Last Updated:July 08, 2025, 19:50 IST
BVR AIR TO AIR MISSILE ASTRA: अब तक चीन और पाकिस्तान इन BVR मिसाइल के दम पर भारत को आंख दिखाते रहे हैं. भ्रम तो ऑपरेशन सिंदूर में टूट ही चुका है. अब भारतीय अस्त्र उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. फिलहाल, अस्...और पढ़ें

BVR अस्त्र भारत की स्वदेशी ताकत
हाइलाइट्स
तेजस Mk-1 से अस्त्र मिसाइल का टेस्ट फायर जल्द होगा.अस्त्र मिसाइल की अधिकतम रेंज 100 किलोमीटर से ज्यादा है.अस्त्र मिसाइल चीनी और पाकिस्तानी मिसाइलों से बेहतर है.BVR AIR TO AIR MISSILE ASTRA: आज की जंग में बियोंड विजुअल रेंज (BVR) हथियारों की सबसे ज्यादा जरूरत है. दुश्मन की सीमा में घुसे बिना ही दूर से किसी भी एयरक्राफ्ट को सटीक निशाना बनाया जा सकता है. भारत का स्वदेशी BVR एयर टू एयर मिसाइल तैयार है, जिसका नाम अस्त्र रखा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले महीने अगस्त में तेजस मार्क 1A से अस्त्र मार्क 1 का पहला टेस्ट फायरिंग किया जा सकता है. इसी साल से ही भारतीय वायुसेना के LCA MK-1A की डीलिवरी शुरू हो जाएगी. उससे पहले सभी हथियारों से लेंस किए जाने का कार्रावई की जा रही है. सुखोई को इस BVRAAM अस्त्रा से लेस किया जा चुका है. साल 2023 में स्वदेशी फाइटर जेट तेजस से स्वदेशी बियोंड विजुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल अस्त्र का सफल लॉन्च किया गया था. यह फायरिंग 23 अगस्त को गोवा तट के पास 20,000 फीट की ऊंचाई पर की गई थी. यह परफेक्ट टेक्स्ट बुक लॉन्च था, यानी हर तय किए गए मानकों पर सौ फीसदी खरी उतरी. अस्त्र मार्क 1 एक एडवांस BVR एयर टू एयर मिसाइल है, जो एडवांस इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर तकनीक से लैस है, जिससे इस मिसाइल को किसी जैमर वाले वातावरण में टारगेट को निशाना बनाना आसान होता है.
मिल चुका है प्रोडक्शन क्लियरेंस
स्वदेशी फाइटर जेट तेजस से जब अस्त्र फायर होगा, तो दुश्मन देश के पांचवीं पीढ़ी के फाइटर पायलटों को बचने का मौका भी नहीं मिलेगा. 200 स्वदेशी बियोंड विजुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल यानी BVR अस्त्र मार्क 1 को प्रोडक्शन क्लियरेंस मिल गया है. सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थिनेस एंड सर्टिफिकेशन ने पहले ही ग्रीन सिग्नल दे दिया है. भारत डायनामिक्स लिमिटेड अस्त्र मार्क 1 वायुसेना के लिए तैयार कर रहा है. स्वदेशी अस्त्र को सुखोई, तेजस, मिग-29 से दुश्मन पर दागा जा सकेगा.
खासियतों है जबरदस्त
इस मिसाइल में स्वदेशी सीकर लगा हुआ है, यानी एक बार दुश्मन के फाइटर पर लॉक किया तो यह तब तक उसका पीछा नहीं छोड़ेगा जब तक उसे निशाना ना बना दे. मतलब चीनी J-20 हो या पाकिस्तानी F-16, हवा में कितनी भी कोशिशें कर लें, कितनी भी मनूवरिंग कर लें, लेकिन इस स्वदेशी सीकर से लैस अस्त्र उनका पीछा नहीं छोड़ेगा. पायलट इस मिसाइल को टारगेट पर दागने से पहले और दागने के बाद भी लॉक कर सकता है, जिससे पायलट को शूट करने के बाद आसानी से दूसरी जगह मूव करने का समय मिल जाता है. यह एक ऑल वेदर मिसाइल है और हाइपरसोनिक स्पीड से यानी मैक 4.5 के बेहद करीब की रफ्तार से दुश्मन की तरफ बढ़ सकता है और 20,000 फीट की ऊंचाई पर भी आसानी से ऑपरेट कर सकता है. इसकी अधिकतम रेंज 100 किलोमीटर से ज्यादा है। इस अस्त्र के वार से चीनी J-20 और पाकिस्तानी F-16 फाइटर जेट भी बच नहीं सकेंगे.
चीन के PL-15 और पाकिस्तान के AIM-120 BVR मिसाइल से बेहतर है “अस्त्र”
एयर टू एयर मिसाइल की जरूरत होती है दुश्मन के फाइटर जेट को निशाना बनाने के लिए. अगर हम चीनी और पाकिस्तानी एयर टू एयर BVR मिसाइल की बात करें तो पाकिस्तानी F-16 में लगे AMRAAM (AIM-120) एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर टू एयर मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 100 किलोमीटर से ज्यादा है. इसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने बालाकोट स्ट्राइक में किया था और उसके अवशेष भी सेना ने दिखाए थे. ऑपरेशन सिंदूर में चीनी PL-15 का क्या हश्र हुआ, वह सारी दुनिया जानती है. चीन का दावा है कि उसके PL-15 BVR मिसाइल की मारक क्षमता 200 से 300 किलोमीटर है. इसे चीन ने अपने J-16, J-10 और J-20 में फिट किया है. इस मिसाइल के एक्सपोर्ट वर्जन PL-15 E की मारक क्षमता 145 किलोमीटर है, जिसे चीन ने पाकिस्तान को दिया है.
अस्त्र के एडवांस वर्जन भी हो रहे हैं तैयार
अगर BVR यानी बियोंड विजुअल रेंज को साधारण भाषा में समझाने की कोशिश करें तो यह है देखने की क्षमता से दूर मार करने वाला, यानी पायलट के विजुअल रेंज जिसे अमूमन 37 किलोमीटर के करीब माना जाता है, उसके आगे के एरियल टारगेट को इन BVR मिसाइल के जरिए सटीक निशाना बनाया जा सकता है. इसके अलावा जिस रफ्तार से भारत BVR मिसाइल के अन्य एडवांस वर्जन पर काम कर रहा है, जिसमें अस्त्र मार्क-2 जिसकी मारक क्षमता 160 किलोमीटर और अस्त्र मार्क 3 जिसकी मारक क्षमता 350 किलोमीटर से ज्यादा होगी, और इन BVR एयर टू एयर मिसाइल “अस्त्र” की मार से बच पाना चीनी J-20 और पाकिस्तानी F-16 फाइटर जेट के बस के बाहर होगा.