वायु प्रदूषण मतलब कैंसर... जहरीली हवा ने ले ली 79 लाख जान, रिपोर्ट में खुलासा

5 hours ago

Last Updated:October 23, 2025, 07:55 IST

साल 2023 में दुनिया भर में वायु प्रदूषण के कारण करीब 79 लाख लोगों की मौत हुई. अकेले भारत में ही इस कारण 20 लाख लोगों की जान गई है. 'स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर 2023' रिपोर्ट में यह चौंकाने वाला खुलासा किया गया है. वायु प्रदूषण की वजह से दिल, फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज़ और डिमेंशिया जैसी कई गंभीर बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं.

वायु प्रदूषण मतलब कैंसर... जहरीली हवा ने ले ली 79 लाख जान, रिपोर्ट में खुलासावायु प्रदूषण की वजह से दिल, फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज़ और डिमेंशिया जैसी कई गंभीर बीमारियां भी तेजी से बढ़ीं.

दिल्ली-एनसीआर का आसमान पिछले कुछ दिनों से धुएं और धूल की चादर में लिपटा हुआ है. कई लोगों को इस वायू प्रदूषण से खासी परेशानी भी हो रही है. हो भी क्यों न… आखिर हवा में घुला यह जहर दुनिया में सबसे ज्यादा मौतों का कारण जो है. अकेले साल 2023 में ही दुनिया भर में इस कारण करीब 79 लाख लोगों की मौत हुई. इस वायु प्रदूषण की वजह से दिल, फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज़ और डिमेंशिया जैसी कई गंभीर बीमारियां भी तेजी से बढ़ीं. कैंसर से इसकी तुलना की जाए तो वर्ष 2022 में इस घातक बीमारी से दुनियाभर में 97 लाख लोगों की मौत हुई थी.

‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर 2023’ रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है, जिसे अमेरिका की संस्था हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टिट्यूट (HEI) ने तैयार किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में वायु प्रदूषण से मरने वालों की संख्या साल 2000 में 14 लाख थी, जो 2023 में बढ़कर 20 लाख हो गई. यानी अब देश में लोगों की मौत की सबसे बड़ी वजह वायु प्रदूषण बन चुका है, जिसने ब्लड प्रेशर और खराब खानपान को भी पीछे छोड़ दिया है.

चार में से 3 लोग जहरीली हवा के शिकार

रिपोर्ट बताती है कि भारत के हर चार में से तीन लोग ऐसे इलाकों में रहते हैं, जहां हवा में ज़हरीले कण (PM2.5) की मात्रा WHO के तय मानक से ज्यादा है. भारत में वायु प्रदूषण से होने वाली कुल मौतों में से करीब 89% मौतें गैर-संचारी रोगों (NCDs) की वजह से होती हैं, जैसे कि दिल का दौरा, फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज़ या डिमेंशिया.

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में वायु प्रदूषण से होने वाली 86% मौतें इन्हीं बीमारियों से होती हैं. इनमें से हर सात में से एक मौत फेफड़ों की बीमारी (COPD) से और हर पांच में से एक मौत डायबिटीज़ से जुड़ी है. विशेषज्ञों का कहना है कि पहले भारत में लोग ज़्यादा घरेलू प्रदूषण यानी लकड़ी या कोयले से खाना बनाने के धुएं से बीमार पड़ते थे. लेकिन अब सरकार की स्वच्छ ऊर्जा योजनाओं की वजह से घरों में धुएं से होने वाली मौतें घट गई हैं. हालांकि, बाहर की हवा यानी एंबिएंट एयर पॉल्यूशन से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

जहरीली हवा से बीमारी बढ़ी

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, HEI की वैज्ञानिक पल्लवी पंत ने कहा कि असुरक्षित पानी या गंदगी से होने वाली बीमारियां तो कम हुई हैं, लेकिन अब हवा की खराबी से होने वाली बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. उन्होंने बताया कि 2000 से 2023 के बीच, बाहर की हवा में मौजूद PM2.5 और ओज़ोन गैस के स्तर में खतरनाक बढ़ोतरी हुई है.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वायु प्रदूषण के कारण डिमेंशिया यानी याददाश्त खोने जैसी बीमारी भी बढ़ रही है. साल 2023 में वायु प्रदूषण से जुड़ी 6.25 लाख लोगों की मौत डिमेंशिया से हुई और करीब 1.2 करोड़ लोगों के स्वस्थ जीवन वर्ष प्रभावित हुए.

पल्लवी पंत ने कहा कि ‘खराब हवा का असर अब अरबों लोगों की सेहत पर पड़ रहा है, खासतौर पर एशिया और अफ्रीका में. हालांकि अब कई देशों में हवा की निगरानी, नए कानून और प्रदूषण कम करने के उपाय शुरू हो चुके हैं, जिनसे कुछ सुधार दिख रहा है.’

पांच बड़े खतरों में शामिल वायु प्रदूषण

संयुक्त राष्ट्र ने भी 2018 में वायु प्रदूषण को उन पांच बड़े खतरे में शामिल किया था जो दिल और फेफड़ों जैसी बीमारियों को बढ़ाते हैं. इनमें तंबाकू, खराब खाना-पान, व्यायाम की कमी और शराब का सेवन भी शामिल हैं. इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इसे अपनी नीति में जगह दी.

NCD एलायंस की नीति निदेशक एलिसन कॉक्स ने कहा कि ‘वायु प्रदूषण और गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए एक साथ कदम उठाए जा सकते हैं. इससे न केवल लोगों की सेहत बल्कि जलवायु और अर्थव्यवस्था दोनों को फायदा होगा. अब ज़रूरत है कि सरकारें इन नीतियों को तेज़ी से लागू करें, ताकि हम अपने लोगों और ग्रह दोनों की रक्षा कर सकें.’

रिपोर्ट में हवा की गुणवत्ता के आंकड़े जमीन पर लगे सेंसर, उपग्रहों और वैज्ञानिक मॉडलों से जुटाए गए हैं. घरेलू प्रदूषण का डेटा WHO और अन्य सर्वेक्षणों से लिया गया है. इन सभी आंकड़ों को जोड़कर यह पता लगाया गया है कि वायु प्रदूषण इंसानों की सेहत और जीवन पर कितना असर डाल रहा है.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

October 23, 2025, 07:55 IST

homenation

वायु प्रदूषण मतलब कैंसर... जहरीली हवा ने ले ली 79 लाख जान, रिपोर्ट में खुलासा

Read Full Article at Source