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यूं ही नहीं पटरी से उतरी बागमती एक्सप्रेस, NIA को शुरुआती जांच में मिले अहम सबूत, रेलवे ट्रैक से कई...
नई दिल्ली. तमिलनाडु के कावरापेट्टई रेलवे स्टेशन पर मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस ट्रेन के खड़ी मालगाड़ी से टकराने के कुछ घंटों बाद ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची. सूत्रों के मुताबिक एनआईए को संदेह है कि यह भीषण दुर्घटना रेलवे ट्रैक में तोड़फोड़ के कारण हुई होगी. शुरुआती जांच में पटरियों से बोल्ट और अन्य सामान गायब पाए गए, जिससे गड़बड़ी का संदेह पैदा हुआ. साथ ही, माना जाता है कि हथौड़ों से ट्रैक को नुकसान पहुंचाया गया था.
‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक जांच में आगे पता चला कि 22 सितंबर को हुई पोन्नेरी घटना में भी ऐसा ही पैटर्न देखा गया था. जब सिग्नल बॉक्स हटाए गए थे. गौरतलब है कि पोन्नेरी कावरापेट्टई रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना स्थल से महज लगभग 10 किलोमीटर दूर है. बागमती एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर शुक्रवार शाम को हुई, जब यात्री ट्रेन लूप लाइन में घुस गई और पहले से खड़ी मालगाड़ी के पीछे से टकरा गई, जिससे 19 यात्री घायल हो गए.
इसकी वजह से बागमती एक्सप्रेस ट्रेन के दो डिब्बों में आग लग गई और 13 डिब्बे पटरी से उतर गए. रेलवे ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. रेलवे अधिकारियों ने शनिवार सुबह कहा कि इस ट्रैक पर रेलवे का ट्रैफिक बहाल करने में लगभग 16 घंटे लगेंगे. इस बीच हादसे के बाद फंसे हुए यात्रियों को उनकी यात्रा जारी रखने के लिए शनिवार सुबह एक अन्य विशेष ट्रेन में भेज दिया गया. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इससे पहले, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बार-बार ट्रेन के पटरी से उतरने से कोई सबक नहीं सीखा गया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि ‘मैसूर-दरभंगा ट्रेन दुर्घटना भयावह बालासोर दुर्घटना की तरह ही है. जहां एक यात्री ट्रेन एक पहले से ही खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. कई दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान जाने के बावजूद अब तक कोई सबक नहीं सीखा गया है. जवाबदेही शीर्ष स्तर से शुरू होती है. इस सरकार के जागने से पहले और कितने परिवार बर्बाद होने चाहिए?’
Tags: Investigation Agency, Tamil Nadu news, Train accident
FIRST PUBLISHED :
October 12, 2024, 23:38 IST