DF-41: जिसके आगे ब्रह्मोस भी फीकी लगे! पृथ्वी के किसी भी कोने पर दुश्मन खत्म

2 hours ago

Last Updated:August 28, 2025, 01:48 IST

DF-41 दुनिया की सबसे लंबी दूरी की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल में से एक है. इसकी क्षमता 12000 से 15000 किमी तक की है. वहीं, ब्रह्मोस की क्षमता केवल 400 किलोमीटर तक ही है. हालांकि अपनी श्रेणी में ब्रह्मोस क...और पढ़ें

 जिसके आगे ब्रह्मोस भी फीकी लगे! पृथ्वी के किसी भी कोने पर दुश्मन खत्मचीन की ताकत का यह बड़ा हिस्‍सा है. (File Photo)

नई दिल्‍ली. ब्रह्मोस दुनिया की सबसे असरदार बैलिस्टिक मिसाइल में से एक है. पाकिस्‍तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसने अपना दमखम दिखाया. हालांकि जब लंबी दूरी के मिसाइल की बात होती है तो इस मामले में DF-41 का जवाब नहीं. चीन की इस मिसाइल को दुनिया की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल की श्रेणी में रखा जाता है. चीन ने अपने परमाणु निवारक क्षमता को मजबूत करने के लिए सबसे लंबी दूरी की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल DF-41 को विकसित किया है. यह मिसाइल पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स का हिस्सा है और इसे रणनीतिक हथियारों में अत्याधुनिक माना जाता है. DF-41 की मारक क्षमता 12,000 किलोमीटर है. इसमें कई इंडिपेंडेंट रूप से टारगेट किए जाने वाले वारहेड हैं, जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर गिराया जा सकता है.

अमेरिका-यूरोप-एशिया सब रेंज रेंज में
DF-41 मिसाइल का वजन लगभग 80,000 किलोग्राम है और लंबाई 22 मीटर है. इसे साइलो, सड़क और रेल मार्ग से लॉन्च किया जा सकता है. DF-41 का विकास 1986 में शुरू हुआ और इसे 2017 में सेवा में शामिल किया गया. यह पहली बार 2019 में सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित हुई थी. सितंबर 2024 में इसका परीक्षण दक्षिणी महासागर में किया गया, जिसमें इसकी लंबी दूरी की क्षमता को साबित किया गया. रणनीतिक दृष्टि से DF-41 चीन को अमेरिका, यूरोप, एशिया और अफ्रीका के अधिकांश हिस्सों तक पहुंचने की क्षमता देता है.

 DF-41 मिसाइल की खासियत

विशेषताविवरण
मारक क्षमता12,000 – 15,000 किलोमीटर
गतिMach 25 (~31,425 किमी/घंटा)
वजनलगभग 80,000 किलोग्राम
लंबाईलगभग 22 मीटर
व्यासलगभग 2.25 मीटर
वॉरहेड क्षमता8 x 250 किलोटन या 10 x 150 किलोटन MIRVs
मार्गदर्शन प्रणालीइनर्शियल, स्टारलैट अपडेट्स, BeiDou उपग्रह प्रणाली
लॉन्च प्लेटफॉर्मसाइलो, सड़क-मोबाइल TEL, रेल-मोबाइल

परमाणु क्षमता से लेस
इस मिसाइल की उच्च तकनीकी विशेषताएं इसे अमेरिका की मिनिटमैन और रूस की सरमत मिसाइलों के मुकाबले प्रतिस्पर्धी बनाती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि DF-41 न केवल चीन की रक्षा क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और परमाणु संतुलन पर भी असर डालता है. चीन ने इस मिसाइल की 50 से 100 यूनिट तैयार करने की योजना बनाई है. इस मिसाइल के विकास और क्षमता के चलते चीन वैश्विक रणनीतिक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है और इसे विश्व के परमाणु शक्तियों के बीच एक महत्वपूर्ण हथियार माना जा रहा है. कुल मिलाकर DF-41 चीन की परमाणु निवारक रणनीति का प्रमुख हिस्सा है, जो लंबी दूरी, तेज गति और स्वतंत्र लक्षित वारहेड क्षमता के साथ वैश्विक स्तर पर शक्ति प्रदर्शन करने में सक्षम है.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

August 27, 2025, 05:00 IST

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