Last Updated:May 23, 2025, 13:59 IST
पालमपुर के शहीद अग्निवीर नवीन कुमार को अंतिम विदाई दी गई. कारगिल के द्रास सेक्टर में भूस्खलन से शहीद हुए नवीन की पार्थिव देह पहुंचने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

अग्निवीर नवीन कुमार की मां ने बेटे को अंतिम विदाई दी.
पालमपुर. मेरे बेटे का चेहेरा काला पड़ गया है. मुझे उसे पैसे देने हैं, कोई मुझे पैसे दो…इतना सुनते ही पास खड़ा फौजी जवान मां को 500 रुपये का नोट थमाता है. एक अन्य शख्स की तरफ से भी शहीद की मां को नोट दिया जाता. रोती बिलखती मां बेटे के पार्थिव शरीर के साथ रुपये रख देती है और फिर बदहवास हो जाती है और कहती है कि मेरे बच्चे को क्या हो गया. साथ खड़ी महिला भी पार्थिव शरीर को देखकर कहती है कि एक बार खड़ा होजा बेटा. यह देखकर आसपास के लोग भी गमगीन है. मामला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर का है. जहां पर शहीद अग्निवीर नवीन कुमार को अंतिम विदाई दी गई.
शुक्रवार को नवीन कुमार का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर पर पहुंचा तो कोहराम मच गया. मां ने तिरंगे में लिपटे अपने सुपूत के चेहरे को छुआ और कहा कि मेरा बेटा काफी सुंदर था. वह हमेशा कहता था कि मां जब तिरंगे में लिपटा आऊंगा ना तो तुझे बहुत गर्व होगा. पार्थिव शरीर के पास रोते-रोते नवीन के चाचा कहते हैं कि अभी इसकी उम्र नहीं थी शहीद होने की. वह कहते हैं कि नवीन कहता था कि 2027 में शादी करेगा, ऐसे में हम सबको उसकी शादी का चाव ही रह गया. चाचा का रोना यहीं नहीं रुका और वह बोले कि नवीन ने कहा था कि नई गाड़ी लूंगा तो आपको घुमाने ले जाऊंगा.
नवीन कुमार की माता और बहन का रो-रोकर कहा कि उन्हें नवीन की बारात में शामिल होना था. गौरतलब है कि नवीन अपनी माता का इकलौता बेटा था. पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. अब कारगिल में वह भूस्खलन की चपेट में आने से शहीद हो गए.
दरअसस, हाल ही में कारगिल के द्रास सेक्टर में भूस्खलन की चपेट में आने से बलिदान हुए पालमपुर की थुरल पंचायत के हलू गांव निवासी नवीन कुमार शहीद हो गए. 25 साल के नवीन की पार्थिव देह जैसे ही पैतृक गांव पहुंची, समूचा गांव आंसुओं के सैलाब में धुल गया. नवीन कुमार जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान हो गया, तिरंगे में लिपटी लाडले की पार्थिव देह को देख माता, दादा-दादी, बहन और सभी लोग जैसे बेसुध से हो गए, हर तरफ चीख-पुकार मच गई. इस दौरान बलिदानी को श्रद्धांजलि व अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे सैकड़ों लोगों की आंख भी नम हो गईं. बलिदानी का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
शुक्रवार को नवीन कुमार का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर पर पहुंचा तो कोहराम मच गया.
बीते कल पहुंची थी बलिदानी की पार्थिव देह
गौरतलब है कि कारगिल से बलिदानी की पार्थिव देह गुरुवार देर शाम पालमपुर पहुंची थी, शाम होने के चलते पार्थिव देह को बलिदानी के पैतृक गांव में नहीं पहुंचाया जा सका और शुक्रवार सुबह बलिदानी की पार्थिव देह को पैतृक गांव में पहुंचाया गया, गुरुवार को भी जवान के घर परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए लोग पहुंचते रहे. बाद में बाजार कमेटी थुरल ने दोपहर 1 बजे तक बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Palampur,Kangra,Himachal Pradesh