Last Updated:March 11, 2025, 14:14 IST
Bihar News: बिहार सरकार ने उर्दू भाषा सिखाने का निर्णय लिया है. सरकारी और गैर सरकारी कर्मियों को 70 दिनों तक प्रतिदिन 2 घंटे उर्दू की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए प्रशिक्षण 8 अप्रैल से शुरू होगा. इसके लिए आवेदन ...और पढ़ें

बिहार की नीतीश सरकार ने उर्दू ट्रेनिंग का फैसला लिया .
हाइलाइट्स
बिहार सरकार सरकारी कर्मियों को उर्दू सिखाएगी.8 अप्रैल से 70 दिनों तक प्रतिदिन 2 घंटे की ट्रेनिंग.सरकारी और गैर सरकारी कर्मियों के लिए आवेदन मंगवाए गए.पटना. बिहार में उर्दू भाषा को लेकर तमाम तरह की राजनीति होती रही है. इसको कई बार हिंदू-मुस्लिम की सियासत से भी जोड़कर देखा जाता है. लेकिन, उर्दू भाषा और हिंदी भाषा हमारी बोलचाल से लेकर लिखने तक में इस कदर घुल मिल चुकी है कि यह अब हमारे दैनिक जीवन की भाषा के साथ आत्मसात हो चुका है. बिहार सरकार भी कुछ ऐसा ही सोचती है और नीतीश सरकार ने इसको लेकर बड़ा फैसला कर लिया है. कैबिनेट सचिवालय ने सरकारी कर्मियों और अधिकारियों के साथ-साथ साहित्य, वकालत, शिक्षा, समाज सेवा और पत्रकारिता से जुड़े लोगों को उर्दू सीखने के लिए आह्वान किया है. खास बात यह कि इसकी ट्रेनिंग की व्यवस्था भी सरकार ही करने वाली है और इसकी योजना बना ली गई है.
मंत्रिमंडल सचिवालय के उर्दू सचिवालय की तरफ से बताया गया है कि केंद्र या प्रदेश कार्यालय में कार्यरत बैंक कर्मी, अधिकारी जो उर्दू नहीं जानते हैं और यह भाषा सीखना चाहते हैं, तो तैयार हो जाएं, उन्हें उर्दू की जानकारी के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. 70 दिनों तक प्रतिदिन 2 घंटे उर्दू सिखाया जाएगा. आगामी 8 अप्रैल से प्रशिक्षण की शुरुआत करने की योजना बनाई गई है. उर्दू के प्रशिक्षण को लेकर 8 अप्रैल से सेशन की शुरुआत हो रही है. यह प्रशिक्षण अवकाश के दोनों को छोड़कर प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, बुधवार एवं बृहस्पतिवार को दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक दी जाएगी.
उर्दू की ट्रेनिंग लेने के इच्छुक सरकारी सेवक ऑनलाइन आवेदन के साथ-साथ उर्दू निदेशालय हिंदी भवन में पत्ते पर भी आवेदन भेज सकते हैं. गैर सरकारी लोग अपना आवेदन सीधे मेल या डाक के पते पर भेज सकते हैं. बिहार की भाजपा-जेडीयू सरकार अब सरकारी और गैर सरकारी लोगों को उर्दू भाषा सिखाएगी. इसकी तैयारी शुरू हो गई है. कैबिनेट सचिवालय को यह जिम्मा दिया गया है.
First Published :
March 11, 2025, 14:14 IST