मोबाइल और लैपटॉप से करते शातिरगीरी और एक दिन में ही ठग लेते 1 से 4 करोड़

8 hours ago

Last Updated:July 06, 2025, 14:10 IST

Ranchi Crime News: रांची के एक होटल में चीनी साइबर अपराधियों का जाल बिछा था और उनके भारतीय एजेंट्स ने बिहार से मध्यप्रदेश तक ठगी का साम्राज्य फैला रखा था. लेकिन झारखंड CID की साइबर क्राइम ब्रांच ने इस साजिश को ...और पढ़ें

मोबाइल और लैपटॉप से करते शातिरगीरी और एक दिन में ही ठग लेते 1 से 4 करोड़

प्रतीकात्मक तस्वीर.

हाइलाइट्स

रांची में 7 भारतीय एजेंट्स गिरफ्तार, चीनी कंपनियों के लिए डिजिटल अरेस्ट और निवेश ठगी में शामिल. गिरोह AI-आधारित APK फाइलों का इस्तेमाल कर ठगी के पैसों को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेजता. CID ने 60 बैंक खातों की जानकारी ली, अपराधियों को कमीशन और चीनी ठगों के कनेक्शन का भंडाफोड़.

रांची. झारखंड CID की साइबर क्राइम ब्रांच ने 5 जुलाई 2025 को रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में ऑलिव गार्डन होटल में छापेमारी कर चीनी साइबर अपराधियों के सात भारतीय एजेंट्स को गिरफ्तार किया. ये अपराधी चीनी कंपनियों जैसे मिलने, ड्रैगनपे, सुपरपे और मैंगोपेइंडिया के लिए काम करते थे जो डिजिटल अरेस्ट और फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए देशभर में लोगों को ठग रहे थे. CID की टेक्निकल टीम को सूचना मिली थी कि ये अपराधी लंबे समय से होटल में ठहरे हुए थे. छापेमारी में 12 मोबाइल, 11 लैपटॉप, 14 ATM कार्ड, एक चेकबुक और 60 से अधिक व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैट बरामद हुए जो इस साइबर ठगी के नेटवर्क का सबूत हैं.गिरफ्तार अपराधियों में छह बिहार और एक मध्यप्रदेश का रहने वाला लखन चौरसिया है जो सीधे चीनी साइबर ठगों के संपर्क में था.

चीनी साइबर ठगी का जाल

CID डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि ये गिरोह AI-आधारित APK फाइलों का इस्तेमाल करता था और ठगी के पैसों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करता था. म्यूल बैंक खातों और AI-आधारित APK फाइलों के जरिए ये अपराधी भारतीय मुद्रा को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेज रहे थे. प्रत्येक म्यूल बैंक खाते में रोजाना 1 से 4 करोड़ रुपये का लेनदेन होता था और इन एजेंट्स को प्रति ठगी पर 1.5 से 2 प्रतिशत कमीशन मिलता था. CID की जांच में 60 म्यूल बैंक खातों की जानकारी मिली जिनका इस्तेमाल ठगी के पैसों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था. यह गिरोह देश के विभिन्न राज्यों में सक्रिय था और चीनी साइबर अपराधियों के लिए म्यूल खातों की व्यवस्था करता था.

चीन के साइबर अपराधियों के साथ भारतीय एजेंट की सांठगांठ, प्रतिदिन 1 से 4 करोड़ की ठगी का खुलासा.

 ठगी का खेल, हेल्पलाइन पर जाएं

रांची पुलिस ने मामले में भारतीय दंड संहितदा की धाराओं और IT एक्ट की धारा 66B, 66C, 66D के तहत केस दर्ज किया है. CID ने आम लोगों से अपील की है कि वे संदिग्ध लिंक, कॉल या निवेश ऑफर की सूचना तुरंत www.cybercrime.gov.in या हेल्पलाइन 1930 पर दें. बता दें कि यह कार्रवाई झारखंड पुलिस की साइबर अपराध के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है जो अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी के बढ़ते खतरे को उजागर करती है.

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...

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