Last Updated:July 08, 2025, 23:31 IST
EXTENDED RANGE ANTI SUBMARINE ROCKET: एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए भारतीय नौसेना ने अपनी तैयारियों को तेजी से अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है. भारतीय नौसेना के लिए कुल 16 ASW शैलो वॉटर क्राफ्ट खरीद कर रही है. स्...और पढ़ें

दुश्मन के सबमरीन का एक्सटेंडेड रेंज काल
हाइलाइट्स
ER-ASR रॉकेट का सफल परीक्षण हुआ.रॉकेट INS कवरत्ती से लॉन्च किया गया.रॉकेट की रेंज 500 मीटर से 8900 मीटर तक है.EXTENDED RANGE ANTI SUBMARINE ROCKET: स्वदेशी शिप से स्वदेशी रॉकेट दागे जाने की फेहरिस्त में एक और मील का पत्थर साबित हुआ ER-ASR यानी एक्सटेंडेड रेंज एंटी सबमरीन रॉकेट. इसका परीक्षण भी सफल रहा. नौसेना में शामिल होने से पहले हुए यूजर ट्रायल में यह एक्सटेंडेड रेंज एंटी सबमरीन रॉकेट अपने सभी मानकों पर खरा उतरा. इसे भारतीय नौसेना के शिप INS कवरत्ती से लॉन्च किया गया. इस एंटी सबमरीन रॉकेट को DRDO ने नौसेना के स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर (IRL) के लिए विकसित किया है. ट्रायल के सभी मानक जिसमें टार्गेट की दूरी, फ्यूज की कार्य क्षमता और वॉरहेड की क्षमता को सफलतापूर्वक साबित किया गया. इस सफल परीक्षण के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO, नेवी और इंडस्ट्री को खास बधाई दी.
क्यों खास है ER-ASR?
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक ER-ASR पूरी तरह से स्वदेशी एंटी-सबमरीन रॉकेट है, जिसे दुश्मन की सबमरीन को सटीक निशाना बनाने के लिए विकसित किया गया है. IRL के साथ साथ नेवी के शिप पर लगे RBU 6000 रॉकेट लॉन्चर से दागा जाएगा. इसमें स्वदेशी रूप से विकसित इलेक्ट्रॉनिक टाइम फ्यूज का इस्तेमाल किया गया है. रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि इस यूजर ट्रायल के दौरान कुल 17 ERASR रॉकेट्स को अलग-अलग दूरी पर सफलतापूर्वक टेस्ट किया गया. DRDO के मुताबिक फिलहाल जो RGB-60 एंटी सबमरीन रॉकेट का इस्तेमाल किया जा रहा है उसकी रेंज 5.3 किलोमीटर से लेकर 8 किलोमीटर के करीब है. जबकि एक्सटेंडेड रेंज एंटी सबमरीन रॉकेट में दो रॉकेट मोटर लगे हैं जिससे यह अलग-अलग दूरी के टार्गेट को सटीकता से हिट कर सकता है. खास बात यह है कि इसे शॉर्ट रेंज जो कि 500 मीटर है और लॉन्ग रेंज 8900 मीटर तक किसी भी दुश्मन की सबमरीन को हमेशा के लिए समंदर की गहराई में सुला सकता है.
भारतीय नौसेना के सभी वॉरशिप से होगा फायर
भारतीय नौसेना के सभी वॉरशिप जिसमें राजपूत क्लास डिस्ट्रॉयर, दिल्ली क्लास डिस्ट्रॉयर, कोलकाता क्लास डिस्ट्रॉयर, विशाखापत्तनम क्लास डिस्ट्रॉयर, तलवार क्लास फ्रीगेट, शिवालिक क्लास फ्रीगेट, नीलगिरी क्लास फ्रीगेट और कमोरटा क्लास कॉरवेट एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर RBU 6000 से लैस हैं. इन्हीं लॉन्चर से एक्सटेंडेड रेंज एंटी सबमरीन रॉकेट दागे जा सकेंगे. जिस दुश्मन की सबमरीन पर यह आग बरसाएगा उसमें पाकिस्तान की मौजूदा 5 सबमरीन और चीन से खरीदी गई 8 सबमरीन शामिल है तो चीन 70 के करीब चीनी सबमरीन भी निशाने पर होंगे.