Last Updated:August 26, 2025, 20:35 IST
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने आलोक अराधे और विपुल मनुभाई पंचोली को जज बनाने की सिफारिश की, जिस पर जस्टिस बी वी नागरत्ना और CJAR ने पारदर्शिता व वरिष्ठता को लेकर विरोध जताया.

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की नई सिफारिश ने न्यायपालिका के भीतर बहस छेड़ दी है. कॉलेजियम ने मुंबई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आलोक अराधे और पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की है. लेकिन इस फैसले पर कॉलेजियम की इकलौती महिला जज, जस्टिस बी वी नागरत्ना ने असहमति दर्ज कराई है. जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि जस्टिस पंचोली की नियुक्ति न्यायपालिका के लिए ‘नुकसानदेह’ होगी. उनका कहना है कि पंचोली जूनियर हैं और उनके गुजरात हाईकोर्ट से पटना हाईकोर्ट में हुए ट्रांसफर की परिस्थितियां भी गंभीर सवाल उठाती हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनकी नियुक्ति होती है तो इससे कॉलेजियम प्रणाली की बची-खुची विश्वसनीयता भी कमजोर होगी.
गुजरात से पटना ट्रांसफर पर सवाल
सूत्रों के अनुसार, जस्टिस नागरत्ना ने याद दिलाया कि जस्टिस पंचोली का जुलाई 2023 में किया गया ट्रांसफर कोई सामान्य कदम नहीं था. यह कई वरिष्ठ जजों से विचार-विमर्श के बाद लिया गया फैसला था. इसलिए अब उनकी सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति पर सवाल उठना स्वाभाविक है.
जस्टिस नागरत्ना ने सुप्रीम कोर्ट में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने पहले भी, मई 2024 में, पंचोली की पदोन्नति पर असहमति जताई थी. उस समय उनकी जगह जस्टिस एन वी अंजारिया को सुप्रीम कोर्ट भेजा गया था. लेकिन अब तीन महीने बाद जब पंचोली का नाम फिर से सामने आया तो उन्होंने लिखित असहमति दर्ज कराई.
सीजेएआर ने भी किया विरोध
गैर सरकारी संगठन कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी एंड रिफॉर्म्स (CJAR) ने भी इस सिफारिश की आलोचना की है. संगठन ने बयान में कहा कि कॉलेजियम का यह फैसला न्यायिक नियुक्तियों में पारदर्शिता के मानकों पर सवाल उठाता है. सीजेएआर का कहना है कि पंचोली न केवल गुजरात से सुप्रीम कोर्ट में आने वाले तीसरे जज होंगे, बल्कि अखिल भारतीय वरिष्ठता सूची में उनका स्थान 57वां है. ऐसे में उनके चयन को लेकर कई संदेह पैदा होते हैं.
अगला CJI बनने की कतार में?
जानकारों के अनुसार, अगर जस्टिस पंचोली सुप्रीम कोर्ट के जज बनते हैं तो अक्टूबर 2031 में जस्टिस जॉयमाल्या बागची की रिटायरमेंट के बाद वे भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की कतार में होंगे. यही वजह है कि इस नियुक्ति पर विवाद और गहराता जा रहा है.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 26, 2025, 20:34 IST