यमन में एक भारतीय नर्स को फांसी देने की तारीफ मुकर्रर हो गई है. केरल की रहने वाली 37 साल की निमिषा प्रिया की खबर भारतीयों के लिए निराशाजनक है. प्रिया को बचाने की काफी कोशिशें हुईं लेकिन अब यमन के नागरिक तलाल अब्दो मेहंदी की हत्या के आरोप में उसे 16 जुलाई को फांसी दे दी जाएगी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एक सोशल वर्कर के हवाले से यह दावा किया गया है. बताते हैं कि नर्स ने कथित तौर पर तलाल को इसलिए बेहोश कर दिया था जिससे वह अपना पासपोर्ट वापस ले सके. तलाल ने प्रिया का पासपोर्ट जब्त कर रखा था. हालांकि दवाओं के ओवरडोज से यमनी नागरिक की मौत हो गई. प्रिया और उसके सहयोगी यमन नागरिक हनान ने कथित तौर पर तलाल के शव को पानी के टैंक में फेंक दिया था.
यमन में सरकारी अधिकारियों और तलाल के परिवार के साथ बातचीत कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सैमुअल जेरोम बासकरन ने पुष्टि की है कि जेल अधिकारियों को एक पत्र जारी किया गया गया है जिसमें फांसी की तारीख 16 जुलाई तय की गई है. हालांकि अब भी एक आखिरी विकल्प खुला है. माना जा रहा है कि भारत सरकार प्रिया की जान बचाने के लिए हस्तक्षेप कर सकती है.
इस साल की शुरुआत में यमन के दूतावास ने कहा था कि इस मामले को व्यापक रूप से हूती मिलिशिया ने ही संभाला था. केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली प्रिया इस समय यमन की राजधानी सना की जेल में बंद है, जो हूती के कब्जे में है. जुलाई 2017 में एक ट्रायल कोर्ट ने उसे तलाल की हत्या का दोषी पाया था. इसके बाद यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने फैसले को बरकरार रखा और उसे 2024 में मौत की सजा सुनाई. यमन के राष्ट्रपति ने भी फैसले को मंजूरी दी.