Last Updated:October 07, 2025, 10:43 IST
7 October 1952 & Punjab Gets a New Capital: भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के साथ पंजाब को लाहौर की कमी खलने लगी थी. लंबी बहस के बाद लाहौर की जगह एक नया शहर बसाने का फैसला हुआ और इस शहर को नाम हुआ चंडीगढ़.

7 October 1952 & Punjab Gets a New Capital: आजादी से पहले पंजाब की राजधानी लाहौर हुआ करती थी. 1947 के बंटवारे में लाहौर पाकिस्तान के हिस्से में चला गया और पंजाब बिना राजधानी के रह गया. इसके बाद सवाल उठा कि अब कौन सा शहर पंजाब का प्रशासनिक केंद्र बनेगा. पंजाब की नई राजधानी के लिए सूबे के कई शहरों के नाम की चर्चा हुई, लेकिन एक-एक कर सभी शहरों के नाम खारिज होते गए. आखिर में फैसला हुआ कि पुराने शहरों में बदलाव करने की बजाय एक बिल्कुल नया शहर बनाया जाए.
यह एक ऐसा शहर हो, जिसमें मॉर्डन आर्किटेक्चर और इंडियन स्प्रिट के साथ भारत की नई सोच नजर आए. यहीं से चंडीगढ़ का विचार पैदा हुआ और इस शहर की रूपरेखा रचने की जिम्मेदारी मशहूर फ्रांसीसी आर्किटेक्ट ले कॉर्बुज़िए को सौंपी गई. ले कॉर्बुज़िए ने चंडीगढ़ को एक इंसान के शरीर की तरह डिजाइन किया, हर हिस्से का अपना काम और अपनी जगह खास था. इस शहर का पहला हिस्सा था कैपिटल कॉम्प्लेक्स, जहां सचिवालय, विधानसभा और हाई कोर्ट बनए गए. दूसरे मायनों में कहें तो कैपिटल कॉम्प्लेक्स शहर का दिमाग था.
कैपिटल कॉम्प्लेक्स के साथ बने ये दो हिस्से
शहर का अगला हिस्सा ‘सेक्टर्स’ थे, जहां लोग रहते, काम करते और पढ़ सकते थे. वहीं, तीसरा हिस्सा ‘लीजर वैली’ था, जो शहर को हरा-भरा और ताज़ा रखती थी. चंडीगढ़ का खाका तैयार करने में ले कॉर्बुज़िए के साथ भारतीय आर्किटेक्ट्स पीएल वर्मा और ईटी ड्रू की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही. चंडीगढ़ का काम 1950 में निर्माण शुरू हुआ और 1952 तक प्रशासनिक भवन तैयार हो गए. इसके बाद, 07 अक्टूबर 1952 को पंजाब की नई राजधानी के तौर पर चंडीगढ़ के नाम का ऐलान कर दिया गया.
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1956 में चंडीगढ़ को लेकर फिर उठा सवाल
1956 में जब राज्यों का पुनर्गठन हुआ, तब भी चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी रहा. लेकिन 1966 में पंजाब और हरियाणा के बंटवारे के बाद सवाल फिर उठा कि चंडीगढ़ किसका? आखिरकार 1 नवंबर 1966 को हरियाणा अलग राज्य बना और चंडीगढ़ को दोनों राज्यों की साझा राजधानी बनाया गया. इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया, जो केंद्र सरकार के नियंत्रण में है. आपको बता दें कि चंडीगढ़ की तर्ज पर बाद में गांधीनगर, भुवनेश्वर और दिसपुर जैसे शहर बने. चंडीगढ़ की सड़कें V आकार में हैं, जो ट्रैफिक को सुचारू रखती हैं. पार्क और हरे-भरे बेल्ट इसे भारत का सबसे हरा-भरा शहर बनाते हैं.
Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
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First Published :
October 07, 2025, 10:43 IST