बिस्तर पर चढ़ा कोबरा, पिता का खेल खत्म! 2 महीने बाद कैसे खुला साजिश का राज?

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Last Updated:December 20, 2025, 21:08 IST

Crime News Today: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में 3 करोड़ के बीमा के लिए बेटों ने ही पिता का कातिल सौदा कर डाला. जिसे दुनिया सांप का काटना समझ रही थी, वह असल में एक सोची-समझी हत्या थी. कलयुगी बेटों ने पहले कोबरा से कटवाया, नाकाम होने पर करैत सांप से गर्दन पर हमला कराया. बीमा कंपनी के शक ने इस खौफनाक साजिश का पर्दाफाश किया. पुलिस ने दोनों बेटों समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

बिस्तर पर चढ़ा कोबरा, पिता का खेल खत्म! 2 महीने बाद कैसे खुला साजिश का राज?पुलिस मामले की जांच कर रही है.

नई दिल्‍ली. आधी रात का सन्नाटा, घर के भीतर रेंगता एक जहरीला काल और बिस्तर पर बेखबर सोता एक पिता. पहली नजर में यह प्रकृति का एक क्रूर प्रहार लगा, लेकिन हकीकत में यह कलयुगी बेटों का रचित खूनी खेल था. 56 वर्षीय ईपी गणेशन की मौत को दुनिया ने सांप का डंक समझा लेकिन पुलिस की तहकीकात ने जब पर्दे हटाए तो अंदर से लालच और हैवानियत की ऐसी दास्तां निकली जिसने सबको झकझोर दिया. अपने ही पिता की जान की कीमत इन बेटों ने 3 करोड़ रुपये लगाई थी. यह कोई मामूली हत्या नहीं थी बल्कि एक सोची-समझी कोल्ड ब्लडेड मर्डर की साजिश थी, जिसमें कुदरत के सबसे जहरीले शिकारी यानी सांप को कत्ल का हथियार बनाया गया. तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में बीमा राशि हड़पने के लिए रची गई यह साजिश जितनी फिल्मी लगती है उतनी ही खौफनाक भी है. जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं और खून के रिश्ते ही खून के प्यासे हो जाएं तो इंसानियत शर्मसार हो जाती है.

बीमा कंपनी के एक शक ने खोला राज
अक्टूबर की उस काली रात को जब गणेशन की मौत हुई तो उनके बेटे मोहनराज ने इसे एक हादसा बताया. पुलिस ने भी दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज कर लिया, लेकिन कहानी में मोड़ तब आया जब एक इंश्योरेंस कंपनी ने दावे की प्रक्रिया के दौरान कुछ संदिग्ध पाया. कंपनी ने देखा कि गणेशन के नाम पर कई बड़ी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां ली गई थीं. करोड़ों रुपये की रकम मिलने के लालच ने कंपनी को सतर्क कर दिया. आईजी असरा गर्ग (IPS) को इस बारे में सूचना दी गई. पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जब गहराई से जांच की तो परत दर परत सच सामने आने लगा.

पहली कोशिश नाकाम
जांच में खुलासा हुआ कि बेटों ने अपने पिता को मारने की पहली कोशिश एक हफ्ते पहले की थी. उन्होंने कुछ लोगों की मदद से एक जहरीला कोबरा मंगवाया था. कोबरा ने गणेशन के पैर पर काटा लेकिन किस्मत से उनकी जान बच गई. नाकाम होने के बाद बेटों का इरादा और भी पक्का हो गया. इस बार उन्होंने और भी खतरनाक करैत सांप का इंतजाम किया. तड़के सुबह जब पिता गहरी नींद में थे तब सांप को उनकी गर्दन पर कटवाया गया. गर्दन पर जहर का असर इतना तेज हुआ कि गणेशन को संभलने का मौका भी नहीं मिला. सबूत मिटाने के लिए उन्होंने सांप को भी घर के अंदर मार दिया.

6 आरोपी गिरफ्तार
एसपी विवेकानंद शुक्ला ने पुष्टि की है कि हत्या के पीछे का एकमात्र मकसद 3 करोड़ रुपये की बीमा राशि थी. पुलिस ने गणेशन के दोनों बेटों और सांप का इंतजाम करने वाले 4 सहयोगियों समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने अस्पताल ले जाने में भी जानबूझकर देरी की थी ताकि जहर अपना काम पूरी तरह कर सके. जासूसी और लालच की यह दास्तां अब कानून के शिकंजे में है. पुलिस अब उन सप्लायरों की तलाश कर रही है जो ऐसे घातक सांपों को अवैध रूप से मुहैया कराते थे.

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Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

First Published :

December 20, 2025, 21:08 IST

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