भारत ने तुर्की की दुखती रग पर रखा हाथ, कुर्द व्रिदोहियों के बहाने खाेली पोल

7 hours ago

Last Updated:May 23, 2025, 15:54 IST

तुर्की ने पाकिस्तान, अल-कायदा, ISIS और HTS जैसे आतंकी संगठनों की मदद की है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि तुर्की हमास को भी समर्थन दे रहा है. तुर्की आतंकी फंडिंग का केंद्र बनता जा रहा है.

भारत ने तुर्की की दुखती रग पर रखा हाथ, कुर्द व्रिदोहियों के बहाने खाेली पोल

हाइलाइट्स

तुर्की ने अल-कायदा और ISIS की मदद की है.तुर्की हमास को भी समर्थन दे रहा है.तुर्की आतंकी फंडिंग का केंद्र बनता जा रहा है.

तुर्की की दुखती रग पर भारत ने हाथ रख द‍िया है. खुफ‍िया रिपोर्ट के मुता‍बिक, तुर्की न सिर्फ पाक‍िस्‍तान के आतंकी संगठनों को सपोर्ट कर रहा है, बल्‍क‍ि अल-कायदा, ISIS, HTS जैसे आतंकी गुटों को मदद दे रहा है. एक ओर तुर्की NATO का सदस्य है तो दूसरी ओर वह आतंकवाद को बढ़ावा देता है और अपने यहां कुर्दों को दबाता है. यह उसके पाखंड को साफ दिखाता है. तुर्की लंबे समय से कुर्द लड़ाकों को आतंकी करार देकर उन पर कार्रवाई करता रहा है. भारत ने इसी मुद्दे के बहाने पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क और तुर्की के समर्थन की तुलना कर दी. इससे तुर्की असहज हो गया है क्योंकि वह खुद आतंक के खिलाफ कार्रवाई का दावा करता है, जबकि पाकिस्तान जैसे देश का खुलकर समर्थन करता है. यह कूटनीतिक तरीके से तुर्की को उसके पाखंड का आईना दिखाने जैसा है.

खुफ‍िया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है क‍ि तुर्की सिर्फ आंतंक‍ियों के आका पाकिस्तान का समर्थन ही नहीं करता, बल्कि अल-कायदा, ISIS और HTS जैसे खूंखार आतंकी संगठनों की भी खुलकर मदद करता है. एक ओर वह NATO का सदस्य है, दूसरी ओर आतंकवाद को खुलकर मदद दे रहा है.  ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जब भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी शिविरों को नेस्‍तनाबूद करना शुरू क‍िया तो तुर्की न सिर्फ पाकिस्तान के साथ आकर खड़ा हो गया, बल्‍क‍ि उसके समर्थन में एक दुष्प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने पाकिस्तान के स्‍टेट स्‍पांसर टेरर‍िज्‍म के पुख्ता सबूतों को दरकिनार कर भारत की कार्रवाई की आलोचना की.

हमास को खुला समर्थन, आतंक के लिए जमीन तैयार
लेकिन अब एक रिपोर्ट ने तुर्की की पोल खोलकर रख दी है. यह रिपोर्ट बताती है कि तुर्की ने हमास जैसे आतंकी संगठन के नेताओं को अपने देश में पनाह दी है. उनकी राजनीतिक गतिविधियों के लिए प्‍लेटफार्म द‍िया है. इतना ही नहीं, फंड भी कर रहा है. सरकारी एनजीओ की मदद से उन्‍हें करोड़ों रुपये द‍िए जा रहे हैं. साल 2024 में एर्दोआन ने हमास चीफ इस्माइल हनिया से मुलाकात क‍िया था, ये भी ऑफर द‍िया था क‍ि चाहें तो अपना हेडक्‍वार्टर तुर्की में बना सकते हैं.

आतंकी फंडिंग का हब बनता जा रहा है तुर्की
रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की अब आतंकी फंड‍िंग का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है. यहां की कंपनियों जैसे अल अमान कार्गो ने ईरान के IRGC से जुड़े लेन-देन को यमन के हूथियों तक पहुंचाया. इतना ही नहीं, ट्रेंड GYO नामक एक तुर्की कंपनी, जिसमें हमास की 75% हिस्सेदारी है, उसका इस्तेमाल आतंकी अभियानों की फंडिंग और उसके नेताओं को पैसा देने के ल‍िए क‍िया जा रहा है. यह रिपोर्ट तुर्की की उस छवि को पूरी तरह ध्वस्त करती है, जिसमें वह एक जिम्मेदार वैश्विक साझेदार के रूप में देखा जाता है. वास्तविकता यह है कि तुर्की की नीतियां न केवल आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं बल्कि वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता को भी खतरे में डालती हैं। NATO जैसे संगठन को तुर्की की भूमिका पर गंभीर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है.

authorimg

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...

और पढ़ें

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें

Location :

New Delhi,New Delhi,Delhi

homeworld

भारत ने तुर्की की दुखती रग पर रखा हाथ, कुर्द व्रिदोहियों के बहाने खाेली पोल

Read Full Article at Source