India Pakistan war like situation and Mock Drill in 244 Districts on May 7: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. भारत ने इस हमले के गुनहगारों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए अपनी सेना को खुली छूट दे दी है. इस बीच भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती राज्यों को युद्ध के हालात को लेकर मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद लोगों में एक तरह की आशंका पनप रही है कि क्या वाकई इस बार युद्ध होगा. यह मॉक ड्रिल सात मई यानी बुधवार को शाम में आयोजित होगी. इस दौरान देश के कुल 244 सीमावर्ती जिलों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे. शहरों को ब्लैक आउट किया जाएगा. आम लोगों को आपात स्थिति में शेल्टर लेने की प्रैक्टिस कराई जाएगी.
इस मॉक ड्रिल का मकसद युद्ध जैसी स्थिति में लोगों को तैयार करना है ताकि वे आपात स्थिति में अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें.
क्यों हो रही यह मॉक ड्रिल?
यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. सरकार ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. पाकिस्तान के खिलाफ अब तक कई कड़े कदम उठाए गए हैं. भारत ने सिंधु जल समझौता को निलंबित कर दिया, पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया गया, व्यापार बंद कर दिया गया और पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा अटारी बॉर्डर पर जमीन से आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को युद्ध की कार्रवाई करार दिया है. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
ऐसी स्थिति में भारत सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अगर युद्ध जैसी स्थिति बनती है तो देश की जनता और प्रशासन तैयार रहें. गृह मंत्रालय ने बताया कि आखिरी बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी, जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था. अब 54 साल बाद फिर से ऐसी ड्रिल हो रही है. यह स्थिति की गंभीरता को दर्शाती है.
कहां-कहां होगी मॉक ड्रिल?
यह मॉक ड्रिल देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 जिलों में होगी. ये जिले सिविल डिफेंस के लिए पहले से चिह्नित किए गए हैं. हालांकि, अभी तक सरकार ने इन 244 जिलों की पूरी लिस्ट सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन कुछ जानकारियां सामने आई हैं.
पंजाब: पंजाब के फिरोजपुर कैंटोनमेंट में रविवार को एक 30 मिनट की ब्लैकआउट ड्रिल हो चुकी है. यह इलाका भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के करीब है, इसलिए यहां पहले ही प्रैक्टिस शुरू हो गई है. पंजाब के कई अन्य जिलों जैसे अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और पठानकोट में भी 7 मई को मॉक ड्रिल होने की संभावना है. ये बॉर्डर से सटे जिले हैं.
जम्मू-कश्मीर: जम्मू, श्रीनगर, अनंतनाग और राजौरी जैसे जिले इस ड्रिल का हिस्सा हो सकते हैं, क्योंकि ये इलाके सीधे तौर पर पाकिस्तान से लगते हैं और हाल के आतंकी हमलों का केंद्र रहे हैं.
राजस्थान: जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और बाड़मेर जैसे बॉर्डर से सटे जिले भी इस ड्रिल में शामिल हो सकते हैं.
गुजरात: पाकिस्तान की सीमा से सटे कच्छ जिले में भी मॉक ड्रिल होने की उम्मीद है.
उत्तर भारत: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में भी यह ड्रिल हो सकती है. क्योंकि ये राज्य रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं. मिसाल के तौर पर उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, और मेरठ जैसे जिले शामिल हो सकते हैं.
दक्षिण और पूर्वी भारत: तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के कुछ बड़े जिले भी इस ड्रिल का हिस्सा होंगे. मिसाल के तौर पर चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता, और विशाखापत्तनम जैसे शहरों में ड्रिल होने की संभावना है.
मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ जिले जैसे भोपाल, रायपुर, और नागपुर, भी इस लिस्ट में हो सकते हैं.
मॉक ड्रिल में क्या होगा?
इस ड्रिल में कई तरह की गतिविधियां होंगी, ताकि आम लोग और प्रशासन दोनों को आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग मिले. एयर रेड सायरन- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे. यह सायरन सुनकर लोगों को सुरक्षित जगह पर शेल्टर लेना होगा.
कैसे पता करें कि आपके जिले में ड्रिल है?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके जिले में यह ड्रिल हो रही है या नहीं, तो अपने जिला प्रशासन की वेबसाइट या सोशल मीडिया पेज चेक करें. इसके अलावा स्थानीय समाचार चैनल और अखबारों में भी इसकी जानकारी दी जाएगी. गृह मंत्रालय ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे लोगों को पहले से सूचित करें, ताकि कोई पैनिक न हो.