Last Updated:July 08, 2025, 18:33 IST
Gopal Khemka Murder Case: पटना के कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या की साजिश बेऊर जेल में रची गई थी. डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि हत्या जमीन विवाद और कारोबारी रंजिश का नतीजा थी. सभी दोषियों को सजा मिलेगी.

Gopal Khemka Murder News: गोपाल खेमका हत्याकांड में एसआईटी गठित.
हाइलाइट्स
गोपाल खेमका की हत्या की साजिश बेऊर जेल में रची गई थी.हत्या जमीन विवाद और कारोबारी रंजिश का नतीजा थी.सभी दोषियों को सजा मिलेगी, डीजीपी का खुलासा.Gopal Khemka Murder Case: पटना के मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या पर से अब बिहार पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. बीते 4 जुलाई 2025 की रात गांधी मैदान थाना क्षेत्र में खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या से सियासी और उद्योग जगत में सनसनी मचा दी थी. बिहार में लॉ-एंड-ऑर्डर को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोल रहा था. खेमका की कार से उतरते ही हेलमेट पहने शूटर ने महज 6 सेकंड में गोली दागकर खेमका को ढेर कर दिया और स्कूटी पर सवार होकर जेपी गोलंबर की ओर भाग निकला. यह सुनियोजित हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा थी, जिसकी परतें बिहार पुलिस ने खोल दी हैं. बिहार के डीजीपी विनय कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने इस हत्याकांड को क्राइम, एक्शन और थ्रिलर की सिनेमाई कहानी में बदल दिया.
डीजीपी का सनसनीखेज खुलासा
8 जुलाई 2025 को सरदार पटेल भवन में डीजीपी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा किया. उनके साथ आईजी जितेंद्र राणा, एसएसपी कार्तिकेय शर्मा और सिटी एसपी दीक्षा मौजूद थे. डीजीपी ने बताया कि हत्या की साजिश बेऊर जेल में रची गई, जहां कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा ने मास्टरमाइंड अशोक साव को 10 लाख रुपये की सुपारी दी. अशोक ने मुख्य शूटर उमेश यादव को 3.5 लाख रुपये देकर हत्या को अंजाम दिलवाया. पुलिस ने उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 से अशोक साव को गिरफ्तार किया, जबकि हथियार सप्लायर विकास उर्फ राजा पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. सीसीटीवी फुटेज, तीन मोबाइल, सिम कार्ड और 3 लाख रुपये नकद बरामद किए गए. डीजीपी ने कहा, ‘यह जमीन विवाद और कारोबारी रंजिश का नतीजा था. सभी दोषियों को सजा मिलेगी.’
गोपाल खेमका मर्डर केस में बिहार के डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है.
जमीन विवाद में हत्या
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अशोक साव, जो पहले सरिया कारोबारी था और अब बिल्डर है, गोपाल खेमका के साथ पुरानी रंजिश रखता था. सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच जमीन विवाद और व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता थी. अशोक ने डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची, जिसमें खेमका की दिनचर्या की सटीक रेकी की गई. उनकी मरून कार, घर से निकलने का समय और बांकीपुर क्लब की यात्राएं ट्रैक की गईं. अशोक ने बेऊर जेल में बंद अजय वर्मा के जरिए शूटर उमेश यादव को हायर किया, जिसने पेशेवर अंदाज में हत्या को अंजाम दिया. पुलिस को शक है कि यह विवाद एक बड़ी जमीन डील से जुड़ा हो सकता है, जिसके तार सियासी गलियारों तक पहुंचते हैं.
सफेदपोश और सियासी कनेक्शन?
हत्याकांड की जांच ने एक नया मोड़ लिया जब सूत्रों ने बताया कि शूटर उमेश यादव एक प्रभावशाली एमएलसी का करीबी है. इसके अलावा, अशोक साव का भी एक बड़े राजनीतिज्ञ के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन नायक से पुराना कनेक्शन सामने आया. अशोक साव उनके घर किरायेदार रह चुका था. सुमन नायक का नाम कई विवादों में उछला है, और उनके सियासी रसूख ने जांच को और पेचीदा बना दिया. डीजीपी ने इस ‘सफेदपोश’ कनेक्शन पर सीधा जवाब टाला, लेकिन संकेत दिया कि जांच में बड़े खुलासे बाकी हैं. एक राजनेता का नाम भी शक के दायरे में है, जिसने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है.
पटना में गोपाल खेमका हत्याकांड का मास्टरमाइंड अशोक साव निकला.
यह हत्याकांड किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं. बेऊर जेल से रची गई साजिश, शूटर की सटीक रेकी, 6 सेकंड में गोलीबारी, और मुठभेड़ में हथियार सप्लायर का ढेर होना हर कदम एक्शन से भरा है. पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल रिकॉर्ड्स ने साजिश की परतें खोलीं. खेमका की हत्या ने 2018 में उनके बेटे गुंजन की हत्या की यादें ताजा कर दीं, जो भी जमीन विवाद से जुड़ी थी. बिहार पुलिस की यह कार्रवाई अब सियासी और आपराधिक गठजोड़ की गहरी जांच की ओर बढ़ रही है. क्या यह सफेदपोश का खेल है, या सिर्फ कारोबारी रंजिश? डीजीपी की अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस इसका जवाब दे सकती है.