Last Updated:June 10, 2025, 12:01 IST
FDI in India : देश में एफडीआई घटने की बात पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि इसमें कोई गिरावट नहीं आ रही है. बस ग्लोबल मार्केट के हिसाब से थोड़ा-बहुत उतार-चढ़ाव आता रहता है.

देश में सबसे ज्यादा एफडीआई सिंगापुर से आता है.
हाइलाइट्स
भारत में एफडीआई में कोई गिरावट नहीं - पीयूष गोयल2024-25 में भारत को 81 अरब डॉलर का एफडीआई प्राप्त हुआएफडीआई के स्रोत देशों की संख्या 89 से बढ़कर 112 हुईनई दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) में कोई गिरावट नहीं दिख रही है. बस ग्लोबल मार्केट की वजह से थोड़ा उतार-चढ़ाव रहता है. भारत में नए सिरे से विदेशी पूंजी प्रवाह देखने को मिला है. साथ ही सरकार सुझावों के लिए तैयार है और देश में एफडीआई को बढ़ावा देने के लिए नए उपायों को अपना रही है. उन्होंने आंकड़ों के आधार पर बताया कि पिछले 11 वित्त वर्ष (2014-25) में भारत ने 748.78 अरब अमेरिकी डॉलर का एफडीआई प्राप्त किया है, जो इससे पिछले के 11 वर्ष (2003-14) के मुकाबले 143 फीसदी वृद्धि को दिखाता है.
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अब पहले के मुकाबले ज्यादा देश भारत में निवेश करने को आकर्षित रहते हैं. एफडीआई के स्रोत देशों की संख्या 2013-14 के 89 से बढ़कर 2024-25 में 112 हो गई है. यह भारत की बढ़ती वैश्विक अपील को निवेश गंतव्य के रूप में दर्शाती है. गोयल ने कहा कि इन आंकड़ों को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि कोई गिरावट की प्रवृत्ति है. समय-समय पर कुछ बदलाव हो सकते हैं और ऐसा अन्य देशों में ब्याज दर चक्रों में बदलाव के कारण होता है. यदि कुछ देशों में बॉण्ड प्रतिफल अधिक हो जाता है, तो पैसा उन देशों में प्रवाहित होता है.
पिछले साल कितना पैसा आया
उन्होंने कहा कि वित्तवर्ष 2024-25 में भारत को कुल 81 अरब डॉलर का एफडीआई प्राप्त हुआ, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक है. यह एफडीआई में दोबारा आ रही ग्रोथ को दिखाता है. गोयल ने कहा कि हमारी सरकार सुझावों पर हमेशा अमल करने को तैयार है. हमें जो भी नए उपाय मिलेंगे, उसे अपनाने की कोशिश भी जरूर की जाती है. इससे पहले वित्तवर्ष 2021-22 में सर्वाधिक 84.83 अरब डॉलर का एफडीआई हासिल हुआ था.
क्यों उड़ी घटने की अफवाह
भारत में एफडीआई कम होने की बात इसलिए सामने आई, क्योंकि पिछले वित्तवर्ष की आखिरी तिमाही में गिरावट दिख रही है. भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 24.5 फीसदी घटकर 9.34 अरब डॉलर रह गया. हालांकि, समूचे वित्तवर्ष 2024-25 में यह 13 फीसदी बढ़कर 50 अरब डॉलर रहा था.
किसने किया सबसे ज्यादा निवेश
वित्तवर्ष 2024-25 में सिंगापुर 14.94 अरब डॉलर के प्रवाह के साथ एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत बनकर उभरा. इसके बाद मॉरीशस (8.34 अरब डॉलर), अमेरिका (5.45 अरब डॉलर), नीदरलैंड (4.62 अरब डॉलर), संयुक्त अरब अमीरात(3.12 अरब डॉलर), जापान (2.47 अरब डॉलर), साइप्रस (1.2 अरब डॉलर), ब्रिटेन (79.5 करोड़ डॉलर), जर्मनी (46.9 करोड़ डॉलर) और केमैन आइलैंड्स (37.1 करोड़ डॉलर) का स्थान रहा. अगर सेक्टरवाइज देखें तो सेवा, व्यापार, दूरसंचार, मोटर वाहन, निर्माण विकास, गैर-परम्परागत ऊर्जा और रसायन क्षेत्र में एफडीआई बढ़ा है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi