बॉर्डर पर बहा खून! प्रधानमंत्री की फोन कॉल लीक, पड़ोसी मुल्क के लीडर से कहा 'अंकल देख लेना'

3 hours ago

Thailand Cambodia Dispute: दुनिया के कई पड़ोसी देशों में बॉर्डर पर झड़प होती रहती है. ऐसे माहौल में दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने होती हैं. मरने मारने की नौबत आती है. हालांकि एक देश के प्रधानमंत्री ने ऐसे समय में पड़ोसी देश के नेता को फोन मिलाकर जो बातें कहीं, उसने सरकार की कुर्सी हिला दी. अब 10 महीने पुरानी इस सरकार के सहयोगी ने गठबंधन का साथ छोड़ दिया है. जनता और सेना में भारी गुस्सा देखा जा रहा है. पीएम को माफी मांगनी पड़ी है और वह झट से सैनिकों के बीच पहुंच गई हैं. ये मामला थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटारन शिनावात्रा से जुड़ा है. 

उनका एक फोन कॉल लीक हुआ है. 38 साल की शिनावात्रा ने कंबोडिया के नेता हुन सेन से बात की थी. बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण थे लेकिन लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि फोन कॉल के समय शिनावात्रा हुन सेन को 'अंकल' कहकर संबोधित करती हैं. दरअसल, हुन सेन उनके पुराने पारिवारिक मित्र हैं. 

17 मिनट की कॉल में क्या हुआ

निजी दोस्ती निभाने के चक्कर में प्रधानमंत्री पर आरोप लग रहे हैं कि वह सीमा पर झड़प के गंभीर मामले में नरम और कमजोर दिखीं. उनके इस्तीफे की जोरदार तरीके से मांग उठने लगी है. प्रधानमंत्री ने 17 मिनट के फोन कॉल में जो कहा, अब उनकी मुसीबत बन रहा है. उन्होंने थाई सेना और अपने अधिकारियों को भी कमतर बता दिया था. 

पीएम ने ऐसा क्यों कहा

हालांकि आलोचना होने लगी तो पीएम ने तर्क दिया कि यह उनकी बात करने की टेक्निक थी. उन्होंने कहा, 'मैं बस कूल दिखाना चाहती थी. यह इतनी भी महत्वपूर्ण चीज नहीं है.' विवाद नहीं थमा तो पीएम को जनता से माफी मांगनी पड़ी. दक्षिणपंथी उन्हें जमकर कोस रहे हैं. हाल में 28 मई को यह सीमा विवाद एक विवादित क्षेत्र में हुआ था. गोली चली और एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया. 

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उधर, कंबोडिया के सीनेट प्रेसिडेंट हुन सेन ने फोन कॉल लीक होने के बाद खुद फेसबुक पेज पर 17 मिनट की पूरी फोन कॉल पोस्ट कर दी. सेन ने कहा कि आधिकारिक मामलों में किसी भी गलतफहमी या गलत बयानी से बचने के लिए बातचीत को रिकॉर्ड किया गया था. रिकॉर्डिंग में सुना गया कि पीएम, सेन को अंकल कह रही हैं. यह बातचीत ट्रांसलेटर के जरिए हुई थी. बात ये हो रही थी कि हिंसक झड़प के बाद क्या सीमा पर प्रतिबंधों को हटाना चाहिए? पीएम ने अपने थाई सैन्य कमांडर को ही 'विरोधी' कह दिया. आलोचकों ने कहा कि वह सेन को खुश करने की कोशिश कर रही थीं और थाईलैंड को कमजोर दिखा रही थीं. 

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