बॉम्‍बे, कर्नाटक और गुवाहाटी.... 3 हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने सुप्रीम कोर्ट जज

19 hours ago

Last Updated:May 29, 2025, 22:38 IST

Supreme Court News Today: सुप्रीम कोर्ट में तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के बाद कुल संख्या 34 हो गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एन.वी. अंजारिया, विजय बिश्नोई और ए.एस. चंदुरकर को नियुक्त किया है. इससे अदा...और पढ़ें

बॉम्‍बे, कर्नाटक और गुवाहाटी.... 3 हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने सुप्रीम कोर्ट जज

सुप्रीम कोर्ट में तीन नए जज की नियुक्ति हुई. (File Photo)

हाइलाइट्स

सुप्रीम कोर्ट में तीन नए न्यायाधीश नियुक्त किए गए.न्यायाधीशों की कुल संख्या अब 34 हो गई है.राष्ट्रपति ने अंजारिया, बिश्नोई, चंदुरकर को नियुक्त किया.

नई दिल्‍ली. भारत के सुप्रीम कोर्ट में तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के बाद अब न्यायाधीशों की कुल संख्या 34 हो गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम की सिफारिश के आधार पर इन नियुक्तियों को मंजूरी दी है. राष्ट्रपति ने कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. अंजारिया, गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विजय बिश्नोई और बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ए.एस. चंदुरकर को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्त किया है. इन नियुक्तियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है, जो कि वहां स्वीकृत कुल जजों की संख्या के बराबर है.

केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर न्यायाधीशों की नियुक्ति की जानकारी साझा की. उन्होंने लिखा कि मुख्य न्यायाधीश के परामर्श और संविधान से मिली शक्तियों के आधार पर राष्ट्रपति ने तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की है.सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई को इन न्यायाधीशों की पदोन्नति की सिफारिश की थी.

न्यायमूर्ति एन.वी. अंजारिया ने अगस्त 1988 में गुजरात हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता एस.एन. शेलाट के अधीन वकालत शुरू की थी. उन्होंने संवैधानिक, दीवानी, श्रम और सेवा मामलों में विभिन्न राज्य निकायों के लिए स्थायी वकील के रूप में कार्य किया. उन्हें 21 नवंबर 2011 को गुजरात हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 6 सितंबर 2013 को स्थायी न्यायाधीश बने. उन्होंने 25 फरवरी 2024 को कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी.

न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई ने 8 जुलाई 1989 को अधिवक्ता के रूप में अपना नामांकन कराया था. उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट और जोधपुर में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में प्रैक्टिस की. उन्होंने सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, सेवा और चुनाव के मामले देखे. इसके अतिरिक्त, उन्होंने केंद्र सरकार के स्थायी वकील (2000-2004) के रूप में कार्य किया और राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों का प्रतिनिधित्व किया. उन्हें 8 जनवरी 2013 को राजस्थान हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 7 जनवरी 2015 को स्थायी न्यायाधीश बने. वह 5 फरवरी 2024 को गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने थे.

न्यायमूर्ति चंदुरकर ने 21 जुलाई 1988 को वकील के रूप में नामांकन कराया और मुंबई में वरिष्ठ अधिवक्ता बी.एन. नाइक के चैंबर में अपने कानूनी करियर की शुरुआत की. साल 1992 में उन्होंने नागपुर में प्रैक्टिस शुरू की और 21 जून 2013 को बॉम्बे हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया.

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Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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