अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन से दोस्ती जल्द ही दुश्मनी में तब्दील हो सकती है. ट्रंप रूस पर ऐसा बिग ब्यूटीफुल बिल बम गिराने वाले हैं, जिससे रूस की तेल-गैस पर चल रही अर्थव्यवस्था धड़ाम हो सकती है. रूस इसी तेल से मुनाफा कमाकर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में करोड़ों डॉलर झोंक रहा है.
दरअसल, अमेरिकी सरकार संसद में एक नया विधेयक पेश करने वाली है, जिसके तहत रूस से कच्चे तेल की खरीद पर 500 फीसदी का टैरिफ लगाए जाने का प्रस्ताव है. इसका सीधा असर भारत और चीन पर पड़ेगा, जो यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के बाद से रूस का 70 फीसदी कच्चा तेल रियायती दामों पर खरीद रहे हैं. अमेरिका और यूरोपीय देशों के प्रतिबंध के कारण रूस भारी छूट भारत और चीन को दे रहा है.
अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने इस बिल पर ट्रंप की हामी भी भरवा ली है. करीब 90 सांसदों ने इस विधेयक का समर्थन किया है. सीनेटरों का कहना है कि इस विधेयक मकसद पुतिन को युद्ध को आगे बढ़ाने से रोकना है और उसे शांति की मेज पर लाने के लिए जरूरी है. ट्रंप ने इससे पहले पुतिन को यूक्रेन के साथ शांति वार्ता से मुद्दा सुलझाने की नाकाम कोशिश की थी.
ग्राहम ने एक इंटरव्यू में कहा, अगर आप रूस से उत्पाद खरीद रहे हैं तो मतलब साफ है कि आप यूक्रेन का समर्थन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में अमेरिका उन देशों पर 500 फीसदी का टैरिफ लगाएगा. भारत औऱ चीन रूस का 70 फीसदी तेल खरीद रहे हैं और इससे पुतिन अपनी वार मशीन में पैसा झोंक रहे हैं.ये बिल अगस्त में पेश किया जा सकता है. इससे अभी तक यूक्रेन-रूस युद्ध में सीधे कूदने से बच रहे ट्रंप का पुतिन से सीधा टकराव दिखेगा.