Last Updated:August 26, 2025, 22:22 IST
Jammu Flood Latest Updates: जम्मू में रमेश कुमार ने बारिश, भूस्खलन और क्लाउड बस्ट के कारण रात आठ से सुबह आठ बजे तक नाइट लॉकडाउन लागू किया, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें तैनात हैं.

कोरोना काल में आपने लॉकडाउन को खूब एक्सपीरियंस किया होगा. अब जम्मू में एक बार फिर वहीं लॉकडाउन वाली स्थित को लागू कर दिया गया है. ऐसा कोविड-19 के वापसी के कारण नहीं बल्कि वहां जारी भयंकर बारिश, भूस्खलन और क्लाउड बस्ट जैसी प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए किया जा रहा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं. डिविजनल कमिश्नर जम्मू रमेश कुमार ने रात के आठ बजे से सुबह आठ बजे तक लॉकडाउन लगाने का ऐलान कर दिया है. लोगों से घर की चार दीवारी में रहने की अपील की गई है.
केवल रात के लिए लॉकडाउन
रमेश कुमार ने नागरिकों से सतर्क रहने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की. उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसी कारण रात आठ बजे के बाद लोगों की आवाजाही पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है. बीते कुछ दिनों से जम्मू संभाग के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है. इससे नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. कई निचले इलाकों में पानी भरने की घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रहे भूस्खलन और अचानक आए क्लाउड बस्ट ने स्थिति और भी गंभीर कर दी है. इन परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन ने साफ किया है कि बेवजह बाहर निकलना बेहद खतरनाक हो सकता है.
हालात सुधरने तक नाइट लॉकडाउन जारी
डिविजनल कमिश्नर ने कहा कि सोमवार रात से लागू होने वाला यह प्रतिबंध आगामी दिनों में हालात सुधरने तक जारी रह सकता है. उन्होंने कहा कि यह फैसला नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और लोगों से अपील की कि वे प्रशासनिक आदेश का पालन करें. प्रशासन और सुरक्षा बलों की टीमें लगातार अलर्ट मोड पर हैं. निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. कई इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. साथ ही सेना भी जरूरत पड़ने पर बचाव कार्य में मदद के लिए तैयार है.
अफवाहों से बचने की अपील
रमेश कुमार ने कहा कि इस मुश्किल समय में अफवाहों से बचना बेहद जरूरी है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सिर्फ प्रशासनिक घोषणाओं और विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी लें. साथ ही, जरूरत पड़ने पर हेल्पलाइन नंबरों का इस्तेमाल कर मदद मांगें. प्रशासन का यह फैसला साफ संदेश देता है कि प्राकृतिक आपदा के समय लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है. नाइट लॉकडाउन का उद्देश्य न केवल लोगों को सुरक्षित रखना है बल्कि बचाव कार्य को आसान बनाना भी है.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
August 26, 2025, 22:22 IST