन्हें उम्मीद थी कि इससे उन्हें 250 मिलियन डॉलर मिल जाएंगे, जिससे वे अपने सारे कर्ज चुका पाएंगे. इस घटना के कुछ ही महीनों बाद गैरी विनिक की मौत हो गई.
सितंबर 2025 में CIM ग्रुप ने कासा एनकैंटाडा और मालिबू वाली प्रॉपर्टी को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की. करेन विनिक का आरोप लगाया कि कर्ज देने वाली फाइनेंस कंपनी जानबूझकर ऐसा 'लोन-टू-ओन' जाल बिछाया, जिससे वे पूरी तरह कंगाल हो जाएं. वहीं CIM ग्रुप ने इन आरोपों को “काल्पनिक” बताया.
फिलहाल यह मामला कोर्ट में है. करेन की अपील पर कोर्ट उनकी संपत्ति की होने वाली नीलामी पर इमरजेंसी स्टे लगा दिया है. अब मामले का निपटारा होने के बाद ही इन संपत्तियों पर कोई फैसला हो सकेगा.

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