Last Updated:October 23, 2025, 11:22 IST
Sushant Rajput Death Case:सुशांत सिंह राजपूत केस में CBI ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को क्लीन चिट दी है. सीबीआई ने कहा कि रिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. सुशांत का परिवार इस रिपोर्ट से नाराज़ है और इसे अधूरा मानता है. अब पटना कोर्ट में 20 दिसंबर को सुनवाई होगी.

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के चार साल बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है. इस रिपोर्ट में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को पूरी तरह से क्लीन चिट दी गई है. सीबीआई ने कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जो यह साबित करे कि रिया ने सुशांत को गैरकानूनी तरीके से रोका, धमकाया या आत्महत्या के लिए उकसाया.
हालांकि, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने सीबीआई की इस रिपोर्ट पर नाराज़गी जताई है. परिवार का कहना है कि यह रिपोर्ट अधूरी है और सच्चाई को छिपाने की कोशिश की गई है. परिवार के वकील ने इसे दिखावा करार दिया है.
सुशांत सिंह राजपूत ने पवित्र रिश्ता जैसे धारावाहिक के बाद केदारनाथ, एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी और छिछोरे जैसी फिल्मों से पहचान बनाई थी. वह 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. उनकी मौत के बाद देशभर में जबरदस्त हंगामा हुआ और मामला सीबीआई को सौंपा गया.
सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट में ऐसा क्या?
सीबीआई ने इस साल मार्च में दो क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थीं. इसमें एक क्लोजर रिपोर्ट उस केस में है, जो सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज कराया था. और दूसरा उस केस में जो खुद रिया ने सुशांत की बहनों के खिलाफ मुंबई में दायर किया था.
सीबीआई की जांच में पाया गया कि रिया और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती 8 जून 2020 को सुशांत का घर छोड़कर चले गए थे और इसके बाद 14 जून तक वे कभी उस घर नहीं लौटे. इस दौरान सुशांत का उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत की बहन मीतू सिंह 8 जून से 12 जून तक उनके साथ थीं.
रिया पर चोरी और पैसों के गबन के आरोप भी लगाए गए थे, लेकिन सीबीआई ने इन्हें भी खारिज कर दिया. जांच में सामने आया कि जब रिया ने घर छोड़ा, तो वह सिर्फ अपना एप्पल लैपटॉप और घड़ी लेकर गई थीं, जो सुशांत ने उन्हें गिफ्ट में दी थी. इसके अलावा सुशांत की किसी भी संपत्ति को रिया या किसी अन्य आरोपी ने गैरकानूनी तरीके से नहीं लिया.
जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि सुशांत खुद रिया को अपने परिवार का हिस्सा मानते थे, इसलिए उनके खर्चों को ठगी या धोखाधड़ी की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता. रिपोर्ट के अनुसार, सुशांत के आर्थिक मामलों की जिम्मेदारी उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट और वकील संभालते थे.
सुशांत के परिवार के आरोपों पर क्या बोली सीबीआई
सुशांत के परिवार ने यह आरोप लगाया था कि रिया ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर वे उसकी बात नहीं मानेंगे तो वह उनके मेडिकल रिकॉर्ड्स सार्वजनिक कर देगी. लेकिन सीबीआई ने कहा कि इस आरोप का कोई ठोस सबूत नहीं मिला और यह ‘सिर्फ सुनी-सुनाई बातों’ पर आधारित है.
रिपोर्ट के निष्कर्ष में सीबीआई ने कहा कि किसी भी आरोपी के खिलाफ ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला जो यह दर्शाए कि उन्होंने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया या किसी प्रकार से अवैध रूप से रोका-टोका.
अब यह मामला पटना की अदालत में 20 दिसंबर को सुनवाई के लिए रखा गया है, जहां सीबीआई की इस क्लोजर रिपोर्ट पर अगला निर्णय लिया जाएगा.
सुशांत की मौत से जुड़े इस केस ने 2020 में पूरे देश को झकझोर दिया था. इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), प्रवर्तन निदेशालय (ED) और मुंबई पुलिस ने भी जांच की थी. लेकिन अब सीबीआई की इस क्लोजर रिपोर्ट के साथ मामला लगभग अपने अंतिम दौर में पहुंचता दिख रहा है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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First Published :
October 23, 2025, 11:22 IST