Last Updated:December 14, 2025, 14:21 IST
Year Ender 2025: साल 2025 उतार-चढ़ाव से भरा रहा. यह साल कई बड़े विवादों के कारण हमेशा यादों में रहेगा. इस साल कई नामी यूनिवर्सिटी में हुए बवालों ने देशभर के लोगों को हैरान कर दिया.
University Controversy: इस साल कई संस्थान विवादों में रहेनई दिल्ली (Year Ender 2025). साल 2025 शिक्षा के क्षेत्र में न केवल एकेडमिक उपलब्धियों के लिए, बल्कि कई गंभीर विवादों के कारण भी याद किया जाएगा. देश की कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज, जिनके नाम पर उच्च शिक्षा की प्रतिष्ठा जुड़ी है, सालभर कई कारणों से सुर्खियों में रहीं. इन विवादों की प्रकृति आपराधिक जांच से लेकर दशकों पुराने धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों तक फैली हुई थी. इन बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी में हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रमुखता से शामिल रहीं.
इन घटनाओं ने न केवल संबंधित संस्थानों की छवि पर असर डाला, बल्कि देश के शैक्षणिक माहौल और सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए. अल-फलाह यूनिवर्सिटी का नाम एक ऐसे मामले से जुड़ा, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित किया. दूसरी तरफ, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) कोर्ट से लेकर कैंपस तक विवादों में रही. AMU का मामला इसके अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे से जुड़ा है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी रही और जिसका फैसला देश के अन्य अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों के लिए एक नजीर बनेगा.
सबसे ज्यादा विवादों में रहे ये 3 संस्थान
किसी यूनिवर्सिटी का नाम विवादों में आने से उसकी साख खराब होती है. साथ ही वहां पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स का करियर भी दांव पर लग दिया जाता है. जानिए साल 2025 में सबसे ज्यादा विवादों में रहने वाली 3 चर्चित यूनिवर्सिटी के नाम.
1. अल-फलाह यूनिवर्सिटी: कार ब्लास्ट और सुरक्षा जांच
हरियाणा की यह प्राइवेट यूनिवर्सिटी 2025 के अंत में सबसे बड़े और गंभीर विवादों के कारण देशभर में सुर्खियों में रही. नवंबर 2025 में, दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट से जुड़े संदिग्धों के तार यूनिवर्सिटी से जुड़े पाए गए थे. इस कनेक्शन के सामने आने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने यूनिवर्सिटी की गतिविधियों की गहन जांच शुरू कर दी. यह विवाद शैक्षणिक परिसर और आपराधिक गतिविधियों के बीच संभावित गठजोड़ को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करता है.
2. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी: अल्पसंख्यक दर्जा और लंच मेन्यू
AMU 2025 में इंटरनल और एक्सटर्नल, दोनों मोर्चों पर विवादों में रही, जिसके कुछ मुद्दे दशकों पुराने हैं. सुप्रीम कोर्ट में इस बात पर बहस जारी रही कि क्या AMU को संविधान के अनुच्छेद 30 के तहत अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा प्राप्त है या नहीं. कोर्ट का अंतिम फैसला भारत में कई अन्य अल्पसंख्यक संस्थानों के संवैधानिक अधिकारों को प्रभावित करेगा. फरवरी 2025 में यूनिवर्सिटी के लंच मेन्यू में कथित तौर पर ‘बीफ बिरयानी’ परोसे जाने की बात सामने आने पर विवाद खड़ा हो गया था, जिसके नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.
3. श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज: एडमिशन विवाद
जम्मू-कश्मीर के इस मेडिकल कॉलेज में 42 मुस्लिम छात्रों के एमबीबीएस की परीक्षा पास करने और केवल 8 ग़ैर-मुस्लिम छात्रों के पास होने पर विवाद खड़ा हो गया था, जिससे प्रवेश और मूल्यांकन प्रक्रिया पर सवाल उठे. कुछ समूहों ने आरोप लगाया कि परिणाम में यह असंतुलन आकस्मिक नहीं हो सकता. कॉलेज प्रशासन ने किसी भी अनियमितता से इनकार किया, लेकिन मामला स्थानीय स्तर पर गरमा गया और यह मुद्दा राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बन गया. कॉलेज प्रबंधन को इस संबंध में विस्तृत स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
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First Published :
December 14, 2025, 14:21 IST

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