Last Updated:June 05, 2025, 14:51 IST
Tejashwi Yadav News: क्या तेजस्वी यादव को आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी हो रही है? क्या इस फैसले से तेजस्वी के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी और मजबूत होगी? क्या लालू यादव ने तेजस्वी को पार्टी का सर...और पढ़ें

तेजस्वी यादव क्या बनेंगे आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष?
हाइलाइट्स
क्या तेजस्वी यादव को आरजेडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी?क्या लालू यादव ने तेजस्वी को पार्टी का सर्वेसर्वा बनाने का फैसला कर लिया?क्या तेजस्वी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी मजबूत होने वाली है?पटना. क्या बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी में बड़ा बदलाव होने जा रहा है? क्या तेजस्वी अपने पिता लालू यादव का पद पार्टी में बिहार चुनाव से पहले संभाल लेंगे? क्या लालू यादव को जो टोटका सीएम बनाया, वही टोटका इस बार तेजस्वी यादव भी आजमाने वाले हैं? दरअसल, लालू यादव की जगह अब तेजस्वी यादव पार्टी की कमान पूरी तरह से हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ गए हैं. तेज प्रताप यादव का पार्टी से निकालना इसी कड़ी से जोड़ा जा रहा है. दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष पद पर नया चेहरा लाने की तैयारी शुरू हो गई है, जो एक तरह से तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए ‘टोटका’ साबित हो सकता है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राष्ट्रीय जनता दल में नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया तेज हो गई है. पार्टी के संगठनात्मक चुनावों के बाद तेजस्वी यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना प्रबल हो गई है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह कदम उन्हें मुख्यमंत्री पद की ओर अग्रसर करेगा?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. राष्ट्रीय जनता दल में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं जोरों पर हैं. लालू प्रसाद यादव ने अपने छोटे बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव को पार्टी का सर्वेसर्वा बनाने का फैसला लगभग ले लिया है. इससे तेजस्वी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी न सिर्फ मजबूत होगी बल्कि पार्टी के भीतर भी वह सभी बड़े फैसले ले सकते हैं. 18 जनवरी 2025 को पटना में हुई आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लालू प्रसाद ने तेजस्वी को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बराबर अधिकार दिए. इस प्रस्ताव के तहत तेजस्वी को पार्टी का नाम, चिह्न और कार्यक्रमों पर अंतिम निर्णय लेने की शक्ति मिली है. यह कदम लालू के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए लिया गया, जिन्होंने 2014 में हृदय शल्य चिकित्सा और 2022 में किडनी प्रत्यारोपण करवाया था.
तेजस्वी यादव बनेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष?
तेजस्वी, जो पहले से ही विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, ने 2020 के चुनाव में आरजेडी को 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनाया था. उनकी युवा अपील और “MY-BAAP” (मुस्लिम-यादव-बहुजन-आधी आबादी-पिछड़े) रणनीति ने पार्टी को नया आधार दिया है. आरजेडी में नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने की चर्चा भी तेज है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के स्वास्थ्य कारणों से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अनुपस्थित रहने से यह कयास लगाया जा रहा है कि नया नेतृत्व सामने आ सकता है. सूत्रों के मुताबिक, रेस में कई नाम हैं, जिनमें तेजस्वी के करीबी माने जाने वाले संजय यादव और राजद सांसद मीसा भारती के समर्थक कुछ नेता शामिल हैं. हालांकि, कुछ एक्स पोस्ट्स में यह भी दावा किया गया कि मीसा भारती की चुप्पी और तेज प्रताप यादव के विवादास्पद बयानों से पार्टी में आंतरिक कलह की स्थिति बन रही है.
लालू वाला ‘टोटका’ तेजस्वी के काम आएगा?
तेजस्वी को पार्टी ने महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा लगभग घोषित कर दिया है. 5 फरवरी 2025 को नालंदा में लालू ने ऐलान किया कि तेजस्वी ही अगले मुख्यमंत्री होंगे. कुछ कांग्रेस नेता भी इसकी पुष्टि कर चुके हैं. इससे गठबंधन में एकजुटता का संदेश गया. तेजस्वी ने अपने 17 महीने के उपमुख्यमंत्री कार्यकाल में बिहार के युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा पर जोर दिया, जिसे आरजेडी अब प्रचारित कर रही है.
हालांकि, तेजस्वी की राह आसान नहीं है. एनडीए, खासकर नीतीश कुमार और बीजेपी, ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में 40 में से 31 सीटें जीतीं, जो उनकी मजबूत स्थिति दर्शाता है. नीतीश की अति पिछड़ा वर्ग (36%) और गैर-यादव ओबीसी वोट बैंक पर पकड़ मजबूत है. इसके अलावा, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और एआईएमआईएम की 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना आरजेडी के मुस्लिम वोट बैंक को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में तेजस्वी यादव की अगुवाई में आरजेडी बिहार चुनाव 2025 में नया जोश लेकर उतर रही है. लालू का तेजस्वी को सर्वेसर्वा बनाना और नया अध्यक्ष चुनने की कवायद पार्टी को संगठित करने की रणनीति है. हालांकि, नीतीश की सियासी चतुराई, बीजेपी की हिंदुत्व पिच और जन सुराज जैसी नई ताकतें चुनौती पेश कर रही हैं.