कर्नाटक: दीपावली उत्सव हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. पूरे देश में हिंदू हर साल इस त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. दिवाली के त्योहार पर पारंपरिक कपड़ों में कई रीति-रिवाजों के साथ लक्ष्मी पूजा की जाती है. इस वर्ष लक्ष्मी पूजा हिंदू कैलेंडर के अनुसार 31 अक्टूबर को निर्धारित की गई थी. इस प्रकार लाखों भक्तों ने लक्ष्मी पूजन कर प्रार्थना की.
मुस्लिम युवकों द्वारा पूजा
खास बात यह है कि एक मुस्लिम युवक और उसके दोस्तों ने हिंदू परंपरा के अनुसार लक्ष्मी पूजा की. शिमोगा जिले के होसनगर तालुक के अरसालु गांव के एक युवक, तन्नु ने विनायक सर्कल में अपने मोबाइल की दुकान (तन्वी मोबाइल वर्ल्ड) में कचरा रखकर और फल तथा मेवे चढ़ाकर हर साल हिंदू परंपरा के अनुसार पूजा की, जो पुजारी कोडुरु प्रमोदा जोइस द्वारा की जाती है. यह होसनगर तालुक का रिपन शहर है.
सौहार्द की मिसाल
देशभर में लक्ष्मी पूजा और दिवाली की धूम मची हुई है. सौहार्द के लिए हमने यहां-वहां देखा है कि हिंदू त्योहार मुस्लिम भाई मनाते हैं और मुस्लिम त्योहार हिंदू मनाते हैं. यहां भी इसी तरह की खबरें सामने आई हैं. तन्नु लगातार 5 वर्षों से इसी पद्धति से लक्ष्मी पूजा का आयोजन कर रहा है. इसी प्रकार मुस्लिम परंपराओं के अनुसार पूजा पुजारी द्वारा की जाती है.
दिवाली की विशेषता
दिवाली में लक्ष्मी और गणेश की भी पूजा की जाती है. पुराणों के अनुसार, उस दिन देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर अवतरित होती हैं और हर घर में आती हैं. उस मां को प्रसन्न करने, अपने घर को साफ-सुथरा रखने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए एक विशेष पूजा की जाती है. लोग घर के सामने दीपक रखते हैं, माघ लगाते हैं, फूल बरसाते हैं और देवी को घर में आमंत्रित करते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 4, 2024, 14:56 IST